विधायक भावना बोहरा ने गन्ना किसानों को रियायती दर पर बांटा शक्कर, कहा- किसानों के अधिकार, कल्याण और सम्मान के लिए सरकार प्रतिबद्ध
रायपुर. छत्तीसगढ़ के गन्ना किसानों को एक महत्वपूर्ण सौगात देते हुए भाजपा सरकार ने पुनः शेयरधारक किसानों को रियायती दर पर शक्कर वितरित करने की योजना शुरू की है. पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना, पंडरिया में आयोजित एक कार्यक्रम में शेयरधारक गन्ना किसानों को 50 किलो शक्कर का वितरण किया. उन्होंने क यह योजना पहले भी संचालित हो रही थी, लेकिन कांग्रेस की सरकार के आने के बाद इसे बंद कर दिया गया था. अब भाजपा की सरकार के पुनः सत्ता में आने के बाद इसे फिर से शुरू किया गया है.
विधानसभा में उठाया था मुद्दा
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने इस विषय को विधानसभा में उठाया और किसानों के लिए शक्कर वितरण की पुनः शुरूआत की मांग की थी. उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप, भाजपा सरकार ने इस योजना को फिर से लागू किया है, जिससे गन्ना किसानों में खुशी का माहौल है. भावना बोहरा ने कहा कि यह किसान कल्याण और सम्मान के लिए भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
इस अवसर पर राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पांडेय भी उपस्थित थे. उन्होंने सभी लाभान्वित किसानों को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की नेतृत्व में भाजपा सरकार किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन कर रही है. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है.
शक्कर वितरण की योजना का विवरण
भावना बोहरा ने जानकारी दी कि पंडरिया स्थित शक्कर कारखाने में कुल 11,892 शेयरधारक किसानों को 25 रुपये प्रति किलो की दर पर 50 किलो शक्कर वितरित की गई. उन्होंने बताया कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना देशभर में रिकवरी के मामले में दूसरे स्थान पर है. पेराई सत्र 2023-24 में 7,741 किसानों से 3.13 लाख टन गन्ने की खरीदी की गई है, जो पिछले वर्षों में सबसे अधिक है.
भविष्य की योजनाएँ और प्रयास
भावना बोहरा ने बताया कि किसानों के बकाया भुगतान के लिए उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, वित्त मंत्री और सहकारिता मंत्री से मुलाकात की है और बकाया राशि के जल्द भुगतान की अपील की है. उन्होंने विधानसभा में शक्कर कारखाने की क्षमता दोगुनी करने का भी प्रस्ताव रखा है, ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके.