Tag: Discussion on preventive measures to avoid stress and suicide

  • तनाव और आत्महत्या से बचने के लिए रोकथाम के उपाय पर चर्चा

    तनाव और आत्महत्या से बचने के लिए रोकथाम के उपाय पर चर्चा

    सरगुजा l

    जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, जिला स्वास्थ्य विभाग, सरगुजा एवं मनोविज्ञान विभाग, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर के सयुक्त बैनर तले विश्व आत्महत्या रोकथाम सप्ताह के अवसर पर तनाव प्रबंधन एवं आत्महत्या रोकथाम के उपाय पर विस्तार से चर्चा किया गया l कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ सुमन कुमार (चिकित्सा मनोवैज्ञानिक) रहे l चिकित्सा मनोवैज्ञानिक ने बताया कि तनाव और आत्महत्या से बचने के लिए तनाव प्रबंधन, जीवन कौशल, एबीसी मॉडल, असर्टिवनेस सीखे, सामाजिक धार्मिक एवं पारिवारिक सम्मेलनों में भाग ले, व्यवहार बदले पर तुरंत गौर करे, नजदीकी मनोचिकित्सक/ चिकित्सा मनोवैज्ञानिक से मिले, मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट एडिक्शन (नोमोफोबिया) न पाले एवं टेली मानस का टोल फ्री नंबर (18008914416) से तुरंत सहायता ले l चिकित्सा मनोवैज्ञानिक द्वारा सभी बच्चो का एंजाइटी व डिप्रेशन का स्क्रीनिंग हैमिल्टन स्केल द्वारा किया गया एवं अगर किसी विद्यार्थी को कोइ मनोवैज्ञानिक समस्या परीक्षण द्वारा दिखता है तो उनको मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग एवं सायकोथेरैपी दी जाएगी l मनोज बिसेन (नर्सिंग ऑफिसर) ने लाफिंग एक्सरसाइज द्वारा बच्चो को हँसा हंसाए एवं राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में बताया l एनएमएनपी तरफ से पैंपलेट का भी वितरण किया गया l कार्यक्रम में डॉ. रिजवानउल्लाह (प्रिंसिपल), डॉ तृप्ति विश्वास (विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान), डॉ अनिल कुमार सिन्हा (विभागाध्यक्ष, भूगोल), सुनील केरकेट्टा (विभागाध्यक्ष, जियोलॉजी), डॉ संगीता पांडे (विभागाध्यक्ष, गणित), श्रीमती ज्योति लकड़ा (सहायक प्रोफेसर, मनोविज्ञान), विक्टर खाखा (अतिथि शिक्षक, इतिहास), सुश्री सोहनी सिंह (अतिथि शिक्षक) एवं 140 महाविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित थे l कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोविज्ञान विभाग, राजीव गांधी शासकीय महाविद्यालय एवं एनएमएचपी का सहयोग रहाl