Category: मध्यप्रदेश

  • इंग्लिश कोचिंग की आड़ में जमकर ऐय्याशी करता था टीचर, अनेक लड़कियां और महिलाएं हुईं शिकार,14 सालों बाद हुआ राजफाश

    इंग्लिश कोचिंग की आड़ में जमकर ऐय्याशी करता था टीचर, अनेक लड़कियां और महिलाएं हुईं शिकार,14 सालों बाद हुआ राजफाश

    मध्यप्रदेश
    रतलाम इंग्लिश कोचिंग के नाम पर एक शख्स का ऐसा घिनौना राज उजागर हुआ है जिसने अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। अस्सी फीट रोड पर द विजन इंग्लिश कोचिंग नाम से कोचिंग सेंटर चलाने वाले कथित शिक्षक ने ना सिर्फ अपने पेशे को ही  बल्कि मानवता को भी शर्मसार किया है।

    पिछले 14 सालों से चल रहा था ऐय्याशी और ब्लैकमेलिंग का खेल

    आरोपी टीचर ने अपनी द विजन इंग्लिश कोचिंग में पढ़ने, पढ़ाने या डांस क्लास में आने वाली एक दर्जन से भी ज्यादा महिलाओं और युवतियों को 14 सालों तक अपने ­झांसे में फंसाया। स्पाई कैमरा से उनके अश्लील वीडियो बनाए और फिर उन्हें ब्लेकमेल कर रुपए भी ऐंठता रहा। अब जाकर उसके घिनौने राज का पर्दाफाश हुआ है जिसमें केवल उसके मोबाइल में करीब 500 वीडियो मिले हैं। जबकि पैन ड्राइव, मेमोरी कार्ड में छुपे वीडियो अलग है। आरोपी शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं।एसपी राहुल लोढ़ा ने बताया कि द विजन इंग्लिश कोचिंग का आरोपी टीचर 2012 से महिलाओं और छात्राओं को अपना शिकार बना रहा था। उन्होंने बताया कि 40 वर्षीय आरोपी संजय अस्सी फीट रोड पर द विजन इंग्लिश कोचिंग क्लास चलाता था। आरोपी एक समय पर डांस और योग भी सिखाता था। करीब साल 2012 से ही वो कोचिंग क्लास के जरिये यहां आने वाली कई महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाता आ रहा है। पहले वह महिलाओं को मीठी बातों से फंसाता था और फिर कोचिंग क्लास में स्पाई कैमरों की मदद से अपने साथ उनके वीडियो बनाता।

    इस तरह स्पाई कैम से बनाता था वीडियो

    एसपी लोढ़ा ने बताया कि द विजन इंग्लिश कोचिंग का आरोपी लैपटाप में गूगल मीट या वीडियो रिकार्डिंग कैमरा ऑन कर गाने, पिक्चर आदि लगा देता था। कमरे में उसके साथ मौजूद महिला या युवती को भनक ही नहीं लगती थी कि उसका वीडियो बन रहा है। कई सारे वीडियो बनाने के बाद आरोपी उनसे वीडियो वायरल करने और परिवार को वीडियो दिखाने की बात कहकर चुप रहने को मजबूर करता और उनसे रुपए भी ऐंठ रहा था। एक पीड़िता से उसने करीब साढ़े पांच लाख रुपए तक ऐंठ लिए।

    आरोपी के कब्जे से मिले चौकाने वाले सामान

    एसपी ने बताया कि इन्हीं पीड़ित महिला में से एक ने आगे आकर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया जिसके बाद पुलिस ने द विजन इंग्लिश कोचिंग में छापा मार कर आरोपी की गिरफ्तारी की गई। आरोपी की निशानेदेही पर जब कोचिंग क्लास के पीछे के कमरे की तलाश की गई तो 10 मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, 4 यूएसबी डाटा स्टोर, शराब की बोतलें, महिलाओं के कई अंतरवस्त्र, अन्य कपड़े भी बरामद हुए जिन्हें जब्त कर लिया गया है। आरोपी को न्यायालय में पेश करके पीआर मांगा जा रहा है, ताकि इस गंभीर अपराध के बारे में और भी तथ्य सामने आ सकें। इस गिरफ्तारी में दीनदयाल नगर थाना प्रभारी का योगदान रहा।

  • जबलपुर में बदमाशों के हौसले बुलंद; बाइक सवार बदमाशों ने फेंका पेट्रोल बम, हुआ धमाका,

    जबलपुर में बदमाशों के हौसले बुलंद; बाइक सवार बदमाशों ने फेंका पेट्रोल बम, हुआ धमाका,

