जांजगीर-चांपा।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्टर आकाश छिकारा, पुलिस अधिकारी विवेक शुक्ला एवं वनमंडलाधिकारी प्रियंका पांडेय ने आज वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिला ऑडिटोरियम प्रांगण में विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाये एवं कलेक्टर ने पर्यावरण को सुरक्षित बनाये रखने की सभी को शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर ऑडिटोरियम प्रांगण में कलेक्टर छिकारा के कचनार, पुलिस अधीक्षक शुक्ला ने नीम, डीएफओ पांडेय ने आम, अपर कलेक्टर एस पी वैद्य ने जामुन एवं जिला पंचायत सीईओ गोकुल कुमार रावटे ने बादाम का पौधा लगाया। इस दौरान संबंधित अधिकारी कर्मचारी एवं विद्यार्थी ने भी पौधरोपण किया।
कलेक्टर आकाश छिकारा ने विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हमें पौध रोपण करने के साथ ही उनकी सुरक्षा का भी संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने जो हमें संसाधन दिए हैं उनका सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लगातार पर्यावरण प्रदूषित होने से ओजोन परत एवं ग्रीन हाउस को नुकसान हो रहा है। जिसके बचाव के लिए हमें अपने आस पास के वातावरण को सुरक्षित बनाना है। पेड़ पौधों के बिना जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है। हमें अपने प्रकृति के दिए गए संसाधनों का उपयोग बेहतर तरीके से करना है। इसके लिए हमें तालाब, नदी, जल, मिट्टी के स्त्रोत का संरक्षण करने सहित अन्य स्थानों पर पौधे लगाकर पर्यावरण को नुकसान होने से बचाना है। पर्यावरण को बचाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है पौधे लगाकर हम अपने वर्तमान के साथ भविष्य को सुरक्षित रखना है।
पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने कहा कि पर्यावरण आज के समय में चुनौती बन गई है। हम छोटी-छोटी चीजों को नजर अंदाज कर रहे जिससे लगातार गर्मी बढ़ एवं तापमान में ईजाफा हो रहा है। इसलिए जरूरी है कि हम दैनिक जीवन में छोटे-छोटे परिवर्तन के साथ पेड़ लगाकर बड़ा लाभ अर्जित करें। उन्होंने ट्रिपल आर (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। वनमंडलाधिकारी प्रियंका पांडेय ने विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह दिवस मानव जाति को पर्यावरण के साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने से हमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है और कार्बनडाईऑक्साईड कम होती है जिससे तापमान बढ़ता नहीं है। उन्होंने विद्यार्थियों को पर्यावरण को सुरक्षित बनाये रखने के लिए पौध रोपण करने और पेड़ बनने तक उनकी सुरक्षा का संकल्प दिलाया।