प्रवेश उत्सव में मिलेगी स्कूली बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें
रायपुर, 29 मार्च 2023/छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण शाला प्रवेश उत्सव के दिन से शुरू हो...
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Transparent NAAC Accreditation and Its Process Prof. K P Yadav, Vice Chancellor Mats University, Raipur, CG National Assessment...
रायपुर 2 मार्च 2023/ नया रायपुर कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है।जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक)...
रायपुर 01 मार्च 2023/ कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग भारत सरकार द्वारा सीजीएल एग्जाम 2021 (टियर-II)...
नया रायपुर- कलिंगा विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के रसायन शास्त्र विभाग के द्वारा ''वर्तमान समय में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का आधुनिक स्वरुप'' विषय पर 24 एवं 25 फरवरी को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमें देश-विदेश के विषय विशेषज्ञ विद्वान,प्राध्यापक एवं शोधार्थी उपस्थित थें।इस राष्ट्रीय सम्मेलन में शोधपत्र एवं पोस्टर प्रदर्शन भी किया गया।जिसमें 225 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना पंजीयन कराया।इस सम्मेलन में चयनित शोधपत्रों का प्रकाशन आईएसबीएन बुक में भी किया जाएगा। विदित हो कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर, छात्र कल्याण प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ.आशा अंभईकर अकादमिक विभाग के अधिष्ठाता डॉ.राहुल मिश्रा ,आईक्यूएसी की निदेशक डॉ.विजयलक्ष्मी बिरादर,विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता डॉ.शिल्पी श्रीवास्तव ,सम्मेलन की संयोजक डॉ.संयोगिता शाही एवं गणमान्य अतिथि के रुप में उपस्थित आईआईटी भिलाई के सह प्राध्यापक डॉ. संजीब बनर्जी, डॉ.राहुल जैन,डॉ.विनोद दाम्बुलकर,डॉ.मनीषा शुक्ला,डॉ. आशीष सिंह ,डॉ.आर.एस. ठाकुर के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। सम्मेलन के शुभारंभ के पश्चात नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मेक्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (अहमदाबाद) के निदेशक डॉ.शैलेंद्र सर्राफ ने हाईब्रिड मोड के माध्यम से शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम विज्ञान और तकनीकी के समय में रह रहे हैं। हम सभी का जीवन वैज्ञानिक अविष्कारों और आधुनिक समय की तकनीकों पर बहुत अधिक निर्भर है। किसी भी देश का विकास वहाँ के लोगों के विकास के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके मद्देनज़र यह ज़रूरी हो जाता है कि जीवन के हर पहलू में विज्ञान-तकनीक और शोध कार्य अहम भूमिका निभाएँ। विकास के पथ पर कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है जब उसकी आने वाली पीढ़ी के लिये सूचना और ज्ञान आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। प्रथम दिन के तकनीकी सत्र में आईआईटी भिलाई के रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीब बनर्जी, एनआईपीआर,मोहाली के प्राध्यापक प्रो.(डॉ.),डॉ.राहुल जैन,सीसीएसएमआरआई,भावनगर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.आर.एस.ठाकुर, गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. आशीष सिंह,लखनऊ विश्वविद्यालय की मनीषा शुक्ला और नयी दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ.विनोद दाम्बुलकर ने शोधार्थियों को संबोधित किया। सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य वक्ता के रुप में लखनऊ विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.देशदीपक ने शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम ऐसे समय में जी रहे हैं जब ज्ञान ही वास्तविक शक्ति है। हम सभी को उस ज्ञान से सशक्त बनाने की आवश्यकता है जो प्रत्येक व्यक्ति का सर्वोत्तम संसाधन है। हमें ऐसा ज्ञान प्रदान करने की आवश्यकता है जो हमारे राष्ट्र की समस्याओं का सामूहिक रूप से समाधान करने में सक्षम हो।सम्मेलन के दूसरे दिन तकनीकी सत्र में प्रो.(डॉ.) सी.एस.शुक्ला,प्रो.(डॉ.) राबर्ट डार्कसन,प्रो. (डॉ.) आरः ए.ठाकुर,प्रो.(डॉ.) अनिल मिश्रा ,डॉ. आर. शबरी बानो,डॉ. किंगशुक दत्ता ने शोधार्थियों को संबोधित किया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में...
रायपुर। मैट्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एजुकेशन, ने 25 फरवरी को नई शिक्षा नीति पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन...
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भिलाई,22 फ़रवरी 2023\ श्री शंकरचार्य प्रोफ़ेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई द्वारा 21 फरवरी अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में व्याख्यान आयोजित किया...
रायपुर, 21 फरवरी 2023/छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल बन रहा है। राज्य...