    जबलपुर।
    जिले के घमापुर थाना अंतर्गत कांचघर चौक के पास समदड़िया कॉलोनी स्थित एक मोबाइल दुकान पर अज्ञात बदमाश के द्वारा पेट्रोल बम फेंका गया, जैसे ही वह दुकान के पास आकर गिरा तो वहां पर उपस्थित लोग तितर बितर हो गए। क्षेत्र के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस प्रकार से अज्ञात बदमाशों के द्वारा पेट्रोल बम फेंका गया है।

    बता दें यह घटना बुधवार की रात करीब 9:30 बजे की बताई जा रही है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची घमापुर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वही इस संबंध में लोगों का कहना है कि वह मोबाइल की दुकान के आस पास खड़े हुए थे, एक दम से धमाके की आवाज आई जब देखा तो बगल से आग निकल रही थी और जांच के टुकड़े पड़े हुए थे तब समझ आया किसी ने पेट्रोल बम मारा है, तत्काल सीसीटीवी में देखा गया तो दो अज्ञात तत्व बमबाजी करते हुए नजर आ रहे थे। हालाकि इस घटना में किसी को जनहानि नहीं हुई है।

  • स्वीप अभियान का शुभंकर “केला” बुरहानपुर जिले में बना आकर्षण का केन्द्र

    स्वीप अभियान का शुभंकर “केला” बुरहानपुर जिले में बना आकर्षण का केन्द्र

    इन्दौर।

    लोकसभा निर्वाचन के मद्देनजर इंदौर संभाग में मतदान के प्रतिशत में वृद्धि के लिए स्वीप अभियान के तहत मतदाता जागरूकता हेतु विशेष प्रयास चल रहे है। इसी के तहत संभाग के जिलों में अनेक नवाचार भी किये जा रहे है। संभाग के बुरहानपुर जिले में इस अभियान के शुभंकर के रूप में “केला” चयनित किया गया है। शुभंकर “केला” जिले में आकर्षण का केन्द्र बन गया है।

    उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर जिले की मुख्य फसल “केला” है। इसको देखते हुये इसे स्वीप गतिविधियों के लिए शुभंकर के रूप में चयनित किया गया हैं। यह शुभंकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के मुख्य द्वार पर मतदाताओं से मतदान की अपील कर रहा है। केला स्वरूप में बनी आकृति “मेरा वोट मेरा अधिकार”कार्यालय में आने –जाने वाले मतदाताओं को अपना मतदान करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं,वही स्वीप गतिविधियों के तहत फ्लेक्स ,बैनर , बैच में इस आकृति को उकेर कर लोकतंत्र के इस महापर्व में सहभागिता करने के लिए नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है।

    उल्लेखनीय है कि जिले में केले की खेती का क्षेत्रफल 23 हजार 650 हेक्टेयर है। जिले में 16 लाख मीट्रिक टन केला का उत्पादन होता है। जिले में 18 हजार 325 किसान केले की खेती से जुड़े है। केले की बिक्री से 1700 करोड़ रूपये का कारोबार होता है।

  • कलेक्टर डॉ. बेड़ेकर ने ढोल-मांदल बजाकर दिया मतदाताओं को मतदान का संदेश

    कलेक्टर डॉ. बेड़ेकर ने ढोल-मांदल बजाकर दिया मतदाताओं को मतदान का संदेश

    इंदौर।
    लोकसभा निर्वाचन के मद्देनजर इंदौर संभाग में मतदान के प्रतिशत में वृद्धि के लिए स्वीप अभियान के तहत मतदाता जागरूकता हेतु अनेक जतन किये जा रहे हैं। संभाग के अनुसूचित जनजाति बहुल अलिराजपुर जिले में लोकप्रिय उत्सव भगोरिया में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किये गये। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अभय बेड़ेकर स्वयं अपने अधिकारियों के साथ भगोरिया पर्व में ग्रामीणों के बीच पहुंचे और ढोल-मांदल बजाकर मतदाताओं को मतदान का संदेश दिया।

