Tag: Children of government schools in Korba will now get nutritious breakfast before midday meal: Labor Minister Dewangan

  • कोरबा के शासकीय स्कूलों के बच्चों को अब मध्यान्ह भोजन के पहले मिलेगा पौष्टिक नाश्ता : श्रम मंत्री देवांगन

    कोरबा के शासकीय स्कूलों के बच्चों को अब मध्यान्ह भोजन के पहले मिलेगा पौष्टिक नाश्ता : श्रम मंत्री देवांगन

    रायपुर ।  

    उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन की पहल पर नई शिक्षा नीति के तहत कोरबा जिले में प्राथमिक और मीडिल स्कूल के बच्चों को स्कूलों में मध्यान्ह भोजन से पूर्व पौष्टिक नाश्ता भी मिलेगा। मंत्री देवांगन के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा स्कूली बच्चों को नश्ता उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसकी शुरूआत जिले के कोरबा और पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के स्कूलों से होगी, जिसका विस्तार निकट भविष्य में जिले के शेष विकासखंडों में होगा।   मंत्री देवांगन आज कोरबा जिले में संपूर्णता अभियान का विधिवत शुभारंभ किया और कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। मंत्री  देवांगन ने बैठक में कोरबा जिले के स्कूली बच्चों को शीघ्र ही सुबह के वक्त नाश्ता प्रदाय किए जाने की योजना पर प्रसन्नता जतायी और कहा कि कोरबा इस अभिनव योजना के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ का अग्रणी जिला होगा।

     उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में विद्यार्थियों को अध्ययन-अध्यापन की प्रभावी व्यवस्था के साथ ही उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है। सरकार का लक्ष्य सभी सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाना है। स्कूली बच्चों के नश्ता दिए जाने की यह व्यवस्था इसी प्रयास की एक कड़ी है। उन्होंने कहा कि स्कूल पहुंचते ही बच्चों को नाश्ता मिलेगा, इससे बच्चों का मन पढ़ाई में और ज्यादा लगेगा।मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि कोरबा श्रम नगरी है, परिजन काम के लिए सुबह से निकल जाते हैं। जिसके चलते श्रमिक परिवार के बच्चे भूखे पेट स्कूल जाते हैं, दोपहर में मध्यान्ह भोजन का समय 1.30 बजे तक खाली पेट पढ़ाई करते हैं। इस वजह से बच्चे अध्ययन में रुचि नहीं ले पाते हैं। यह स्थिति कमोबेश जिले के सभी विकासखंडों में हैं। गौरतलब है नई शिक्षा नीति में स्कूलों में बच्चों को सुबह नाश्ता भी अनिवार्य किया गया है। मंत्री देवांगन ने इस संबंध में स्कूली बच्चों को नाश्ता प्रदाय किए जाने की व्यवस्था के लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा था।