मोदी सरकार में तोखन साहू बने शहरी राज्य विकास विभाग मंत्री अब तक इन सांसदों को मिला चुका हैं ये विभाग


बिलासपुर

 

पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रि मंडल में बिलासपुर के सांसद तोखन साहू को रविवार को राज्यमंत्री बनाए जाने के बाद दूसरे सोमवार को विभाग का आवंटन किया गया। तोखन साहू को शहरी राज्य विकास विभाग मिला है। राज्य बनने के बाद पहली बार प्रदेश के किसी सांसद को यह विभाग मिला है।

प्रदेश को यह विभाग मिलने से केंद्र से नगरीय निकायों के भरपूर राशि मिलेगी। विकास के कार्यों में तेजी भी आएगी। बता दें कि भाजपा ने प्रदेश के ओबीसी वर्ग को साधने के लिए प्रदेश के ओबीसी वर्ग के नए सांसद को आगे बढ़ाते हुए राज्य मंत्री बनाया है। ताकि नए और युवा वोटरों को ज्यादा से ज्यादा साधा जा सकें।

अब तक ये विभाग संभाल चुके हैं राज्य के सांसद

दिलीप सिंह जूदेव- 2003-17 नवंबर 2023 तक वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री।
रमन सिंह 13 अक्टूबर 1999 – 29 जनवरी से 2003 तक, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री।
रमेश बैस 13 अक्टूबर 1999 – 30 सितंबर 2000 तक केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री। 30 सितंबर 2000 से 29 जनवरी 2002 तक केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री। 29 जनवरी 2003 से 8 जनवरी 2004 तक केंद्रीय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, खान मंत्रालय, 9 जनवरी 2004 से मई 2004 तक केंद्रीय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पर्यावरण एवं वन मंत्रालय।
चरणदास मंहत 12 जुलाई 2011- 16 मई 2014 तक केंद्रीय राज्य मंत्री कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग।
विष्णुदेव साय 26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक केंद्रीय खान एवं इस्पात राज्य मंत्री।
26 मई 2014 से 9 नवंबर 2014 तक, रेणुका सिंह 30 मई 2019 से 7 दिसंबर 2023 तक भारत के जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रह चुके हैं।

सांसद तोखन साहू का जीवन परिचय

तोखन साहू का जन्म ग्राम डिंडौरी, जिला मुंगेली में 15 अक्टूबर 1969 को हुआ । उन्होंने एम. कॉम तक की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह लीलावती साहू से हुआ है। उनके एक पुत्र व एक पुत्री है। तोखन का राजनैतिक जीवन 1994 से शुरू हुआ।

वे 1994 में लोरमी ब्लॉक के सुरजपुरा गांव के निर्विरोध पंच बने। 30 जनवरी 2005 को जनपद सदस्य ब्लॉक लोरमी क्षेत्र क्रमांक–18 फुलवारीकला बने। 3 फ़रवरी 2010 को महिला आरक्षण के चलते उनकी पत्नी लीलावती साहू चुनाव लड़कर जनपद सदस्य फिर 19 फ़रवरी 2010 को अध्यक्ष जनपद पंचायत लोरमी बनीं।

2012 में वे जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के प्रतिनिधि बनें। जिला साहू समाज के संरक्षक भी वे रहे हैं। 2013 में भाजपा ने उन्हें लोरमी विधानसभा से टिकट देकर प्रत्याशी बनाया। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी और सिटिंग विधायक धर्मजीत सिंह को चुनाव हराया। उन्हें 52302 वोट मिले। धर्मजीत सिंह को 46061 वोट मिले थे। 2015 में कृषि,मछलीपालन, पशुपालन, जलसंसाधन विभाग के संसदीय सचिव बने।

2014 में छत्तीसगढ़ वन्य जीव बोर्ड के सदस्य और 2015 में खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के सदस्य बने। 2018 में उन्हें भाजपा ने दुबारा लोरमी विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा। पर जनता कांग्रेस के प्रत्याशी धर्मजीत सिंह ने उन्हें चुनाव हरा दिया।

धर्मजीत सिंह ने 67742 वोट हासिल किए थे, जबकि तोखन साहू को 42189 वोट मिले थे। तोखन साहू प्रदेश पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य रहे। फिर प्रदेश किसान मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य बने। 2023 के विधानसभा चुनाव में बेमेतरा जिले की नवागढ़ विधानसभा के प्रभारी भी रहे। वर्तमान में प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष हैं।


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