रायपुर/24 फरवरी 2024। प्रधानमंत्री मोदी का का भाषण यह बताने के लिये पर्याप्त था कि नरेन्द्र मोदी पिछले 10 साल में कुछ भी उपलब्धि हासिल नही कर पाये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि 10 साल तक उन्होंने सिर्फ जुमलेबाजी किया। अब लोकसभा चुनाव शुरू होने वाला है मोदी को अपनी उपलब्धि बताने के लिये कुछ भी नहीं है। बड़ा ही हास्यापद है कि 9 लाख का सूट पहनने वाले, 8 हजार करोड़ के विमान से चलने वाले प्रधानमंत्री मोदी, 35 हजार रू किलों का मशरूम खाने मोदी अपने आप को संत बता रहे। जो प्रधानमंत्री पिछले 10 साल में अपने ब्राडिंग में जनता के हजारों करोड़ रू खर्चा कर देता है? वह खुद को सबसे ईमानदार बता रहे है। प्रधानमंत्री बताये कि अडानी की संपत्ति इनके राज में कैसे बढ़ रही है? अडानी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके है?प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि प्रधानमंत्री बताये कि उनके दो कार्यकाल पूरा होने के बाद भी उनके 2014 के वायदों का क्या हुआ? 100 दिन में महंगाई कम करने का वादे कर क्या हुआ? किसानों की आय दुगुनी का क्या हुआ? मोदी यह बताये 10 साल के बाद भी अपने समर्थन मूल्य गारंटी के लिये भारत का किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहा है। युवाओं को 2 करोड़ रोजगार क्यो नही मिला, पेट्रोल डीजल के दाम 35 रू क्यो नही हुआ? हर के खाते में 15 लाख क्यो नही आया? 2022 तक हर आवासहीनों के मकान के वायदे का क्या हुआ, विदेशों से काला धन लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख लाने के वादे का क्या हुआ? मोदी बताये देश के महिलाओ को सुरक्षित वातावरण क्यो नही मिल रहा है? प्रधानमंत्री को बयानबाजी के बजाय अपने 10 साल के वादों का हिसाब जनता को दे।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि नरेन्द्र मोदी को अध्यन करना चाहिये कि 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया। देश की आजादी से लेकर भारत का नव निर्माण कांग्रेस की देन है। जब 1947 के बाद देश में पहली बार कांग्रेस की सरकार बनी तब देश की साक्षरता दर 18 फीसदी थी। नरेन्द मोदी जब प्रधानमंत्री बने तब देश की साक्षरता दर लगभग 80 फीसदी से ऊपर थी। 1947 में देश में एक भी आईआईएम, आईआईटी, एम्स, सिंचाई के बांध नही थे। बोकारों, राउरकेला, दुर्गापुर जैसे संयत्र कांग्रेस के सरकार ने बनाया। देश के नवनिर्माण से औद्योगिकरण को किया तो कांग्रेस की सरकार ने किया। मोदी ने 10 सालों में सिर्फ कांग्रेस की सरकारों के द्वारा बनाये गये सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने का काम किया है।