महाराष्ट्र।
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली (Gadchiroli) में एक महिला समेत 2 लोगों को ‘जादू टोना’ करने के आरोप में जिंदा जला दिया गया. घटना में दोनों की मौत हो गई. आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने दोनों को पहले जमकर पीटा।
फिर उन पर पेट्रोल डालकर जला दिया. पुलिस ने इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया गया है कि आरोपियों में मृत महिला का पति और बेटा भी शामिल है. निचली अदालत में सभी आरोपियों को पेश करने के बाद उन्हें 5 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है।
गढ़चिरौली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घटना 1 मई की है. एटापल्ली तालुका के बरसेवाड़ा गांव में जामनी देवजी तेलामी और देशु कटिया अटलामी के खिलाफ कुछ लोगों ने एकजुट होकर पंचायत बुलाई. दोनों पर आरोप लगाया गया कि वे जादू-टोना और काला जादू करते हैं. आजतक से जुड़े वेंकटेश दुदमवार की रिपोर्ट के मुताबिक शिकायत करने वाले समूह का आरोप था कि उनके जादू-टोना करने की वजह से गांव की आरोही बंदू तेलामी नाम की बच्ची की मौत हो गई. बच्ची की उम्र 3 साल थी।
पंचायत के बाद 1 मई की शाम ही करीब 6 बजे गांव के कुछ लोगों ने एकजुट होकर दोनों को बेरहमी से पीटा. इसके बाद रात करीब 10 बजे अधमरी हालत में दोनों को घसीटकर गांव के बाहर नाले में पेट्रोल डालकर जला दिया गया. इसी बीच पुलिस को मामले की जानकारी मिली. उसे घटनास्थल पर दोनों के शव जले मिले।
पुलिस कार्रवाई में जिन 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें बरसेवाड़ा गांव के देवजी मुहोंडा तेलामी (महिला का पति), दिवाकर देवाजी तेलामी (महिला का बेटा), अजय बापू तेलामी, भौजी शत्रु तेलामी, अमित सामा मडावी, मिर्चा तेलामी, बापू कंदरू तेलामी, सोमजी कंदरू तेलामी, दिनेश कोलू तेलामी, श्रीहरि बिरजा तेलामी, मधुकर देशु पोई, अमित उर्फ नागेश रामजी तेलामी, गणेश बाजू हेडो, मधुकर शत्रु तेलामी और बिरजा तेलामी शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपियों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मृतक जमानी देवजी तेलामी के भाई सदु मासा मुहोदा की शिकायत पर एटापल्ली पुलिस स्टेशन में 2 मई को ये मामला दर्ज कराया गया था. घटना की गंभीरता को देखते हुए गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक, नीलोत्पल, उपविभागीय पुलिस अधिकारी चैतन्य कदम और अधिकारी नीलकंठ कुकड़े ने जांच टीम के साथ एटापल्ली के प्रभारी अधिकारी को कार्रवाई का आदेश दिया।