Category: एजुकेशन न्यूज़

  • इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर प्रश्नपत्र लीक मामले में अभाविप ने सौपा ज्ञापन

    इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर प्रश्नपत्र लीक मामले में अभाविप ने सौपा ज्ञापन

    रायपुर।

    अभाविप इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय इकाई द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में प्रश्नपत्र लीक विषय को लेकर विवि के निदेशक शिक्षण महोदय को ज्ञापन सौंपा गया। एवम् इस विषय पर एक उच्च स्तरीय जाँच समिति बनाकर मामले की शीघ्र अति शीघ्र जाँच कराने व दोषी व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाने की मांग की।

    यह छात्रों के व्हॉट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट है। जैसा की स्क्रीनशॉट में नजर आ रहा है, शुक्रवार को ये हस्तलिखित प्रश्नपत्र ग्रुप में आ गए थे। बीएससी कृषि तृतीय वर्ष की शनिवार को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की परीक्षाएं हुई। 8 मार्च को ग्रुप में आए इसके प्रश्न आए थे और 9 मार्च को पूछे गए प्रश्न समान थे।

    अभाविप एग्रीविजन के प्रांत संयोजक निखिल तिवारी ने कहा – प्रश्न पत्र लीक होना गंभीर विषय है। कृषि विवि के विद्यार्थियों की मेहनत के साथ खिलवाड़ अभाविप नहीं बर्दाश्त नहीं करेगी। इस विषय पर उच्चस्तरीय कमिटी बनाकर जांच की जाए एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। अन्यथा अभाविप छात्रहित उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होगी।

    इस अवसर पर प्रांत सहसंयोजक प्रमोद पटेल, आकाश चन्द्रा, शिवम योगी, भावेश, योगेंद्र संदीप, राहुल आदि उपस्थित रहे।

  • माड़ में नए सुरक्षा कैंप बनने से, ग्रामीणों की सोच में बदलाव

    माड़ में नए सुरक्षा कैंप बनने से, ग्रामीणों की सोच में बदलाव

    रायपुर/   नक्सल प्रभावित क्षेत्र जहाँ सभी घर फूस के बने हैं, और उनकी बांस की दीवारें, लकड़ी के अस्थिर लट्ठों से टिकी हुई हैं, यहां कभी न हैंडपंप थे, न बिजली के खंभे, न स्कूल, न अस्पताल, यहां तक कि ग्राम पंचायत भवन भी नहीं | यहां के लोगो ने मोटरसाइकिल की आवाज भी शायद ही कभी सुनी हो ।

    लेकिन बीते कुछ दिनों से सुरक्षा बल इन क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे है, जिसके माध्यम से वह स्थानीय निवासियों के दिलों में सुरक्षा की भावना जगाने में सफल हुए है तथा क्षेत्र में विकास कार्यो को सुरक्षा प्रदान कर अपनी प्रतिबद्धता को साबित कर रहे है।

    इस कड़ी में नारायणपुर के डोंडरीबेड़ा में सुरक्षा बलो ने नया कैंप स्थापित किया। जिसके बाद से प्रशासन द्वारा माड़ क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से सुरक्षा बलो की निगरानी में मासपुर से सोनपुर तक पक्की सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है। इस सड़क का निर्माण होने से मेटानार, गारपा, ब्रहबेड़ा, ईरपनार, अलहनार और डोंडरीबेड़ा सहित दर्जनों गाँवो के लोग जो पहले जंगल झाड़ियों में बनी पगडंडियों तथा कच्चे रास्तो पर पैदल चलने को मजबूर थे, जंहा उन्हे नदी – नाले तथा पहाड़ियों जैसी कठिनाईयो का सामना करना पड़ता था वे अब साइकिल, मोटर साइकिल और अन्य वाहनों इस्तेमाल कर कम समय में अपना रास्ता तय कर सकेंगे और शहरों से जुड़ पाएंगे। यातायात सुगम होने से स्थानीय लोग नए व्यवसायो से जुड़कर अपनी आजीविका के साधन बढ़ा पाएंगे।

