एक बार फिर से आरक्षण पर बहस: सरकार बनने के बाद एनडीए करेगी आरक्षण को समाप्त, भागवत बोले- राहुल गांधी लोगों को कर रहे गुमराह


 नई दिल्ली।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरक्षण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं। इस बीच एक बार फिर विपक्ष आरक्षण के मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा है। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आरक्षण को लेकर कहा है कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। वहीं उनके इस बयान का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हैदराबाद में ही आकर दिया है।

बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। एक तरफ जहां विपक्ष का कहना है कि सरकार बनने के बाद एनडीए आरक्षण को समाप्त कर देगी और संविधान को बदल देगी।

वीडियो में किया गया झूठा दावा

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है, संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है।

क्या था राहुल गांधी का बयान?

राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी जी आपसे आरक्षण का अधिकार छीनना चाहते हैं. अधिकार, आवाज और आरक्षणये सारी चीजें आपको संविधान से ही मिला है. लेकिन मोदी जी आपसे ये छीन लेना चाहते हैं. संविधान से पहले राजा महराजा हिंदुस्तान पर राज करते थे. अगर आज हिंदुस्तान के गरीबों, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के पास अधिकार है, आवाज है तो ये संविधान की देन है. नरेंद्र मोदी संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर वे चुनाव जीतेंगे तो संविधान बदल देंगे.


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