छत्तीसगढ़।
सब्जियों के दाम ने इन दिनों रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। मानसून के बाद सब्जियों के दाम में लगातार बढ़ रहे हैं। महज एक महीने के अंतराल में हरी सब्जियों के दाम दोगुने हो गए हैं। गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश से सब्जियां खराब, आवक कम
साप्ताहिक बाजार के सब्जी विक्रेता तोरण सिन्हा ने बताया कि मानसून लगने के बाद लगातार सब्जियों के दाम में वृद्धि हो रही है। बारिश से सब्जियां खराब होने के कारण आवक कम हो रही है और दाम में वृद्धि हो रही है। मंडी में हम काफी ऊंचे दामों में सब्जी खरीदते हैं। गरीब एवं आम जनता महंगी सब्जी नहीं खरीद सकते, इसलिए हरी सब्जियां की खरीदारी में गिरावट आ रही है।
टमाटर 50 रुपए किलो बिक रहा
कुछ दिनों पहले 20 रुपए किलो बिकने वाली फूलगोभी 80 से 100 रुपए किलो बिक रही है। 10 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 50 रुपए किलो में बिक रहा है। साथ ही भिंडी, बरबट्टी, करेला, आलू, लौकी, कुहड़ा, कुंदरू, धनिया, मिर्च, प्याज भाजी, लाल भाजी, पालक भाजी सहित अन्य सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हुई है।
गुंडरदेही में सब्जियों के दाम
सब्जियां कीमत प्रति किलो
टमाटर 50 रुपए
करेला 80 रुपए
भिंडी 60 रुपए
कुंदरू 40 रुपए
बरबट्टी 80 रुपए
फूलगोभी 80 से 100 रुपए
लौकी 20 रुपए
प्याज भाजी 120 रुपए किलो
शिमला मिर्च 80 रुपए किलो
पालक भाजी 60 रुपए