    कैंप के स्थापित होने के बाद से ही समुदाय के लोग काफी खुश तथा साहसिक नजर आ रहे है तथा पुलिस प्रशासन के पास खुलकर इस विकास की तारीफ कर रहे है।

    आज भी जिन क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्प नहीं है वहां के लोगो को माओवादियों के दबाव में शासन द्वारा चलाई जा रही विकासात्मक योजनाओ का विरोध करना पड़ रहा है। लेकिन अंतर्मन से वे लोग भी सुरक्षा के साथ विकास का स्वागत करने को तैयार है। वे चाहते है की उनके क्षेत्र में भी सुरक्षा कैंप स्थापित हो ताकि उनके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आ सके।

  • पाँचवी-आठवी बोर्ड पैटर्न परीक्षा 6 मार्च से

    पाँचवी-आठवी बोर्ड पैटर्न परीक्षा 6 मार्च से

    प्रदेश में राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही पाँचवीं-आठवीं कक्षाओं की बोर्ड पैटर्न परीक्षा 6 मार्च से शुरू हो रही है। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा विद्यार्थियों के सुलभ आवागमन की दृष्टि से परीक्षा के लिए नजदीकी स्कूलों में 11 हजार 986 परीक्षा केन्द्र बनाए हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक श्री धनराजू एस ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि ये परीक्षा केन्द्र स्कूलों से कम से कम दूरी पर हों। साथ ही इन परीक्षा केन्द्रों पर स्कूलों की क्षमता अनुसार विद्यार्थियों के लिए सुविधाएँ उपलब्ध रहें। उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों के साथ ही निजी स्कूलों और मदरसों के विद्यार्थी भी इस बोर्ड पैटर्न परीक्षा में शामिल होंगे।

    प्रदेश में इस वर्ष एक लाख 14 हजार 956 सरकारी, प्रायवेट स्कूल और मदरसों के लगभग 25 लाख 51 हजार 818 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। इनमें से 203 निजी स्कूलों के 6,621 छात्रों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार पृथक से भाषा विषय के प्रश्न-पत्र तैयार किए गए हैं। संचालक धनराजू एस ने बताया कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पृथक से एक आईटी पोर्टल तैयार किया है। इसके माध्यम से परीक्षा का पूर्ण संचालन और समस्त व्यवस्थाएँ ऑनलाइन की गई हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों का सत्यापन, परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, केन्द्राध्यक्षों की मेंपिंग, सामग्री वितरण आदि कार्यों के संपादन के साथ ही परीक्षार्थियों के रोल नम्बर और प्रवेश-पत्र जारी करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा में उपस्थिति दर्ज होगी। परीक्षा के बाद होने वाले मूल्यांकन कार्यों और अंक-सूची प्रदान करने की सुविधा भी इसी पोर्टल के द्वारा प्रदान की जायेगी।

    पात्र विद्यार्थी को परीक्षा का अवसर

    संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने बताया कि हालांकि सभी स्कूलों को प्रत्येक विद्यार्थी को इन परीक्षाओं में शामिल करवाने के निर्देश प्रदान किए हैं। इसके बाद भी कक्षा 5वीं या 8वीं का कोई भी विद्यार्थी अगर किसी कारण से परीक्षा तिथि तक भी पंजीकृत नही हो पाया हो, तो उसे भी परीक्षा में शामिल करने के लिए केन्द्राध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। ऐसे विद्यार्थियों के विवरण को परीक्षा के बाद पोर्टल पर दर्ज किया जायेगा।

    परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या

    सरकारी स्कूल की संख्या

    87007

    प्रायवेट स्कूल की संख्या

    25,159

    मदरसों की संख्या

    825

    छात्रों की संख्या का योग

    कक्षा 5

    कक्षा 8

    कक्षा 5

    कक्षा 8

    कक्षा 5

    कक्षा 8

    8,35,971

    8,35,120

    4,68,894

    4,03,795

    4721

    3317

    25,51,818

  • मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना प्रारंभ

    मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना प्रारंभ

    जांजगीर-चांपा / छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिक एवं उनके प्रथम दो आश्रित संतानों के लिए मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना संचालित है। जिसके अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं उनके आश्रित संतानों को उनके शैक्षणिक योग्यता अनुरूप पीएससी, व्यापम, एसएससी, बैंकिंग, रेल्वे पुलिस भर्ती परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए 4 माह से अधिकतम 10 माह तक निःशुल्क कोचिंग प्रदान किया जाएगा।
    श्रम पदाधिकारी श्री घनश्याम पाणिग्रही ने बताया कि इस योजनांतर्गत पात्र हितग्राहियों को मंडल द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु चयनित कोचिंग संस्थानों के माध्यम से कोचिंग प्रदान की जाएगी। इसमें मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा दैनिक लाइव क्लासेस के साथ साथ रिकार्डेड विडियो एवं आवेदित परीक्षा के पाठ्यक्रम अनुरूप अध्ययन सामग्री की हार्ड कॉपी तथा सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना में शंका समाधान मासिक शंका समाधान कक्षाओ के साथ ही दिन में 16 घंटे कॉल सेंटर ( समाधान हेतु) की सुविधा उपलब्ध होगी। योजना के तहत आवेदन केवल ऑनलाइन के माध्यम से स्वीकार किये जायेंगे। अधिक जानकारी के लिए जिला श्रमपदाधिकारी कार्यालय जांजगीर चांपा में संपर्क किया जा सकता है।

  • परिणाम की चिंता किए बिना अपना बेस्ट देना ही सफलता का मूलमंत्र – ओ.पी. चौधरी

    परिणाम की चिंता किए बिना अपना बेस्ट देना ही सफलता का मूलमंत्र – ओ.पी. चौधरी

    रायपुर /

    वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि सफलता असफलता जीवन का हिस्सा है लेकिन व्यक्ति को लगातार अपनी काबिलियत पर काम करना चाहिए, व्यक्तित्व को मजबूत बनाना चाहिए, कठिन परिस्थितियों में सकारात्मक भाव से धैर्य के साथ अपना प्रयास जारी रखना चाहिए। ये गुण किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन में सफल होने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वित्त मंत्री ओ पी चौधरी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से छात्रों को परीक्षा की तैयारियों को लेकर मार्गदर्शन दे रहे थे। उन्होंने बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि परिणाम की चिंता किए बगैर अपना बेस्ट देने पर फोकस करें।

    वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि व्यक्ति को अपने भीतर ऐसे मानवीय गुणों का विकास करना चाहिए जो उसके सफलता के लिए सहायक हो। लक्ष्य के प्रति समर्पण और परिश्रम करने की क्षमता बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे फर्क नही पड़ता कि आप असफल होते हो, अगर आप ईमानदारी से प्रयास करते हैं तो आगे बड़ी सफलता को जरूर प्राप्त करेंगे। उन्होंने अपनी शैक्षणिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि पर चर्चा करते हुए बताया कि आईएएस बनने के लक्ष्य के साथ उन्होंने मेहनत की। परिस्थितियां कैसी भी हों, हमेशा अपना बेस्ट देने का प्रयास किया। इससे वे देश की सबसे कठिन परीक्षा पास करने में सफल रहे। आगे उन्होंने राजनीतिक जीवन में प्रवेश करने का निश्चय किया। इसके लिए भी लगातार मेहनत की।

