Tag: भई वाह! कंपनी हो तो ऐसी

  • भई वाह! कंपनी हो तो ऐसी, Empolyees को बोनस में दी चार साल की सैलरी

    भई वाह! कंपनी हो तो ऐसी, Empolyees को बोनस में दी चार साल की सैलरी

    नई दिल्ली, 10 जनवरी 2023\ भई वाह! सच में हर किसी के सपनों की कंपनी ऐसी ही होगी. जैसी कंपनी की हम यहां बात कर रहे हैं. सुनकर यकीन नहीं होगा, लेकिन ये सच है कि ताइवान की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को 50 महीने यानी चार साल से ज्यादा की सैलरी के बराबर बोनस दिया है. इस कंपनी का नाम है एवरग्रीन मरीन कॉर्पोरेशन. कंपनी कंटेनर ट्रांसपोर्ट और शिपिंग के बिजनेस में है. अब आप सोच रहे होंगे कि काश हमारी कंपनी भी ऐसा ही करती या काश हम ही एवरग्रीन मरीन कॉर्पोरेशन में होते. इतना सोच ही लिया है तो सोचिए कि अगर आपको चारल साल की सैलरी के बराबर बोनस मिलता तो आप क्या करते?

    ज्यादा खुश न हों

    जी हां, ज्यादा खुश न हों… क्योंकि कंपनी ने सभी कर्मचारियों को 50 महीने की सैलरी के बराबर बोनस नहीं दिया जा रहा है. बल्कि कुछ चुनिंदा कर्मचारियों को ही यह शानदान बोनस देकर खुश किया है. बोनस कर्मचारियों के ग्रेड और उनके काम का आकलन करके दिया जा रहा है. यही नहीं यह बोनस सिर्फ उन कर्मचारियों को ही मिलेगा, जो ताइवान में रहकर कंपनी के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

    हालांकि, बता दें कि कंपनी की तरफ से 50 महीने की सैलरी बोनस के रूप में देने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं है. लेकिन कंपनी की तरफ से यह आश्वासन जरूर दिया गया है कि साल के आखिर में जो बोनस दिया जाएगा, वह कंपनी के इस पूरे सालभर के काम पर निर्भर करेगा.

    इंडस्ट्री में शानदार उछाल

    जैसा आपकी कंपनी में होता है, कर्मचारियों के काम के हिसाब से ही उनका बोनस तय होता है, वैसा ही एवरग्रीन मरीन कॉर्पोरेशन में भी होगा. कंपनी ने बोनस को लेकर अभी और अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया है. बता दें कि पिछले 2 वर्षों में शिपिंग इंडस्ट्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है.

    कोरोना काल में माल भाड़े में भी वृद्धि हुई और कंज्यूमर गुड्स की डिमांड भी बढ़ी है. जानकारी के अनुसार साल 2020 के मुकाबले कंपनी के रेवेन्यू में साल 2022 में तीन गुना से भी ज्यादा की वृद्धि हुई है. इस वृद्धि को देखते हुए यह खबर कर्मचारियों के लिए चौंकाने वाली नहीं है.

    ताइवान की राजधानी ताइपे के अखबार में 30 दिसंबर को छपी एक रिपोर्ट में कुछ कर्मचारियों के हवाले से खबर छपी कि उनके खाते में 65 हजार डॉलर यानी करीब 53 लाख, 38 हजार रुपये से अधिक क्रेडिट हुए थे. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सभी कर्मचारियों को इतना बोनस नहीं मिला है. उधर शंघाई में काम करने वाले कर्मचारियों को उनकी सैलरी का 5-8 गुना तक बोनस दिया जा रहा है.