भाजपा के संकल्पपत्र में वर्ष 2025 को (भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती) जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में घोषित करने का संकल्प लिया गया है जो जनजातीय समाज द्वारा राष्ट्रनिर्माण और विकास में दिए गए योगदानों को बड़ा सम्मान है। जनजातीय बच्चों में कुपोषण की समस्या को समाप्त करने के लिए एवं सिकल सेल उन्मूलन का संकल्प लिया गया है। जनजाति विरासत एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लिया गया है जिसमें जनजातीय अनुसंधान संस्थानों के लिए फंड बढ़ाया जाएगा। आदिवासियों की भाषाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण किया जाएगा। डिजिटल जनजातीय कला अकादमी की स्थापना की जाएगी। पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का संवर्धन एवं प्रसार किया जाएगा। जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय की स्थापना की जाएगी ताकि जनजातीय सेनानियों की बलिदान को जीवंत रखा जा सके।
भाजपा के संकल्प पत्र में 24,000 करोड़ का निवेश कर PVTG (विशेष सुभेद्य जनजातीय समूह) के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए निवेश करके मुख्य धारा के व्यक्ति के सामान लाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। नए एकलव्य स्कूलों की स्थापना, लघुवनोपज के उत्पादन को प्रोत्साहित कर उचित मूल्य प्रदान किया जायेगा। घुमंतू परिवारों का सशक्तिकरण, जनजातीय समाज को 20 लाख तक के मुद्रा लोन आसानी से उपलब्ध कराया जाएगा। आजीविका के अवसरों का विकास किया जाएगा जैसे कई संकल्प न केवल ऐतिहासिक है बल्कि दूरदर्शी भी है। मरकाम ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्पपत्र के माध्यम से अपना विजन आज जारी किया जनजाति समाज इसे हाथो हाथ लेकर छत्तीसगढ़ में ठीक वैसा ही कारनामा दोहराएगी जैसा कि विधानसभा चुनाव में दोहराया था। भाजपा का संकल्प पत्र जनजातीय समाज के सर्वांगीण का सुनहरा दस्तावेज है। निश्चित ही अबकी बार छत्तीसगढ़ में 11 के 11 सीट के साथ ही देश में 400 पार का इतिहास भाजपा स्थापित करने जा रही है।