    इस मौके पर उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब दिए चिन्मय डनसेना ने पूछा कि परीक्षा के एक दिन पहले होने वाले तनाव को कैसे दूर करें। वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि परीक्षा के दौरान तनाव स्वाभाविक है। लेकिन आप यह ध्यान रखें कि पूरे साल भर के मेहनत का सार परीक्षा के 3 घंटों में निकलता है। इसलिए अपना मन शांत रखें और उन 3 घंटों में शांत चित्त से अपना बेस्ट देने पर फोकस करें। परिणाम की चिंता मत करें। इससे चिंता और तनाव के कारण होने वाली गलतियों की संभावनाएं भी काफी कम हो जाएंगी।गीता में भी कहा गया है कि व्यक्ति को कर्म करने चाहिए फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। प्रयास अच्छा है तो परिणाम भी अच्छा होगा। सिर्फ टॉपर होना या स्कूल में अच्छे परसेंटेज लाना ही जीवन में सफलता की गारंटी नहीं है। कई सफल लोग अपनी स्कूली और कॉलेज की पढ़ाई में असफल हुए लेकिन जीवन में उन्होंने सफलता के कीर्तिमान रचे और जीनियस कहलाए। रामानुजन 12 वीं की परीक्षा में फेल हो गए थे, लेकिन आगे चल कर वे महान गणितज्ञ बने। मुंशी प्रेमचंद अपने प्रतिभा से शीर्ष साहित्यकारों में शुमार हुए। बिल गेट्स और स्टीव जॉब्स कॉलेज ड्रॉपआउट थे। लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत से जो काम किया आज वो इतिहास है। एक छात्र ने जब वित्त मंत्री ओ पी चौधरी से पूछा कि वे अपना सिलेबस रिवीजन कैसे करते थे तो उन्होंने बताया कि नोट्स बनाकर पढ़ने से रिवीजन अच्छा होता है। नोट्स ऐसा हो जिस पर एक नजर मारने से पूरा चैप्टर क्लियर हो जाए। रिवीजन परीक्षा की तैयारी का अहम हिस्सा है।

    इमोशनल इंटेलिजेंस भी सफलता के लिए बेहद जरूरी
    प्राची गुप्ता ने पूछा कि आज आईक्यू के साथ इक्यू को भी सफलता के लिए जरूरी बताया जाता है, यह क्या होता है। वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने इस आज के समय में इक्यू को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आईक्यू बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। वहीं इक्यू भावनात्मक गुणांक को बताता है। आज इमोशनल इंटेलिजेंस बहुत जरूरी है। यह विचार को लेकर भावनात्मक समझ और नकारात्मकता से निपटने में व्यक्ति की योग्यता को बढ़ाता है।  यह बताता है कि हम अपने व्यक्तित्व को किस तरह से लेकर चल रहे हैं। किसी व्यक्ति का ईक्यू अच्छा होगा तो वह मन में आने नेगेटिव विचार के कारणों को समझ कर उसे दूर करने के लिए सही कदम उठा पाएगा। कठिन परिस्थिति में व्यक्तित्व बिखरेगा नही बल्कि उचित निर्णय ले पाएगा।

    पालक भी समझें बच्चों की योग्यता, अनावश्यक न लादें उम्मीदों का बोझ
    निधि बघेल ने पूछा कि कई बार माता पिता और शिक्षकों के उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन करने को लेकर दबाव महसूस होता है, इसे कैसे दूर करें। इस पर वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने कहा कि छात्र अपना बेस्ट दें और मन में यह भाव रखें कि मैंने अपनी क्षमता और योग्यता ने अनुरूप पूरा प्रयास किया है। कई बार परिणाम ऊपर नीचे हो सकते हैं। लेकिन इसको लेकर अनावश्यक दबाव नहीं लेना चाहिए। उन्होंने पालकों से भी अपील करते हुए कहा कि बच्चों की क्षमता को समझें। उसे बढ़ाने के लिए उनका मनोबल बढ़ाएं। उन पर उम्मीदों का बोझ बिलकुल न लादें। उन्हें हाई परसेंटेज लाने का प्रेशर न डालें। बच्चों को सकारात्मक माहौल देंगे और उनका आत्मविश्वास बढ़ाते रहेंगे तो वे उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