    कलेक्टर एवं जिले निर्वाचन अधिकारी डॉ. अभय अरविंद बेडेकर ने बताया की अनुसूचित जनजाति बहुल अलिराजपुर जिले में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अनेक जतन किये जा रहे हैं। इस जिले में मत प्रतिशत कम रहने का सबसे बड़ा कारण पलायन रहा है। इसे दूर करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी पलायन कर चुके मतदाताओं का एक डाटा संग्रह बनाया गया है। जिसमें उनके नाम, मोबाइल नंबर, और बूथ नंबर है। इस प्रकार 85 हजार से अधिक पलायन कर चुके मतदाता का डाटा संग्रह करके एक कंट्रोल रूम निर्मित किया जा रहा है । इस कंट्रोल रूम के माध्यम से नियमित तौर पर सभी 85 हजार मतदाताओं से कॉल करके संपर्क बनाया जा रहा है और मतदान के लिए प्रेरित करने का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होने बताया कि मतदान के कुछ दिवस पूर्व जिला प्रशासन द्वारा 6 दलों का गठन किया जायेगा। उक्त दलों को गुजरात भी भेजा जाएगा, जो वोटिंग के एक सप्ताह पहले गुजरात के 6 अधिकतम पलायन प्रभावित जिलों में जाएगा और वहाँ के जिला प्रशासन से संपर्क कर मतदाता को वोट करने के लिए प्रेरित करेंगे। मतदाताओं से आग्रह किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के मतदान के लिए अपने निवास स्थल पर आए और मतदान करें । डॉ. बेडे़कर ने बताया कि अनुसूचित जनजाति बहुल इस अंचल में भगोरिया पर्व का अलग उत्साह होता है। इस दौरान पलायन कर चुके लोग घर वापस आते है। उन्हे मतदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा मतदान कितना जरूरी है यह संदेश कई स्वीप गतिविधियों के माध्यम से दिया गया । भगोरिया के दौरान वापस आये मतदाता भाई-बहनों को स्वीप गतिविधियों के द्वारा मतदान के लिए जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा भगोरिया स्थल पर रैली और ढोल-मांदल की थाप देकर उन्हे मतदान करने के लिए प्रेरित भी किया। कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडे़कर एवं जिला पंचायत सीईओ एवं स्वीप नोडल अधिकारी अभिषेक चौधरी द्वारा मतदाता जागरूकता के कई प्रयास स्वीप प्लान के अन्तर्गत किए जा रहे है। इसी क्रम में लोकसभा निर्वाचन में महिलाओं की भागीदारी ओर अधिक बढाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 7 मार्च को साड़ी वाकेथान का भी आयोजन किया था। इस दौरान सैकडों की संख्या में महिलाओं द्वारा शहर के प्रमुख मार्ग पर रैली का आयोजन किया गया । इस रैली में महिलाओं ने पारंपरिक कपडे पहनकर और हाथ में तख्तियां लिए जिले के अन्य लोगों को मतदान करने का संदेश भी दिया गया । इस आयोजन शासकीय महिलाओं के साथ साथ जिले की ग्रहणियों ने भी बडी संख्या में भाग लिया । इसमें एक हजार से अधिक महिलाओ ने भाग लिया। कलेक्टर डॉ बेडे़कर, जिला पंचायत सीईओ चौधरी, एडीएम अनुपमा चौहान, उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियांशी भंवर के नेतृत्व में पूरे नगर में भ्रमण कर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया।

  • विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयुष विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर आयोजित

    विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयुष विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर आयोजित

    इन्दौर।

    जिला आयुष अधिकारी डॉ. हंसा बारिया ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर महू विकासखंड के शासकीय आयुर्वेद औषधालय गवली पलासिया, धारनाका, बडगोंदा, दतोदा, चोरल ने शासकीय अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय के साथ मानपुर ब्लॉक के ग्रामों यशवंत नगर, खेड़ी सिहोद में चिकित्सा परामर्श एवं औषधी वितरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में डॉ. नेहा भाना, डॉ. सोनम तिवारी, डॉ. प्रिया वर्मा, डॉ. सीमा आर्य, डॉ. रागिनी शिवहरे, लता गलांडे, चंद्रशेखर बंसल, नितिन बोरासी, संदीप सांगले, अंजली गौतम ने सेवाएं प्रदान की।

                रक्ताल्पता के लिए इंदौर विकासखंड में शासकीय आयुर्वेद औषधालय टिगरिया बादशाह ने नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन इंदौर शाखा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ मूक बधिर स्कूल स्कीम नंबर 71 के बच्चों में असंचारी रोग रक्ताल्पता के लिए निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सा परामर्श औषधी वितरण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें डॉ. राकेश गुप्ता, रचना निगम, रितु रामपुरी, पवित्रा धारविया ने सेवाएं प्रदान की।

  • हथियारों के मोस्ट वांटेड सौदागरों को पुलिस ने धरदबोचा; तीन राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश, तीन पिस्टल और तीन देसी कट्टा जब्त

    हथियारों के मोस्ट वांटेड सौदागरों को पुलिस ने धरदबोचा; तीन राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश, तीन पिस्टल और तीन देसी कट्टा जब्त

