नई दिल्ली,29 जुलाई 2023/ पिछले लगभग 3 महीने में मणिपुर ने क्या कुछ नहीं देखा, जलते घर देखे, लुटती दुकानें देखीं… दोनों तरफ से अंधाधुंध फायरिंग देखी, महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर दौड़ाती इंसानियत को शर्मसार करने की घटनाएं देखीं. सेना के बूटों की थाप सुनी और सत्ता पक्ष और विपक्ष के राजनीतिक बोल भी सुने… 150 से ज्यादा लोगों की मौत भी मणिपुर ने देखी और यह भी देखा कि कैसे लोग अपने ही देश और राज्य में शरणार्थी बन जाते हैं. 3 मई को भड़की हिंसा की आग अब भी ठीक से शांत नहीं हुई है. कुकी और मैतेई समुदायों के बीच वैसे तो संघर्ष का पुराना इतिहास है, लेकिन इस बार जो हुआ वह दिल दहला देने वाला है. राज्य में पिछले लगभग 3 महीने में जो कुछ हुआ, उन हालात का जायजा लेने के लिए विपक्षी दलों के 21 सांसदों का डेलिगेशन आज से दो दिन के (29-39 जुलाई) मणिपुर दौरे इंफाल पहुंचा. यह डेलिगेशन वहां की जमीनी हकीकत को देखेगा, लोगों की समस्याओं को सुनेगा और उनके समाधान के लिए सरकार व संसद को अपनी सिफारिशें भी देगा.