बलौदाबाजार।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार से बड़ी खबर समाने आ रही है, यहां गिरौदपुरी में जैतखाम तोड़ने का मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगों को लेकर को लेकर सतनामी समाज के 10 हजार से ज्यादा लोग अपनी मांगों को लेकर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। कलेक्ट्रेट का घेराव कर परिसर में खड़ी बाइक और चारपहिया वाहनों में आग लगा दी गई है। इसके साथ ही अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। प्रदर्शन के दौरान समाज के लोगों और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
दरअसल, गिरौधपुरी में जैतखाम तोड़ने पर तीन लोगों को जेल भेज दिया गया है। लेकिन आक्रोशित समाज के लोगों का कहना है कि जिन्हें जेल भेजा गया वे असली अपराधी नहीं है। इसलिए प्रदेश भर से सतनामी समाज के लोगों ने दशहरा मैदान में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
झूमाझटकी में एक पुलिसकर्मी जख्मी
सतनामी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की है। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कलेक्टर परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दिया था, लेकिन उसे तोड़ते हुए समाज के लोग अंदर घुस गए। इस दौरान झूमाझटकी में एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई है। गुस्साए लोगों ने कलेक्टर दफ्तर में आग लगा दिया है। अधिकारियों के गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है।
गृहमंत्री बोले- जज करेंगे जांच
इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को ट्वीट कर कहा था कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश थे कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। यह न्यायिक जांच रिटायर्ड जज या कार्यरत जज से कराई जाएगी।बता दें कि, गिरौदपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर एक बस्ती मानाकोनी है। यहां पर पुरानी गुफा है, जो बाघिन गुफा के नाम से प्रचलित है। जहां जैतखाम और सतनामी समाज के पूजा स्थल में तोड़-फोड़ की गई थी। इसके बाद समाज के लोगों ने चक्काजाम किया था। इससे पूरे सतनामी समाज में आक्रोश है।