रायपुर।
भाजपा के प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार के द्वारा स्वामी आत्मानंद योजना का नाम बदलना छत्तीसगढ़ के संत महात्माओं का अपमान है। भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार के द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं का नाम बदलकर ही सरकार चलायेगी। इनके पास इस प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था को लेकर कोई योजना नहीं है। स्वामी आत्मानंद योजना के तहत प्रदेश में 737 से अधिक स्कूल संचालित हो रहे हैं। जिसमें 4 लाख 50 हजार से अधिक बच्चे निःशुल्क अंग्रेजी की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आत्मानंद योजना के तहत बनी स्कूले सुव्यवस्थित है पर्याप्त फ़र्नीचर, शिक्षक, पर्याप्त स्टाफ है गरीब माता पिता के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, निःशुल्क अंग्रेजी की शिक्षा मिल रही है। भाजपा की सरकार स्वामी आत्मानंद योजना की स्कूलों की फोटो लगाकर पीएम स्कूल बताकर पीएम योजना में मिलने वाली राशि में हेरा फेरी करने की साजिश कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार को पीएम योजना के तहत अन्य स्कूलों को डेवलप करना चाहिए और योजना के तहत मिलने वाले राशि का सही उपयोग करना चाहिए लेकिन भाजपा की मनसा कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार करना है इसीलिए वह आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का नाम बदलकर घपलाबाजी करने की तैयारी में है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम योजना के तहत जिन स्कूलों को चयनित किया गया था उन स्कूलों का नाम पूर्व नाम की तरह ही है उन स्कूलों को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम योजना के तहत डेवलप किया गया है किसी भी स्कूल का नाम जो पूर्व में था उसे बदला नहीं गया है आमापारा में योजना के तहत बनी स्कूल को आज भी आर डी तिवारी स्कूल कहा जाता है शहीद स्मारक स्कूल को भी उसी नाम से जाना जाता है। प्रदेश में जहां भी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुली है उसमें सिर्फ योजना का नाम लिखा हुआ है और स्कूल का नाम पूर्व की तरह ही रखा गया है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पीएम योजना के तहत प्रदेश के 211 स्कूलों को चयनित किया गया है दूसरे चरण में 500 स्कूलों को चयनित करने की प्रक्रिया है। भाजपा सरकार आत्मानंद योजना के स्कूलों को यथावत रखें और पीएम के तहत अन्य स्कूलों को डेवलप करें।