जांजगीर-चांपा।
कलेक्टर आकाश छिकारा की अध्यक्षता में जीवनदीप समिति की कार्यकारिणी समिति की बैठक जिला चिकित्सालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर ने कहा कि नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सर्वाेच्च प्राथमिकता है। बैठक में कलेक्टर ने एजेंडावार कार्यों पर चर्चा की एवं जीवन दीपसमिति के आय-व्यय का ब्यौरा एवं अनुमोदन किया गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओपीडी की संख्या बढ़ाए और गांव गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला चिकित्सालय जांजगीर में मुख्य द्वार से मरचुरी कक्ष तथा ई.सी.टी.सी.भवन तक सड़क डामरीकरण निर्माण कार्य, 40 बिस्तरीय मेटरनिटी वार्ड निर्माण कार्य, परिसर में 33 के.व्ही.ए. विद्युत लाईन का स्थान्तरण कार्य, समस्त शौचालय का उन्नयन, मरम्मत कार्य, परिसर में स्थापित डेली नीड्स एवं कैंटीन का उन्नयन कार्य की जानकारी ली। इसके अलावा सीपेज रोकथाम हेतु 01 लाख लीटर क्षमता की ओव्हर हेड वॉटर टैंक निर्माण कार्य, कारपेन्टर, राजमिस्त्री, माली तथा आयुष्मान भारत अंतर्गत 04 कम्प्यूटर ऑपरेटर की जीवन दीप समिति अंतर्गत कार्य लिये जाने के संबंध में, जिला चिकित्सालय जांजगीर के रिक्त पदों के विरूद्ध भर्ती के संबंध में, जिला चिकित्सालय जांजगीर के एस.एन.सी.यू. में भर्ती बच्चों के माताओं के लिए कक्ष निर्माण के संबंध में चर्चा एवं मैदानी स्तरो में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने के संबंध सहित अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान कहा कि जो भी निर्माण कार्य चल रहे है उनको समय सीमा में पूर्ण किया जाए। इस दौरान उन्होंने बल्ड डोनेशन के लिए लगातार कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसके अलावा प्रतिदिन की जा रही ओपीडी की जानकारी भी ली और डॉक्टर से चिकित्सा संबंधी जानकारी ली और मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर सुझाव भी लिए। इस अवसर पर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वाति वंदना सिसोदिया, सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत, डीपीएम उत्कर्ष तिवारी सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डों का किया अवलोकन
कलेक्टर आकाश छिकारा ने आज जिला अस्पताल के विभिन्न कक्ष का निरीक्षण किया और स्टॉक पंजी से मिलान करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (पहल), दीर्घायु वार्ड, श्रवण एवं वाक कक्ष, स्टोर रूम, भौतिक चिकित्सा एवं परामर्श विभाग आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने दवाईयो का मिलान स्टॉक पंजी से करने के निर्देश दिए। स्टॉक पंजी में एंट्री नहीं होने पर संबंधितों को कड़ी फटकार लगाई। इस दौरान उन्होंने सभी स्टाफ को कंप्यूटर का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। इस दौरान ओपीडी की भी जानकारी लेते हुए उसे बढ़ाने के निर्देश दिए।