    सेंधवा।
    बड़वानी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियारों के मोस्ट वांटेड सौदागरों को धरदबोचा है, पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने बताया कि अवैध हथियारों के विरुद्ध बड़वानी पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।दरअसल, पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि पंजाब के दो कुख्यात आरोपी अवैध हथियार की डील के लिए आए हुए हैं पुलिस ने घेराबंदी कर दो लोगों को गिरफ्तार किया जिनके पास से तीन-तीन पिस्तौल और तीन देसी कट्टे बरामद किए।वहीं घेराबंदी के दौरान एक व्यक्ति भाग गया जिसे पीछा कर पकड़ा गया। वह व्यक्ति श्याम उर्फ टोनी सिकलीगर जो हथियारों का एक बड़ा सौदागर है, जिसके विरुद्ध राजस्थान, हरियाणा और एमपी के 10 पुलिस थानों पर लगभग 21 अपराध पंजीयबद्ध हैं।

    बीते वर्ष मई माह में एन आई ए की टीम द्वारा भी इसके संबंध में ग्राम उमर्ठी जाकर पूछताछ की गई थी, संबंधित सभी जांच एजेंसी और पुलिस थानों को अपराधी श्याम उर्फ टोनी सीकलीकर के बारे में सूचना दे दी गई है।वहीं इस मामले में पंजाब के दो कुख्यात आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पंजाब निवासी परविंदर सिंह और अवतार सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

    इन दोनों के विरुद्ध हत्या का प्रयास और लूट जैसे कहीं संगीन मामले दर्ज हैं बड़वानी पुलिस ऑपरेशन 360 के तहत लगातार अवैध हथियार के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। उक्त तीनों आरोपियों को न्यायालय पेश कर इनका पुलिस रिमांड मांगा जाएगा।

  • ग्रीष्म ऋतु में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के संबंध में समय रहते सभी प्रबंधन किए जाएँ – संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े

    ग्रीष्म ऋतु में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के संबंध में समय रहते सभी प्रबंधन किए जाएँ – संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े

    ग्वालियर।

    ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में नागरिकों को शुद्ध एवं निर्धारित मात्रा में पेयजल की आपूर्ति हो, यह सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर अपने स्तर से प्रत्येक सप्ताह पेयजल आपूर्ति की समीक्षा भी करें। ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत जो परियोजनायें पूर्ण हो गई हैं, उनके माध्यम से भी नागरिकों को पानी मिलना शुरू हो, यह भी सुरक्षित किया जाए। संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने शुक्रवार को ग्वालियर संभाग में पेयजल आपूर्ति की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए हैं।

              संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित हुई समीक्षा बैठक में ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, सीईओ जिला पंचायत विवेक कुमार, मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग आर एल एस मौर्य सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। समीक्षा बैठक के दौरान ग्वालियर संभाग के अन्य जिलों के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, नगरीय निकाय के अधिकारी और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी भी गूगल मीट के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

              संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने ग्रामीण क्षेत्र की समीक्षा के दौरान कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित नल-जल योजनायें एवं हैंडपम्प चालू हालत में रहें, इसके लिये निरंतर मॉनीटरिंग की जाए। जिन नल-जल योजनाओं और हैंडपम्पों में सुधार की आवश्यकता है उनके सुधार का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जाए। संभाग के सभी जिलों में जल जीवन मिशन के तहत जिन ग्राम पंचायतों में कार्य पूर्ण हो गया है उनको हैंडओवर करने तथा योजना के माध्यम से ग्रामीणों को पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जहाँ पर भी आवश्यक हो वहाँ पर नए ट्यूबवेल खनन एवं हैंडपम्प खनन की कार्रवाई भी जिला स्तर से सुनिश्चित की जाए।

              संभागीय आयुक्त डॉ. खाड़े ने संभाग के सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि जिला स्तर पर पेयजल वितरण के लिये तैयार की गई कार्ययोजना की समीक्षा और उसके क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें। सीईओ जिला पंचायत भी प्रत्येक जनपद स्तर पर जाकर पेयजल आपूर्ति की समीक्षा कर व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की दिशा में कार्य करें। इसके साथ ही जिन गाँवों में पेयजल की स्थिति ठीक नहीं है वहाँ पर निजी बोर अधिग्रहण की कार्रवाई भी समय रहते कर ली जाए। इन गाँवों में परिवहन की आवश्यकता होगी तो उसे भी चिन्हित कर समय रहते कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के विभागीय अमले को निरंतर क्षेत्र में भ्रमण कर संसाधनों के संधारण का कार्य करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि जिला स्तर पर गठित कंट्रोल रूम एवं सीएम हैल्पलाइन के माध्यम से पेयजल वितरण के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण भी समय पर हो। इसके साथ ही शिकायतों के निराकरण की समीक्षा भी जिला स्तर पर प्रति सप्ताह की जाए।

              संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने बैठक में यह भी निर्देश दिए हैं कि पेयजल वितरण के लिये पानी की शुद्धता की जाँच भी सभी जिलों में समय-समय पर कराई जाए ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। विद्युत आपूर्ति के कारण बंद नलजल परियोजनायें शीघ्र प्रारंभ हों, इसके लिये विद्युत विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई की जाए।

