रायपुर ।
छत्तीसगढ़ के उर्जाधानी कोरबा के सीएसईबी फुटबॉल ग्राउंड में प्रदेश सरकार के वाणिज्य, उद्योग व श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन द्वारा आज दीप प्रज्वलित कर 24वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। इस दौरान कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, महापौर कोरबा राजकिशोर प्रसाद, कलेक्टर अजीत वसंत सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह बड़े ही गौरव की बात है कि इस राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता के मेजबानी की जिम्मेदारी कोरबा जिले को मिली है। छत्तीसगढ़ के दूर-दूर से आए हुए खिलाड़ी अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए यहां पहुँचे हुए हैं। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। खेल हमें जीवन मे बहुत कुछ सिखाता है, खेल में हार जीत लगा रहता है, इसमें निराश होने की जरूरत नही है, बल्कि अपनी गलतियों एवं कमियों को सुधार कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है।
मंत्री देवांगन ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि आप सभी देश का आने वाला कल है। शिक्षा के साथ-साथ खेल एवं अन्य विधाओं में आगे बढ़ने का सभी प्रयास करते है। इस हेतु आप सभी हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खेल भावना के साथ हिस्सा लेने एवं अपना सर्वाेच्च प्रदर्शन करने हेतु प्रेरित किया। जिससे वे आगे चलकर नेशनल जैसे बड़े प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ खेल कौशल दिखा सकें एवं अपने परिवार का नाम रौशन कर सकें।विधायक कटघोरा पटेल ने कहा कि खेल जीवन के लिए बहुमूल्य है। खेल से व्यक्ति को अपने प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता है। जीवन में धैर्य व अनुशासन के साथ कठिन परिश्रम करने से निश्चित ही अच्छा परिणाम मिलता है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को अपने-अपने संभाग का प्रतिनिधित्व करने और ऊर्जा के साथ खेलने के लिए प्रोत्साहित किया और शुभकामनाएं दी। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने खिलाड़ियों से कहा कि खेल में हार-जीत होता रहता है, हार से हमें सीखने की जरूरत है और भविष्य में अपना प्रदर्शन सुधारने की जरूरत है। यही सोच के साथ हमें खेल को अपनाना चाहिए।कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिससे शारीरिक के साथ ही बौद्धिक विकास भी होता है। खेल से हम स्पर्धा, समर्पण, मेहनत और टीम भावना सीखते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से अलग अलग क्षेत्रो के लोगों को एक दूसरे की संस्कृति, रीति रिवाजों से परिचित होने व जुड़ने का मौका है।जिला शिक्षा अधिकारी टी पी उपाध्याय ने बताया कि इस राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों सभांग बस्तर, दुर्ग, रायपुर, सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग के 520 (260 बालक तथा 260 बालिका) प्रतिभागी शामिल हैं। 21 से 24 अक्टूबर तक चलने वाले चार दिवसीय राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्ग के दो विधा की प्रतियोगिता का आयोजन होगा।इस अवसर पर नगर निगम सभापति श्याम सुंदर सोनी, हितानंद अग्रवाल, डॉ राजीव सिंह, प्रफुल्ल तिवारी, पार्षद नरेंद्र देवांगन सहित गणमान्य नागरिक, प्रशिक्षकगण एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।