Tag: माँगो का किया JCCJ ने समर्थन।

  • अनुकंपा नियुक्ति के लिए आश्रित विधवा बहनों का निर्जला अनशन, माँगो का किया JCCJ ने समर्थन।

    अनुकंपा नियुक्ति के लिए आश्रित विधवा बहनों का निर्जला अनशन, माँगो का किया JCCJ ने समर्थन।

    रायपुर 7 नवंबर 2022/

    छत्तीसगढ़ की एकमात्र क्षेत्रीय राजनीतिक दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने आज राजधानी के हृदय स्थल बूढ़ा तालाब स्थित धरना प्रदर्शन स्थल पहुंचकर अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले महिलाओं के द्वारा की जा रहे किए जा रहे क्रमिक निर्जला आमरण अनशन का पार्टी की ओर से समर्थन दिया और कहा यह हमारी बहने अपने पति के जीवनकाल में उनके दीर्घायु जीवन के लिए निर्जला उपवास करती है लेकिन आज अत्यंत दुख की बात है कि छत्तीसगढ़ के मैदानी, वनांचल, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में सेवाएं देते हुए हजारों शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी दिवंगत हो गए है उनकी विधवा बहने अपने पति के स्वर्गवास होने के बाद आज अपने घर परिवार के हक अधिकार के लिए विगत 20 अक्टूबर से क्रमिक निर्जला आमरण अनशन कर रही है। लेकिन सरकार कुंभकरण नींद में सो रही है उन्हें महिलाओं को यह दुख और दर्द दिखाई नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा ऐसी स्थिति में सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल बहनों की मांग को पूरी करनी चाहिए। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश क्रमांक एफ-9-30/2021/1/5, नया रायपुर अटल नगर, दिनांक सितंबर 2021 के अनुसार माननीय मुख्यमंत्री के घोषणानुसार दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए पात्रता का परीक्षण कर सुझाव एवं सेवा शर्त निर्धारित करने बाबत अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठन किया गया था । समिति को इस संबंध एक माह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने का निर्देश किया गया था परंतु 13 माह के पश्चात भी आज दिनांक तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया है जिससे स्पष्ट है कि सरकार विधवा बहनों के अधिकार के प्रति गंभीर नहीं है। यही कारण हैं अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर दिवंगत शिक्षको की विधाएं बहने समय-समय पर अनेकों बार शासन प्रशासन से मांग कर चुकी है , ज्ञापन दे चुकी है लोकतांत्रिक तरीके से धरने में बैठकर शासन प्रशासन का ध्यान भी आकृष्ट करवा चुकी परंतु शासन के द्वारा आज तक अनुकंपा नियुक्ति का निराकरण नहीं किए जाने के कारण पुनः महिलाएं सरकार के विरुद्ध निर्जला अनशन जैसे कठिन प्रदर्शन को अपनाकर अपनी जान की बाजी लगा दी है।