              कलेक्टर ग्वालियर रुचिका चौहान ने बैठक में बताया कि जिला स्तर पर पेयजल आपूर्ति की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिये सभी तैयारियाँ कर ली गई हैं।

              नगर निगम आयुक्त श्री हर्ष सिंह ने बताया कि ग्वालियर शहर में एक दिन छोड़कर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इसके साथ ही अवर्षा की स्थिति में जल संसाधन विभाग के माध्यम से ककैटो बांध से पहसारी एंव पहसारी बांध से तिघरा जलाशय तक फीडिंग कैनाल के माध्यम से पेयजल लाने हेतु 18 करोड़ 15 लाख रूपए का प्रस्ताव तैयार कर तकनीकी स्वीकृति सहित प्रशासनिक स्वीकृति हेतु प्रेषित किया गया है। शहरी क्षेत्र स्तर पर कंट्रोल रूम एवं सीएम हैल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण भी सुनिश्चित किया जा रहा है।

              समीक्षा बैठक के दौरान दतिया, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर जिले के कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत अपने-अपने जिले में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल आपूर्ति के संबंध में किए गए प्रबंधनों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

  • चुनाव ड्यूटी के दौरान मतदान/सुरक्षा कर्मियों की मृत्यु पर मिलेगी अनुग्रह राशि

    चुनाव ड्यूटी के दौरान मतदान/सुरक्षा कर्मियों की मृत्यु पर मिलेगी अनुग्रह राशि

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव ड्यूटी के दौरान मृत्यु या गंभीर चोटों के मामले में मतदान/सुरक्षा कर्मियों के परिजन को अनुग्रह राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें चुनाव संबंधी सभी प्रकार की ड्यूटी में तैनात सभी कार्मिक, सीएपीएफ, एसएपीएस, राज्य पुलिस, होम गार्ड के सभी सुरक्षाकर्मी, कोई भी निजी व्यक्ति जैसे ड्राइवर, क्लीनर आदि जिसे चुनाव ड्यूटी के लिए नियुक्त किया गया हो और बीईएल/ईसीआईएल इंजीनियर भी शामिल हैं, जो प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी), ईवीएम कमीशनिंग, मतदान दिवस और मतगणना दिवस ड्यूटी में लगे हुए हैं।

    आयोग द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि किसी व्यक्ति को प्रशिक्षण सहित किसी भी चुनाव संबंधी कार्य के लिए रिपोर्ट करने के लिए निवास/कार्यालय छोड़ते ही चुनाव ड्यूटी पर होना माना जायेगा, जब तक वह अपने कार्य प्रदर्शन के बाद अपने निवास/कार्यालय वापस नहीं पहुंच जाता। यदि इस अवधि के दौरान कोई दुर्घटना होती है, तो इसे चुनाव ड्यूटी पर हुई घटना के रूप में माना जायेगा।

    बीईएल/ईसीआईएल इंजीनियरों के लिए, प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) ड्यूटी की अवधि और वह अवधि जिसके लिए अधिकारी को कमीशनिंग, मतदान/मतगणना व्यवस्था के लिए प्रतिनियुक्त किया जाता है, को चुनाव ड्यूटी अवधि में माना जाएगा।

    अनुग्रह राशि

    निर्वाचन ड्यूटी के दौरान अगर मौत उग्रवाद या असामाजिक तत्वों के किसी हिंसक कृत्य जैसे सड़क पर खदान, बम विस्फोट, सशस्त्र हमले और कोविड-19 के कारण मौत होती है, तो 30 लाख रुपये की अनुग्रह राशि कर्मचारी के परिजन को मिलेगी। इसके अलावा किसी अन्य कारण से मृत्यु होने पर 15 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। चरमपंथी या असामाजिक तत्वों की संलिप्तता के कारण स्थायी विकलांगता होती है तो 15 लाख रुपये और गंभीर चोट के परिणामस्वरूप स्थायी विकलांगता, जैसे अंग की हानि, आंख की दृष्टि, आदि के मामले में 7.5 लाख रुपये दिये जायेंगे। अनुग्रह राशि का भुगतान गृह मंत्रालय द्वारा उसके मौजूदा दिशानिर्देशों के तहत पहले से ही भुगतान किए जा रहे मुआवजे और राज्य सरकार या किसी नियोक्ता द्वारा भुगतान किए गए किसी भी अन्य मुआवजे के अतिरिक्त होगा। अनुग्रह राशि का भुगतान बिना किसी अनावश्यक देरी के शीघ्र किया जाएगा।

