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  • मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने किया जिला एवं सत्र न्यायालय, बिलासपुर का औचक निरीक्षण

    मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने किया जिला एवं सत्र न्यायालय, बिलासपुर का औचक निरीक्षण

    रायपुर ।

    छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश  रमेश सिन्हा ने आज शाम अपने न्यायालय में सभी सूचीबद्ध प्रकरणों की सुनवाई उपरांत जिला एवं सत्र न्यायालय, बिलासपुर का औचक निरीक्षण किया। सर्वप्रथम सिन्हा ने जिला न्यायालय बिलासपुर के पुराने भवन के समस्त कक्षों का निरीक्षण किया। न्यायालय भवन में जगह-जगह सीपेज देखकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। भवन की कई दीवारों में दरारें और कोर्ट रूम की दीवारों में भी जगह-जगह सीपेज की समस्या दिखी। कॉरीडोर में छत से पानी टपकने के कारण कॉरीडोर में पानी जमा हो रहा था और इसी तरह गार्डन में गमले व पौधे अस्त-व्यस्त पाये गये साथ ही न्यायालय की वाहन पार्किंग व्यवस्था भी अस्त-व्यस्त थी।मुख्य न्यायाधीश  रमेश सिन्हा ने इसके उपरांत जिला न्यायालय, बिलासपुर के नवीन भवन में स्थित कोर्ट रूमों का भी निरीक्षण किया गया। नवीन भवन की स्थिति भी संतोषजनक नहीं पायी। कॉरीडोर में पानी देखकर प्रधान जिला न्यायाधीश से उसका कारण पूछा गया जिसके संबंध में जानकारी दी गयी कि ए.सी. के पानी के कारण कॉरीडोर गीला हो रहा है। इसके तत्काल निराकरण हेतु निर्देशित किया गया। निर्माणाधीन नवीन वाहन पार्किंग का भी निरीक्षण किया और उपस्थित इंजीनियरों को कार्य नियत समयावधि में पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया।

      मुख्य न्यायाधीश  सिन्हा के निरीक्षण की सूचना पर कलेक्टर, बिलासपुर अवनीश कुमार शरण व अन्य प्रशासनिक अधिकारीगण जिला न्यायालय, बिलासपुर में उपस्थित हुये। मुख्य न्यायाधीश द्वारा उक्त अधिकारीगणों को निर्देशित किया कि वे प्रधान जिला न्यायाधीश, बिलासपुर से सामंजस्य करते हुये उक्त अव्यवस्था व समस्याओं को 15 दिवस के अंदर निराकृत कर सूचित करें।न्यायालय भवन में पायी गयी कमियों एवं अव्यवस्थाओं को देखकर मुख्य न्यायाधीश ने अत्यधिक नाराजगी व्यक्त की तथा नीता यादव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बिलासपुर को उक्त कमियों एवं अव्यवस्थाओं को तत्काल निराकृत करने हेतु सख्त निर्देश दिये।गौरतलब है कि पूर्व में भी मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा राज्य के समस्त जिला न्यायालयों का निरीक्षण कर समस्याओं के निराकरण हेतु प्रयास किये गये थे जिनके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं।इस अवसर पर उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल  बलराम वर्मा,  नीता यादव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बिलासपुर, संयुक्त रजिस्ट्रार सह पीपीएस एम.वी.एल.एन. सुब्रहमन्यम तथा प्रोटोकॉल ऑफिसर आर.एस. नेगी भी उपस्थित थे।

  • अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुल उत्सव समारोह में शामिल हुईं राज्यपाल

    अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुल उत्सव समारोह में शामिल हुईं राज्यपाल

    बिलासपुर, 27दिसम्बर 2022

    राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके आज यहां अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय *‘कुल उत्सव’* के समापन समारोह में शामिल हुई। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर छत्तीसगढ़ के 75 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नामयुक्त शिलालेख का भी लोकार्पण किया। सुश्री उईके ने विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित छत्तीसगढ़ी खेलकूद एवं संस्कृति पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका *‘कन्हार’* के नये अंक सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम से जुड़कर समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, सांसद श्री अरूण साव, पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री सतीश अग्निहोत्री, विधायक बिलासपुर श्री शैलेश पाण्डेय, बेलतरा विधायक श्री रजनीश सिंह एवं कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
    राज्यपाल सुश्री उईके ने मां सरस्वती की छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। राष्ट्रगीत, राजगीत एवं विश्वविद्यालय की कुलगीत का सम्मानपूर्वक गायन हुआ। सुश्री उईके ने जयंती पर अटल बिहारी वाजपेयी एवं पण्डित मदनमोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका नमन किया। उन्होंने कहा कि अटल जी सच्चे जननायक थे। सभी वर्ग में उनकी समान रूप से स्वीकार्यता थी। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने अटल जी की प्रतिमा से प्रेरणा लेकर देश को नयी बुलंदियों पर ले जाने के लिए छात्रों और युवाओं का आह्वान किया। उन्होंने अटल जी के साथ बिताये महत्वपूर्ण अवसरों को लोगों के साथ शेयर किया। उन्होंने शैक्षणिक एवं अन्य उपलब्धियां हासिल करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
    मुख्य वक्ता एवं पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री सतीश अग्निहोत्री ने कहा कि अटल जी सही मायने में राजनेता थे। वसुधैव कुटुम्बकम के भारतीय दर्शन पर उनका अटूट विश्वास था। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। उन्होंने कई उदाहरण देकर वसुधैव कुटुम्बकम का वास्तविक अर्थ भी समझाया। कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने पौधे एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से युक्त टोकरी भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों की जानकारी से समारोह को अवगत कराया। आभार ज्ञापन कुलसचिव श्री शैलेन्द्र दुबे ने आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय के कुलपति एलपी पटेरिया, सुन्दरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति श्री वंशगोपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं एवं नागरिक गण उपस्थित थे।