देवांगन ने बताया कि इन स्कूली बसों में सभी वाहनों के दस्तावेजों, माननीय उच्च न्यायालय द्वारा स्कूल बसों के लिए दिये गये दिशा-निर्देशों के पालन तथा मैकनिकल जांच किया गया। साथ ही जिला अस्पताल रायपुर के अनुभवी चिकित्सकों द्वारा वाहन जांच शिविर में चालक एवं परिचालकों का निःशुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें रक्तचाप, मधुमेह, दृष्टि क्षमता, मोतियाबिंद आदि की भी जांच की गई। उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह वाले चालकों को लगातार मेडिसीन का उपयोग करने की सलाह दी गई।
दस्तावेज सहित मैकनिकल फिटनेस की हुई जांच-
शिविर में बसों की बारिकी से जांच की गई। यह देखा गया कि हैण्ड ब्रेक सही ढंग से लग रही है या नहीं, क्लच एक्सीलेटर सही काम कर रहें है या नहीं। ब्रेक लाईट, हेड लाईट, पार्किंग लाईट की भी जांच की गई। इसके अलावा स्टेयरिंग, हार्न, सीट, रिफ्लेक्टर भी जांचे गये। साथ ही वाहन के आर.सी.बुक, मोटरयान कर, वाहन के परमिट, फिटनेस प्रमाण पत्र, वाहन के बीमा प्रमाण पत्र, वाहन का प्रदूषण प्रमाण पत्र, चालक का अनुज्ञा पत्र, जैसे दस्तावेज जांचे गये एवं स्पीड गवर्नर का परीक्षण किया गया।
अनुपस्थित बसें को 15 जून को उपस्थित होने का दिया गया निर्देश-
देवांगन ने बताया कि जांच शिविर में उपस्थित नहीं होने वाले वाहनों के लिए 15 जून, शनिवार को जांच शिविर आयोजित की गई है। देवांगन ने बताया कि इस दिन उपस्थित नहीं होने वाले बसों की जांच रोड पर की जाएगी। वाहनों में खामी पाये जाने पर स्कूल-कॉलेज बस के चालक एवं मालिक तथा स्कूल-कॉलेज प्रबंधक के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। रोड पर जांच होनेे से विद्यार्थियों को असुविधा हो सकती है इसको ध्यान में रखते हुए स्कूल-कॉलेज प्रबंधक 15 जून को वाहन जांच शिविर में आवश्यक रूप से उपस्थित हो।