मध्यप्रदेश
जबलपुर । मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुए डबल मर्डर केस में आखिर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. सिविल लाइन स्थित मिलेनियम कालोनी के जघन्य हत्याकांड में फरार नाबालिग लड़की को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लड़की की गिरफ्तारी हरिद्वार से की गई है. हालांकि पूरे मामले का मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. फिलहाल पुलिस नाबालिग को जबलपुर लेकर आ रही है उससे आरोपी प्रेमी के बारे में जानकारी ली जाएगी।
घर में मिली थी खून से सनी दो लाशें
बीते दिनों सिविल लाइन में रेलवे की मिलेनियम कालोनी में रहने वाले 52 साल के राजकुमार विश्वकर्मा और उनके आठ साल के बेटे तनिष्क की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पिता राजकुमार और भाई तनिष्क की हत्या के बाद नाबालिग बेटी ने भोपाल में अपनी चचेरी बहन को वाइस मैसेज भेज कर कहा कि पड़ोस में रहने वाले मुकुल ने पापा और भाई को मार दिया है. दोपहर करीब तीन बजे पुलिस आरपीएफ के साथ पहुंची तो घर पर बाहर से ताला लगा था, ताला तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई तो अंदर का नजारा काफी चौकाने वाला था।
अदंर किचन में राजकुमार की खून से सनी लाश पड़ी थी. शव पॉलीथिन में बंद था, वहीं फ्रिज में पॉलीथिन के ऊपर चादर में लिपटी तनिष्क की खून से सनी लाश मिली थी. इसके बाद से रेलकर्मी की 17 साल की बेटी अपने 21 साल के बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह के साथ फरार हो गई थी।
गिरफ्तारी से बचने बार-बार बदल रहे थे लोकेशन
पुलिस को अलग-अलग राज्यों में दोनों की लोकेशन मिली थीं. आरोपी हर बार जगह बदलते रहे, इसके बाद पुलिस ने आरोपियों का पोस्टर और फोटो कई राज्यों में बांटा और पूछताछ की।
धार्मिक स्थानों पर छिपे थे आरोपी
पुलिस की कई टीमें इस सनसनीखेज मामले की जांच में जुटी थीं. पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि शुरुआती जानकारी में ये बात सामने आई है कि आरोपी मुकुल और नाबालिग लड़की आश्रम, गुरुद्वारों और अन्य धार्मिक स्थानों पर ठिकाना बना रहे थे. हरिद्वार में इसी तरह से एक आश्रम में वह थे जहां एक चौकीदार को मुकुल की शक्ल पोस्टर से मिलती जुलती दिखी।
चौकीदार ने दी पुलिस को सूचना
चौकीदार ने तुंरत मामले की जानकारी पुलिस को दी. हरिद्वार में जब दोनों को पकड़ने के लिए पुलिस जाल बिछा रही थी उस वक्त मुकुल को संदेह हुआ और उसने नाबालिग से कुछ देर में आने की बात कही और वहां से भाग गया. पुलिस मुकुल की अभी खोजबीन कर रही है, इधर नबालिग को जल्द जबलपुर लाकर पुलिस जांच करेगी।
जिसको लाड़ प्यार से पाल-पोशकर किया बड़ा वही बन गयी जीवन का काल
कहते हैं कि एक पिता का अपने बेटा के बजाय बेटी से ज्यादा मोह होता है । हर बेटी अपने पिता की सबसे ज्यादा लाडली होती है । मृतक राजकुमार विश्वकर्मा यकीनन अपनी बेटी पर भी भरपूर प्यार लुटाए होंगे । बचपन में लोरी गाकर सुलाए होंगे तो उसे उंगली पकड़कर चलना भी सिखाया होगा । हर पिता की तरह राजकुमार भी अपनी बेटी के सुनहरे भविष्य का सपना जरूर देखे होंगे । लेकिन उस बदनसीब पिता को क्या मालूम था कि उसकी बेटी ही उसके जीवन का काल बन जाएगी । प्रेमी के इश्क में वो इतनी अंधी हो जाएगी कि उसके भीतर एक दरिंदा जाग उठेगा, 8 साल के मासूम भाई जिसे राखी बांधती थी उसका कत्ल करने में भी उसके हाथ नहीं कांपे ।आज हर व्यक्ति के जेहन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर बेटी के प्यार में कहां कमी रह गई जो उसने बड़ी बेरहमी से अपने पिता और भाई को मौत के घाट उतार दिया ।