Tag: Friend shot for girl

  • लड़की के लिए दोस्त को मारी गोली, वजह बना मोबाइल, पुलिस को उलझाने के लिए रचा खतरनाक खेल

    लड़की के लिए दोस्त को मारी गोली, वजह बना मोबाइल, पुलिस को उलझाने के लिए रचा खतरनाक खेल

    सीतामढ़ी।

    सीतामढ़ी में प्यार का अंजाम बहुत ही खौफनाक हुआ. जहां एक प्रेमी की हत्या उसकी प्रेमिका ने प्रेमी के दोस्त से करवा दी. इसके बाद इस घटना को छुपाने के लिए कई कहानी बनाई, लेकिन पुलिस ने इस घटना से पर्दा उठा ही लिया. मामले पर सदर एसडीपीओ रामकृष्ण ने बताया कि आशीष ने अपनी गर्लफ्रेंड का मोबाइल रख लिया था. फिर उसकी गर्लफ्रेंड ने आशीष से मोबाइल दिलवाने के लिए प्रिंस से मदद मांगी. इसके बाद प्रिंस ने अपने दोस्त आशीष को कॉल कर मोबाइल लौटाने को कहा. इसके बाद आशीष ने उसकी बात मानते हुए मोबाइल ले जाने के लिए प्रिंस को कमरे पर बुलाया. जहां उसके पहुंचते ही आशीष ने प्रिंस को गोली मार दी. मामले को दबाने के लिए तरह-तरह के जाल बुनता रहा।

    सीतामढ़ी में एक प्रेमी-प्रेमिका के बीच दूसरे की हुई एंट्री के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया. प्रेमिका को अपने कब्जे में रखने के लिए दोस्त की ही हत्या कर दी. मरने वाला इंटर का छात्र प्रिंस था. मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के द्वारा बताया गया कि दोस्त के गर्लफ्रेंड का मोबाइल लौटाने की बात कहने पर मुख्य आरोपी आशीष ने ही अपने कमरे पर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी. उसके बाद पुलिस को उलझाने के लिए जख्मी अवस्था में प्रिंस को इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां से रेफर किए जाने के बाद मुजफ्फरपुर ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. गोली मारने की घटना के बाद से आरोपी आशीष ने पुलिस को उलझाने के लिए लूट की नीयत से पुनौरा थाना क्षेत्र में बदमाशों द्वारा गोली मारने की बात कही थी. मगर, पुलिस को संदेह होने पर पूछताछ में घटना से पर्दा उठा. साथ ही घटनास्थल की भी पुलिस को सही जानकारी मिली।

    घटना स्थल पर मिला यह सामान
    पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर आरोपी का खून लगा कपड़ा, लड़की का मोबाइल और हत्या के बाद कमरे में गिरे खून को साफ किया हुआ कपड़ा बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया. वहीं, मुख्य आरोपी पुनौरा थाना क्षेत्र के राघोपुर बखरी निवासी आशीष यादव उर्फ बाबा जी और नगर थाना क्षेत्र के कोट बाजार निवासी सचिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पुलिस घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद करने और घटना में शामिल अन्य तीन बदमाशों की गिरफ्तार नहीं हो सकी है. एसडीपीओ रामकृष्ण ने बताया कि घटना में जब्त किए सामानों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. वहीं शामिल अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. अभी आशीष और सचिन को जेल भेज दिया गया है।