    प्रयास संस्था और नालंदा परिसर से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की मिलेगी सुविधा
    वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने बच्चों को आगे क्लैट, यूनिवर्सिटीज के एंट्रेंस एग्जाम के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर जागरूक रहकर परीक्षा की तैयारी करने और उसमें शामिल होने की बात कही। उन्होंने बताया कि रायगढ़ में प्रयास संस्था खुलने जा रही है। पहली बार संभागीय मुख्यालय से बाहर रायगढ़ में यह संस्था खुलने जा रही है। यहां 11 वीं और 12 वीं के छात्रों को स्कूली शिक्षा के साथ आईआईटी, मेडिकल एंट्रेंस नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की निःशुल्क सुविधा भी मिलेगी। यह एक आवासीय संस्था होगी। साथ ही यहां नालंदा परिसर भी खुलने जा रहा है। इन सुविधाओं से यहां के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए अच्छा माहौल मिलेगा। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मेहनत ऐसा करो कि आपका हस्ताक्षर एक दिन ऑटोग्राफ बन जाए।

  • परीक्षा केंद्रों का शिक्षा सचिव द्वारा आकस्मिक निरीक्षण

    परीक्षा केंद्रों का शिक्षा सचिव द्वारा आकस्मिक निरीक्षण

    रायपुर / छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित बारहवी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव  सिद्वार्थ कोमल परदेशी द्वारा परीक्षा केन्द्र क्रमशः स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय आर.डी. तिवारी, आमापारा रायपुर एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय माधव राव सप्रे शाला का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। परीक्षा केन्द्र आर.डी.तिवारी में कुल 94 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है, जिसमें 01 छात्र अनुपस्थित पाया गया। इसी तरह माधव राव सप्रे शाला में कुल 160 छात्र पंजीकृत है, जिसमें से 07 छात्र अनुपस्थित पाये गये। अनुपस्थित छात्र-छात्राओं के कारणों के संबंध में परीक्षा केन्द्राध्यक्ष से जानकारी ली गई तथा केन्द्राध्यक्षों को सुचारू रूप से परीक्षा सम्पन्न कराने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान शिक्षा सचिव के साथ जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय भी उपस्थित थे।

    छ.ग. माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल बोर्ड परीक्षाएं दिनांक 01 मार्च से 23 मार्च 2024 तक आयोजित की जा रही है। रायपुर जिले में 150 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। कक्षा दसवी में कुल दर्ज संख्या 18525 एवं बारहवी में कुल 13122 विद्यार्थी पंजीकृत है।

    ग़ौरतलब है कि परीक्षाओं की सतत निगरानी हेतु कलेक्टर रायपुर डॉ. गौरव सिंह द्वारा जिला स्तर एवं विकासखंड स्तर पर उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। जिला स्तर पर 07 दल का गठन किया गया है एवं प्रत्येक विकासखंड स्तर पर 1-1 उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