    कैशलेस इलाज

    आयोग ने चुनाव में शामिल ऐसे सभी कर्मियों के लिए अत्याधुनिक अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है, जो ड्यूटी के दौरान घायल हो जाते हैं या बीमार पड़ जाते हैं। उपचार में तेजी लाने और देरी से बचने के लिए, चुनाव की घोषणा तक अस्पतालों के साथ अग्रिम रूप से व्यवस्था/टाई-अप कर पीड़ितों को कैशलेस सुविधाएं दी जा सकती हैं।

  • अभियान चलाकर मतदान प्रतिशत बढ़ायें – मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार

    अभियान चलाकर मतदान प्रतिशत बढ़ायें – मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार

    भोपाल।

    ।मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने नगर निगम आयुक्तों और जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरुकता कार्यक्रम को एक अभियान के रूप में संचालित करें, जिससे मतदाता मतदान करने के लिये स्वयं प्रेरित हों। नई दिल्ली में आज ‘मतदान में कम सहभागिता विषय पर सम्मेलन’ में प्रमुख शहरों के नगर निगम आयुक्तों और कुछ जिला निर्वाचन अधिकारियों ने मतदाता भागीदारी बढ़ाने की दि शा में अतिरिक्त प्रयास करने के लिए एक साथ विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर आयोग द्वारा मतदाताओं की उदासीनता पर एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।

    सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि कम मतदान प्रतिशत वाले कुल 266 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (215 ग्रामीण और 51 शहरी) की पहचान की गई है। उन्होंने मतदान केंद्रों पर कतार प्रबंधन, भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग जैसी सुविधा प्रदान करने की बहुआयामी रणनीति पर जोर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त श्री कुमार ने बढ़ी हुई भागीदारी और व्यवहार परिवर्तन के लिए बूथवार कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी नगर निगम आयुक्तों और डीईओ को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रणनीति तैयार करने और अलग-अलग लक्षित मतदाताओं के लिए योजना बनाने के निर्देश दिये। इस तरह से कार्य करें कि मतदाताओं में लोकतांत्रिक उत्सव में भाग लेने का गौरव भाव पैदा हो। चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधु ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।

    सम्मेलन में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, ठाणे, नागपुर, पटना साहिब, लखनऊ और कानपुर के नगर निगम आयुक्तों के साथ-साथ बिहार और उत्तरप्रदेश के चुनिंदा जिला निर्वाचन अधिकारियों ने भाग लिया। साथ ही बिहार, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों ने भी सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन में 7 राज्यों कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और पंजाब के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भी वर्चुअली शामिल हुए।

    मतदान प्रतिशत बढ़ाने विशेष अभियान जारी – राजन

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सम्मेलन में कहा कि मध्यप्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विगत विधानसभा निर्वाचन में प्रदेश के जिन 26 जिलों के 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम था, वहां मतदाता जागरुकता वाहन के माध्यम से मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है। लघु फिल्म, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से मतदाताओं को मतदान का महत्व और लोकतंत्र में उनके एक वोट की क्या कीमत है, के बारे में जागरुक किया जा रहा है। जिला लेवल पर पेंटिंग, स्लोगन, लेखन की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी, जिसमें सभी उम्र के मतदाता सहभागी बन सकते है। प्रतियोगिताओं में पुरस्कार का भी प्रावधान किया गया है। ट्रू कॉलर, यूपीआई पेमेंट, सोशल मीडिया इन्फल्यूएंसर, स्वच्छता वाहन के माध्यम से भी मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। उचित मूल्य दुकानों, अस्पतालों, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पम्पों में पोस्टर, बैनर आदि के माध्यम से मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। रहवासी समितियों के साथ भी बैठक कर मतदान के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। आंगनवाड़ी केन्द्रों में मंगल दिवस पर महिलाओं को मतदान के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इस दौरान संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री और बसंत कुर्रे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • माँ बाप से पैसा वसूलने बेटी ने दोस्तों संग रची अपने ही फर्जी अपहरण की साजिश

    माँ बाप से पैसा वसूलने बेटी ने दोस्तों संग रची अपने ही फर्जी अपहरण की साजिश

    मध्यप्रदेश
    शिवपुरी।  माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करने के साथ अपनी तरफ से हर वह संभव कोशिश करते हैं, जो सोनी (बदला हुआ नाम) के माता-पिता ने भी की, लेकिन 21 साल की शिवपुरी की रहने वाली इस छात्रा ने अपने माता-पिता के विश्वास का गला घोट दिया।

