नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले पंद्रह दिनों से इंडी गठबंधन के बड़े नेताओं के बीच एक अराजक तूफान चल रहा है. बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि विपक्षी समूह के एक प्रमुख नेता ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है कि जब तक उन्हें ‘पीएम चेहरे’ के रूप में नामित नहीं किया जाता, वे किसी भी चुनाव अभियान में शामिल नहीं होंगे. बिहार के नवादा में एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने इंडी गठबंधन और इसके आंतरिक झगड़े पर कटाक्ष किया कि उनका पीएम उम्मीदवार कौन होगा?
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी गुट लगातार कह रहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ही वे ‘नेता’ पर फैसला करेंगे और घोषणा करेंगे. ‘अब वे उन्हें मना रहे हैं. कौन जानता है, वे समझेंगे या नहीं.’ पीएम मोदी ने कहा कि ‘यह तो इंडी गठबंधन की स्थिति है.’ प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने इस बात पर ध्यान दिया कि कैसे विपक्षी समूह के नेता चुनाव अभियानों में कार्रवाई से गायब थे. पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैंने पूछा कि मामला क्या है. क्या इंडी गठबंधन के नेता बहुत आराम महसूस कर रहे हैं?’
‘इंडी के नेता आलसी और आरामपसंद’
पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के लहजे में यहां तक कहा कि विपक्ष के ही एक नेता ने बयान दिया था कि उनके ‘लोग आलसी और आरामपसंद हैं, कुछ नहीं करना चाहते.’ अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने आगे इंडी गठबंधन पर कटाक्ष किया और कहा कि यह ‘भ्रष्ट लोगों का अड्डा, राष्ट्र-विरोधी ताकतों का ठिकाना’ है. इंडी गठबंधन के पास न तो दूरदर्शिता है और न ही विश्वसनीयता. जो लोग दिल्ली में एक साथ खड़े हैं, वही लोग अलग-अलग राज्यों में एक-दूसरे को गाली देते हैं.’ ‘उन्होंने कहा कि समूह केवल ‘मजबूरी से’ एक साथ आया है और यह सत्ता का लालच है.
‘मोदी की गारंटी से डरे’
पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गुट के नेता सनातन धर्म को खत्म करने, भारत के एक और विभाजन की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने दक्षिण भारत को अलग करने के बारे में खुले बयान दिए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि ‘इंडी गठबंधन के एक बहुत प्रमुख नेता ने कहा कि मोदी की गारंटी पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. ये लोग कहते हैं कि मोदी द्वारा गारंटी देना गैरकानूनी है.’ प्रधानमंत्री ने जवाब में पूछा कि क्या आप मोदी की गारंटी से डरे हुए हैं?’
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