  • स्कूलों का डेटाबेस एवं अन्य गतिविधियों का ऐप के माध्यम से किया जाएगा संकलन

    स्कूलों का डेटाबेस एवं अन्य गतिविधियों का ऐप के माध्यम से किया जाएगा संकलन

    जांजगीर-चांपा / कलेक्टर आकाश छिकारा ने विनोबा शिक्षक सहायक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीकी ज्ञान से सभी शिक्षकों के कार्य आसान होंगे और शिक्षकों को कार्य करने में आसानी होगी। गुरुवार को विनोबा शिक्षक सहायक कार्यक्रम लिंक फाउंडेशन के द्वारा जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय मे संकुल समन्वयक एवं संकुल से 01 शिक्षक का प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विकासखंड नवागढ़ के समन्वयक एवं 01 शिक्षक कुल 84 का प्रशिक्षण सेजेस क्रमांक 01 सभाकक्ष में आयोजित किया गया।
    प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलेक्टर आकाश छिकारा ने कहा की शिक्षकों के नवाचारी कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार करने उन्हे इस एप के माध्यम से एक मंच दिया जा रहा है। ज्ञान एवं तकनीकी का प्रयोग कर हम शिक्षण विधि को आसानी से छात्रों तक पहुंचा सकते है। इस ऐप में शिक्षकों को शासकीय आदेश, स्कूलों का डाटा बेस एवं अन्य गतिविधियों का इस एप में संकलन किया जाएगा, जिसे वे जब चाहे देख सकते है। कलेक्टर के द्वारा शिक्षकों से संवाद करते हुये उनके विचारों को सुना एवं उन्हें आस्वास्त किया की अच्छे शिक्षकों को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जायेगा।
    इस कार्यक्रम में जिला मिशन समन्वयक राजकुमार तिवारी ने सभी शिक्षको का शत प्रतिशत पंजीयन शीघ्र पूरी कराने को कहा ताकि योजना को सफलता मिल सकें विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ विजय कुमार लहरे अपने विकासखण्ड के पंजीयन की स्थिति की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में  प्रदीप शर्मा,  रज्जन मिश्रा प्रोगामर एवं ओपन लिंक फाउंडेशन के  विश्वजीत पवार  हेमन्त पटेल ने विस्तार से शिक्षकों का एप के कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई।

  • राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत विद्यार्थियों को कराया गया भ्रमण

    राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत विद्यार्थियों को कराया गया भ्रमण

    कांकेर /

    राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार एवं राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के तहत जिले के 700 से अधिक विद्यार्थियों को दो चरण में राज्य स्तरीय भ्रमण कार्यक्रम कराया गया है। इसके तहत अंतागढ, भानुप्रतापपुर, दुर्गुकोंदल एवं कोयलीबेड़ा के कुल 350 विद्यार्थियों को राज्य स्तरीय भ्रमण कराया गया, जिसमें विद्यार्थियों को छत्तीसगढ विज्ञान केन्द्र, रायपुर, स्वाॅमी विवेकानन्द हवाई अड्डा रायपुर, शहीद वीर नारायण अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं पुरखौती मुक्तांगन रायपुर का भ्रमण कराया गया। दुर्गुकोंदल के विद्यार्थी भ्रमण के दौरान विज्ञान केन्द्र में तारामण्डल कार्यक्रम देख कर बहुत उत्साहित हुए, वहीं कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के विद्यार्थी हवाई जहाज  देख कर उत्साहित हुए।
    विद्यार्थियों ने विज्ञान केन्द्र में बने ध्वनी का मापन, इलेक्ट्रानिक मीटर, जल प्रवाह मापी, हवा की गति का माॅपन, परिणाम के अनुक्रम, सूक्ष्मतम से विशालतम, स्पर्श प्रतिक्रिया, श्रव्य प्रतिक्रिया, विज्ञान प्रदर्शनी, वायुमंडलीय दाब का मापन, सौरमण्डल आदि के माॅडल व उसमें लगे सेंसर से होने वाली प्रतिक्रिया को देख कर बहुत कुछ सिखा। साथ ही जिले के समस्त विद्यार्थियों को विज्ञान केन्द्र में तारामण्डल पर बनी वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें सौरमण्डल के समस्त ग्रहों की पृथ्वी से दूरी, समस्त ग्रहों के नाम, उसका साईज तथा ग्रहों के क्रम को समझाया गया।
    साथ ही कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के विद्यार्थियों को थ्रीडी मूवी के माध्यम से मंगलग्रह, अंतरिक्ष व चाँद और अंतरिक्ष यात्रियों के जीवन आदि के बारे में जानकारी मिली।  साथ ही सभी विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में हवाई जहाज़ को इतने नजदीक से देखकर बहुत उत्साहित हुए तथा सभी विद्यार्थियों के चहरे खिल गए।
    उक्त भ्रमण के माध्यम से कई विद्यार्थियों को पहली बार राजधानी रायपुर को देखने का मौका मिला। इस दौरान रायपुर शहर और मंत्रालय परिसर आदि दिखाया गया।
    भ्रमण कार्यक्रम के अंत में समस्त विद्यार्थियों को पुरखौती मुक्तांगन में बस्तर आर्ट दिखाया गया। इस प्रकार अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, दुर्गूकोंदल एवं कोयलीबेड़ा के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत भ्रमण कराया गया।