    बेटी ने घोंट दिया मां-बाप के विश्वास का गला

    एक-दो दिन नहीं, बल्कि एक साल से ज्यादा वक्त से इस तरह करते हुए गुजर गया और मां-बाप अंधेरे में अपनी बेटी पर विश्वास करके उसकी हर बात सच समझने की भूल कर बैठे।दरअसल, माता-पिता ने अपनी बेटी पर भरोसा करके उसे कोटा में पढ़ने की इजाजत दी. मां साथ गई, रूम देखा और एक कोचिंग क्लास में भी जाकर बात की. काव्या ने अपनी मां को भरोसे में लिया और कहा कि आप घर लौट जाएं, मैं सारा काम पूरा करके यहां रहते हुए पढ़ाई शुरू कर दूंगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

    बेटी ने  ना तो कोचिंग इंस्टिट्यूट में दाखिला लिया ना ही रूम लेकर रहना शुरू किया

    न तो बेटी ने कोटा के कोचिंग इंस्टिट्यूट में दाखिला लिया, न ही उसने रूम लेकर वहां रहना शुरू किया, बल्कि वह वहां से इंदौर चली गई और हर रोज अपने मां-बाप को गुमराह करती रही कि वह कोटा में रहकर पढ़ाई कर रही है. इसके लिए बाकायदा एक मोबाइल फोन से घर पर क्लास को अटेंड करने के मैसेज भी भेजे जाते रहे. एक अनजान सिम से आने वाले कॉलेज में अटेंडेंस के मैसेज परिवार को संतुष्ट करते रहे और मां-बाप सोचते रहे कि उनकी बेटी कोचिंग क्लासेस अटेंड कर रही है और पढ़ाई करके अपना भविष्य बना रही है।

    अपहरण से डेढ़ महीने पहले लिखी जा चुकी थी पूरी स्क्रिप्ट

    शिवपुरी की रहने वाली छात्रा पहले कोटा पहुंची और कोटा से फिर अचानक एक-दो दिन बाद ही इंदौर चली गई. जहां उसके दोस्त हर्षित और ब्रिजेंद्र उसका इंतजार कर रहे थे. युवती के यहां पहुंचने के बाद तीनों शातिर दिमाग इंदौर में एक साथ हो गए. इसके बाद तीनों प्लान करने लगे कि कैसे युवती के पिता से पैसे वसूले जाएं. तीनों ने यूट्यूब पर वीडियो देख कि अपहरण कैसे किया जाता है और किस तरह मां-बाप डरकर पैसा देते हैं।सब कुछ स्क्रिप्ट किया और जब सब कुछ समझ लिया कि कैसे-कैसे क्या-क्या करना है. फिर इंदौर में ही पट्टी रस्सी और टमाटर सॉस का इंतजाम भी किया गया. इंदौर में रहते ही युवती को रस्सी से बांधा गया और मुंह पर पट्टी बांधी गई और खून की जगह टमाटर का सॉस लगाकर फोटो खींची गई. इसके बाद इन फोटोज को मोबाइल में सेव कर लिया गया, लेकिन अब बात लोकेशन की थी, क्योंकि पिता और मां को यह पता था कि बेटी कोटा में है. इसलिए कोटा के आसपास की लोकेशन अपहरण की वारदात के लिए जरूरी थी।

    17 मार्च को ट्रेन से तीनों पहुंचे थे जयपुर

    अपनी कहानी को असलियत का नकली पहनावा पहनाने के लिए यह तीनों इंदौर में पूरी स्क्रिप्ट और तैयारी करने के बाद जयपुर गए. जयपुर में बाकायदा एक नया सिम कार्ड लिया. उस सिम कार्ड को मोबाइल में इंसर्ट किया गया और इसके बाद इस मोबाइल से व्हाट्सएप अकाउंट बनाया गया, फिर वही नंबर से युवती के पिता को न केवल फोन किए गए, बल्कि उन्हें व्हाट्सएप के जरिए यह कहा गया कि उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है और अगर सलामती चाहते हैं, तो 30 लाख रुपए की फिरौती जल्द से जल्द अदा कर दें।इतना ही नहीं, जो इन तीनों ने इंदौर में फोटो बनाए थे, जिसमें युवती के अपहरण को दिखाया गया था. उसी फोटो को पिता के मोबाइल पर भेज दिए गए. 18 मार्च 2024 को जैसे ही इस अपहरण की खबर सामने आई, तो कोटा से लेकर इंदौर और शिवपुरी के साथ पूरे देश में हल्ला मच गया।

