दिल्ली में छात्र के अपहरण-हत्या के 13 साल पुराने मामले का आरोपी बिहार से गिरफ्तार
नई दिल्ली,24 फरवरी 2023\ दक्षिण दिल्ली के कालकाजी में एक स्कूली छात्र का कथित तौर पर अपहरण कर उसकी हत्या करने के मामले में बिहार के शिवहर से एक बस चालक को गिरफ्तार किया गया है. करीब 13 साल पुराने इस मामले में गिरफ्तार किया गया शख्स अपनी पहचान बदलकर यहां रह रहा था. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि दिल्ली में अपहरण और हत्या के आरोपी भरत लाल ने यहां आकर अपनी पहचान बदल ली थी. वह गिरफ्तारी से बचने के लिए नई पहचान से जुड़े दस्तावेज हासिल करने में कामयाब हो गया था. वह शिवहर में बस ड्राइवर के तौर पर काम करता था. उसकी गिरफ्तारी के लिए किसी भी तरह की सूचना के लिए 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी.
पुलिस ने कहा कि भर लाल को दिल्ली लाया जाएगा और छात्र के कथित अपहरण और हत्या के सही कारणों का पता लगाने के लिए उससे पूछताछ की जा रही है. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि एक महिला ने कालकाजी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका बेटा स्कूल जाने के बाद से लापता है.
उन्होंने कहा कि महिला को बाद में बस कंडक्टर मोहम्मद दिलशाद का फोन आया था, जिसने उसे बताया था कि लड़के का बैग उसके पास है और उन्हें इसे लेने आना चाहिए. बाद में जब उससे संपर्क करने की कोशिश की गई तो उसका फोन स्विच ऑफ मिला था.
पुलिस के अनुसार, मृतक लड़के चंदन उर्फ राहुल की मां और शिकायतकर्ता इंदु देवी ने आरोप लगाया कि 27 अगस्त, 2010 को उनकी बेटी को बस कंडक्टर मोहम्मद दिलशाद का फोन आया, जिसने कहा कि उसके पास चंदन का स्कूल बैग है जिसे उसके पास से लिया जा सकता है.
शिकायतकर्ता ने फोन करने वाले से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला. पुलिस ने कहा कि जब उसका बेटा घर नहीं लौटा, तो उसने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
विशेष पुलिस आयुक्त यादव ने आगे बताया कि महिला ने उसी शाम अपने बेटे की गुमशुदगी की शिकायत कालकाजी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी. इस बीच पता चला कि एक स्कूली लड़के का शव ओखला और तुगलकाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर पाया गया है. शिकायतकर्ता महिला वहां गई और शव की पहचान अपने बेटे के रूप में की.
इसके बाद अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस की जांच में मामले में भरत लाल और उसके दो सहयोगियों की संलिप्तता की जानकारी मिली थी. तीनों ही आरोपी फरार हो गए और अब तक नहीं मिले थे. अब इनमें से एक आरोपी भरत लाल को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, दो सह आरोपी अभी भी फरार हैं.