  • शासकीय प्राथमिक शाला सिरसिदा में शनिवार को ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ कार्यक्रम आयोजित किया गया

    शासकीय प्राथमिक शाला सिरसिदा में शनिवार को ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ कार्यक्रम आयोजित किया गया

    रायपुर/   पीएम शासकीय प्राथमिक शाला सिरसिदा में शनिवार को स्वच्छता पखवाड़ा, शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए योगासन प्राणायाम आहार कर्म योग स्वच्छता पर पेंटिंग रंगोली एवं खेल का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
    इसके अंतर्गत स्वच्छता पखवाड़ा शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर छात्र छात्राओं को विशेष तौर पर विशेष जानकारी प्रदान की गई। आदित्य कुमार योग शिक्षक ने बताया की वर्तमान समय में स्वच्छता के साथ जीवन शैली के अनुसार खानपान में महत्वपूर्ण पोषक पदार्थों की कमी होती जा रही है। जिससे बच्चे संतुलित भोजन से दूर होते जा रहे है एवं इसका सीधा प्रभाव उनके मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है और इस कारण से बच्चों का पूर्ण विकास बाधित होता है। जानकारी के अभाव में उनके जीवन में इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। इससे कई बार अपनी समस्यायों के बारे में किसी से बात भी नहीं कर पाते है। इससे सही समय में सही उपाय नही होने से रोग ग्रस्त हो जाती है।
    योग और प्राणायाम एवं संतुलित भोजन के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को हम स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे है। विद्यालय के प्रधान पाठिका ने कहा की भविष्य में भी इस प्रकार से और भी कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जानकारी के अभाव में कोई भी बच्चा अपने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति लापरवाह न हो। इस मौके पर शिक्षक सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

  • सरकारी स्कूलों में गणवेश प्रदाय करने के संबंध में निर्देश

    सरकारी स्कूलों में गणवेश प्रदाय करने के संबंध में निर्देश

    सतना,

    प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को गणवेश उपलब्ध कराने के संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखा है। प्रदेश के 22 जिलों में गणवेश वितरण की कार्यवाही राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा की जा रही है। स्व-सहायता समूहों को 15 मार्च, 2024 तक निःशुल्क गणवेश उपलब्ध कराये जाने के निर्देश राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा दिये गये है। प्रदेश के 30 जिलों में कक्षा 1 से 8 तक के शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को गणवेश की राशि विद्यार्थियों के खातों में जमा कराई जायेगी। प्रदेश के सीएम राईज स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को गणवेश विद्यालय द्वारा प्रदाय किये जायेंगे। इन जिलों में विद्यार्थियों के बैंक खाते में गणवेश की राशि 600 रूपये प्रतिदर से प्रदाय की जायेगी।

    शिक्षा पोर्टल में मॉड्यूल तैयार

    सरकारी स्कूलों में गणवेश का वितरण सुव्यवस्थित तरीके से हो सके, इसके लिये “शिक्षा पोर्टल में गणवेश वितरण प्रबंधन मॉड्यूल“ तैयार किया गया है। शासकीय शालावार छात्रों की सत्यापित सूची विकासखंड स्तर पर उपलब्ध कराये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं।

    निःशुल्क प्रवेश ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

    प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम में कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के मान्यता प्राप्त अशासकीय स्कूलों में सत्र 2024-25 में निःशुल्क प्रवेश ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। आवेदन के बाद आवेदन की पावती और मूल दस्तावेज लेकर चयनित जनशिक्षा केन्द्र पर 5 मार्च, 2024 तक सत्यापन कराने के लिये कहा गया है। नियत तारीख के बाद सत्यापन न होने की दशा में आवेदन स्वतः ही निरस्त हो जायेगा।