रायपुर।
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरुपूर्णिमा पर्व पर समस्त गुरुजन, ऋषिजनों को नमन एवं प्रणाम कर स्मरण किया।नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत ने कहा कि गुरु शिव होता है जो जिव्हा और हृदय में राम नाम को रख कर विष पीकर अमृतमय ही रहता है और उसी अमृत को शिष्य के हृदय में स्थापित कर उसे भी अमृतमय बना देता है गुरुदेव की कृपा से शिष्य गुरु तदरूपता प्राप्त कर शुद्ध बुद्ध और मुक्त होकर स्वालंबन के साथ आगे बढ़ता है।
डॉ महंत ने कहा किए गुरु अपने शिष्यों को हर संकट से बचाने के लिए प्रेरणा देते हैं गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन को वेद व्यास की जयंती के रूप में मनाया जाता है। वेद व्यास लेखक होने के साथ.साथ हिंदू महाकाव्य महाभारत में एक पात्र थे। आषाढ़ मास के दौरान पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा दिवस के रूप में मनाया जाता है परंपरागत रूप से यह दिन गुरुओ की पूजा का महत्व है। गुरु की कृपा से सब संभव हो जाता है। गुरु के ज्ञान आशीर्वाद से व्यक्ति किसी भी विपरीत परिस्थितियों से बाहर निकल सकता हैं।छत्तीसगढ़ गुरुओं का प्रदेश है बाबा गुरु घासीदास संत कबीर दास जी जैसे महान गुरुओं की प्रेरणा ही हम सभी का मार्गप्रशस्त करती है एवं उनके विचारों से ही आज छत्तीसगढ़ में प्रेम मानवता भाईचारा स्थापित है।मैं अपनी ओर से गुरुपूर्णिमा के अवसर पर सभी गुरुओं एवं सभी समाज के गुरुजनों के चरणों में शिश नवाकर नमन करता हूं।