Tag: विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरु पूर्णिमा पर्व की दी बधाई एवं शुभकामनाएं

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने गुरु नानक देव जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने गुरु नानक देव जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं

    रायपुर, 26 नवंबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने गुरु नानक देव जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएंडॉ. महंत ने कहा कि गुरू नानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरू थे। उनका जीवन और शिक्षाएं न केवल धर्म विशेष के लिए बल्कि पूरी मानव जाति को सही दिशा दिखाती है। इसलिए उनके जन्म दिवस को प्रकाश पर्व के नाम से जाना जाता है। गुरू नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन 1469 ई. में हुआ था। गुरू नानक देव ने मूर्ति पूजा का विरोध करते हुए, एक निराकार ईश्वर की उपासना का संदेश दिया था। उन्होंने तात्कालिक समाज की बुराईयों और कुरीतियों को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग से देवतागण भी आकर गंगा में स्नान करते हैं। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान जरूर करना चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन फल, अनाज, वस्त्र और गुड़ आदि चीजों का दान किया जा सकता है। शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्मी को समर्पित मानी जाती है। वास्तव में कार्तिक मास की पूर्णिमा मनुष्य के अंदर छुपी बुराईयों को, नकारात्मकता को, अहंकार, काम, क्रोध, लोभ और मोह को दूर करने में सहायता करती है और जीवन में सकारात्मकता प्रसन्नता और पवित्रता का संचार करती है ।

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का हुआ समापन

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का हुआ समापन

    रायपुर, 06 सितम्बर 2023 /छत्तीसगढ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में आज जिला मुख्यालय जांजगीर-चांपा के शासकीय हाई स्कूल मैदान में 04 सितम्बर से 06 सितम्बर तक आयोजित 03 दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का समापन हुआ। इस तीन दिवसीय आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने अपने बेहतरीन खेल प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के विजेताओं एवं अन्य प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।  छत्तीसगढ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास महंत ने संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आज समापन है। छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान, संस्कृति और परम्परा है इस संस्कृति परंपराओं को लोग भूलते जा रहे हैं इसमें हमारा छत्तीसगढ़िया खेल भी है जिसे हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से पुनर्जिवित किया है। खिलाड़ियों ने ग्रामीण एवं परम्परागत खेलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से छत्तीसगढ़िया खेल एवं संस्कृति को जीवंत किया है। आने वाले समय में इसका बहुत अच्छा परिणाम निकलेगा। खेल में भाग लेना जरूरी है। इसमें शामिल होकर भाईचारे और एकता का विकास करना आवश्यक है। छत्तीसगढ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ रामसुंदर दास ने विजयी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के समापन समारोह में सभी खेल का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पूरे छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन हो रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य शाकम्बरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे मुख्यमंत्री द्वारा पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल सभी खिलाड़ियों को उत्साहर्वधन कर सभी को शुभकामनाएं दी।इस समापन कार्यक्रम में कार्यक्रम में अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जांजगीर-नैला श्री भगवान दास गढ़ेवाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद चांपा श्री जय थवाईत, सदस्य खाद्य आयोग श्रीमती ज्योति किशन कश्यप, सदस्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड श्री नारायण खण्डेलिया, सदस्य श्रम कल्याण बोर्ड श्री हरप्रसाद साहू, जिला पंचायत सभापति कुसुम कमल साव, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, कृषि उपज मंडी नैला अध्यक्ष श्री ब्यासनारायण कश्यप, श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह, श्री गुलजार सिंह, श्री देवेश सिंह, श्री विवेक सिसोदिया, डॉ परस शर्मा, श्री रफीक सिद्दिकी सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

     

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना कर उन्नत कृषि और किसानो की खुशहाली की कामना की

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना कर उन्नत कृषि और किसानो की खुशहाली की कामना की

    रायपुर 17 जुलाई 2023/

    छत्तीसगढ़ विधानसभा  अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना कर उन्नत कृषि और किसानो की खुशहाली की कामना की ध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने आज लोकपर्व हरेली के अवसर अपने निवास में नांगर सहित कृषि औजारों की पूजा अर्चना की। उन्होंने नारियल व भोग के रूप मे गुरहा चीला व छत्तीसगढ़ी व्यंजन चढ़ाकर प्रदेश में उन्नत कृषि व खुशहाली की कामना की‌। इस अवसर पर डॉ महन्त ने आमजनों की समस्या सुनकर उनके त्वरित निराकरण कराने का भरोसा दिया । उन्होंने आगंतुकों को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व हरेली तिहार की शुभकामनाएं और बधाई दी। इस अवसर पर महंत निवास में श्री गुलजार सिंह, एल्डरमैन श्री रवि शंकर पांडेय, सर्व श्री रविंद्र शर्मा, शाश्वत दीवान, सुरेंशधर दिवान, डॉ के पी राठौर, पवन राठौर, सोनू, विजय राठौर, पंकज शुक्ला, हरीश राठौर,आकाश सानू, अभिषेक कर्ष, नगर केसरवानी समाज के प्रतिनिधि मंडल, अधिकारी कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरु पूर्णिमा पर्व की दी बधाई एवं शुभकामनाएं

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरु पूर्णिमा पर्व की दी बधाई एवं शुभकामनाएं

    रायपुर, 03 जुलाई 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरुपूर्णिमा पर्व पर समस्त गुरुजन, ऋषिजनों को नमन, प्रणाम कर स्मरण किया।

    विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, गुरु शिव होता है जो जिव्हा और हृदय में राम नाम को रख कर विष पीकर अमृतमय ही रहता है और उसी अमृत को शिष्य के हृदय में स्थापित कर उसे भी अमृतमय बना देता है गुरुदेव की कृपा से शिष्य गुरु तदरूपता प्राप्त कर शुद्ध बुद्ध और मुक्त होकर स्वालंबन के साथ आगे बढ़ता है।

    डॉ महंत ने कहा कि, गुरु अपने शिष्यों को हर संकट से बचाने के लिए प्रेरणा देते हैं गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन को वेद व्यास की जयंती के रूप में मनाया जाता है। वेद व्यास लेखक होने के साथ-साथ हिंदू महाकाव्य महाभारत में एक पात्र थे। आषाढ़ मास के दौरान पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा दिवस के रूप में मनाया जाता है, परंपरागत रूप से यह दिन गुरुओं की पूजा का महत्व है। गुरु की कृपा से सब संभव हो जाता है। गुरु के ज्ञान आशीर्वाद से व्यक्ति किसी भी विपरीत परिस्थितियों से बाहर निकल सकता हैं।

    छत्तीसगढ़ गुरुओं का प्रदेश है बाबा गुरु घासीदास, संत कबीर दास जी जैसे महान गुरुओं की प्रेरणा ही हम सभी का मार्ग प्रशस्त करती है एवं उनके विचारों से ही आज छत्तीसगढ़ में प्रेम, मानवता, भाईचारा स्थापित है।

    मैं अपनी ओर से गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सभी गुरुओं एवं सभी समाज के गुरुजनों के श्री चरणों में शीश नवाकर नमन करता हूं।