    भागते रहे इधर-उधर, पहले पहुंचे चंडीगढ़

    इन तीनों को उम्मीद थी कि युवती के पिता 30 लाख रुपए की रकम बतौर फिरौती आसानी से अदा कर देंगे और इसके बाद तीनों अपनी मर्जी की जिंदगी जिएंगे, लेकिन पिता सीधे थाने पहुंचे रिपोर्ट लिखाई. इसके बाद कोटा पुलिस हरकत में आई।बात बड़ी होने की वजह से जब पूरे देश में हल्ला मचा तो तीनों ने तत्काल जयपुर छोड़कर चंडीगढ़ के लिए सुबह की पहली गाड़ी से रवाना हो गए. चंडीगढ़ पहुंच कर ये तीनों अमृतसर पहुंचे. अमृतसर में रहने पर इन्हें लंगर में खाना बिल्कुल मुफ्त मिल रहा था. इस दौरान तीनों 17 मार्च से लेकर 28 मार्च को तीनों अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शरण लेकर लंगर का खाना खाकर जीवित थे।

    सोचा अब बात ठंडी पड़ गई है और वापस इंदौर आ गए

    28 मार्च को जब इन्होंने सोचा कि कहीं न कहीं बात अब ठंडी हो चुकी है. इसके साथ ही शायद अपनी गलती का एहसास भी इन तीनों को होने लगा, तो यह तीनों एक साथ अमृतसर से इंदौर आ गए. जहां इंडेक्स नर्सिंग कॉलेज की एक छात्र जो युवती की सहेली बताई जा रही है. उसकी मदद से इस इलाके में इंडेक्स नर्सिंग कॉलेज के पास एक कमरा किराए पर लिया और तीनों वहां रहने लगे, लेकिन पुलिस लगातार कोटा से इंदौर पहुंच कर इंदौर पुलिस के संपर्क में इन तीनों की पड़ताल कर रही थी।

    मुखबिर की सूचना पर इंदौर पुलिस ने मारा छापा, फिर तीनों हुए गिरफ्तार

    कहते हैं कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं और मुजरिम चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकता. शायद इन तीनों ने यूट्यूब पर अपहरण की वारदात करते समय यह वीडियो नहीं देखा कि कानून किस तरह से अपराधी का पीछा करता है. और तब तक करता है, जब तक वह उसे गिरफ्तार नहीं कर लेता।

    पुलिस ने ऐसे ऑपरेशन को दिया अंजाम

    18 मार्च को जैसे ही पिता के मोबाइल पर अपहरण की सूचना मिली और फोटो सामने आए, तो फोटो लेकर सीधे वह कोटा पहुंच गए और कोटा पुलिस को रिपोर्ट की. पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की. कोचिंग इंस्टिट्यूट से पता किया, तो वहां युवती के दाखिले की कोई जानकारी नहीं मिली. फिर पता किया कि वह रहती कहां थी, तो वहां से जानकारी मिली कि इस नाम की कभी कोई लड़की यहां रही ही नहीं. कोटा पुलिस हैरान थी. इसके साथ ही उसे भी अंदेशा हो गया था कि कहीं न कहीं लड़की इस अपहरण की साजिश में शामिल है. फिर फोटो कहां से आए कहां खींचे गए इसकी तलाश आज के आधुनिक युग और विज्ञान का सहारा लेकर पुलिस ने सारा माजरा समझ लिया. इसके दो दिन बाद खुलासा कर दिया कि लड़की का अपहरण नहीं हुआ है, बल्कि लड़की खुद अपने ही अपहरण की साजिश की मास्टरमाइंड है।

    युवती रूस में करना चाहती थी मेडिकल की पढ़ाई

    गिरफ्तारी के बाद युवती ने बताया कि वह रूस जाकर पढ़ाई करना चाहती थी, लेकिन उसने रास्ता गलत इख्तियार किया. अपने माता-पिता को धोखा दिया और अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली. भले ही अब वह सच भी कह रही हो, लेकिन उसके माता-पिता सहित पुलिस और इस खबर से जुड़ने वाले किसी भी शख्स को उनकी बातों पर यकीन नहीं रह गया है।

    हर माता-पिता को सीख दे गई ये कहानी

    हर उस मां-बाप को यह खबर न केवल पढ़ने की जरूरत है, बल्कि इस खबर की हर वास्तविकता को समझ कर सावधान और सतर्क रहने की भी जरूरत है. दरअसल, माता-पिता अपने बच्चों पर पूरा विश्वास करते हैं और बच्चों पर विश्वास करना भी चाहिए, लेकिन आंखें बंद करके नहीं, क्योंकि कम से कम यह अपहरण कांड जो एक झूठी साजिश थी. वह इस तरह की चेतावनी माता-पिता को जरूर देता है कि उनके बच्चे अगर उनसे दूर रहकर किसी अलग शहर में पढ़ते हैं, तो पूरी पड़ताल करें और अपने बच्चों की हर गतिविधि से जुड़े रहें, ताकि इस तरह की घटना दोबारा सामने ना सके. और न ही कोई मां-बाप इस तरह से परेशान हो, जिस तरह से इस युवती के माता-पिता पिछले 1 महीने से अपनी बच्ची की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए लोगों के ताने सुनते रहे।