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  • महापुरुषों की पूजा-पाठ करने से नहीं, बल्कि उनके विचारों पर अमल करने से संभव होगी।

    महापुरुषों की पूजा-पाठ करने से नहीं, बल्कि उनके विचारों पर अमल करने से संभव होगी।

    रायपुर 06 फरवरी 2023/

    सद्गुरु रविदास महाराज के 646वें जन्मदिन के अवसर पर मा. विद्या प्रकाश कुरील के नेतृत्व में स्थानीय सामाजिक-राजनीतिक नेताओं द्वारा हैदराबाद, तेलंगाना में रविदास जयंती का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।

    इस कार्यक्रम में बहुजन द्रविड पार्टी द्वारा निकली जा रही 55 दिवसीय राष्ट्र स्तरीय ‘बेगमपुरा भारत – भाईचारा यात्रा’ को आमंत्रित कर सर्वमान्य दिनेश कुमार गौतम, राष्ट्रीय महासचिव बीडीपी; अशोक साकेत, राष्ट्रीय प्रवक्ता बीडीपी; राजबीर, कोर कमेटी सदस्य बीडीपी; सरदार तीरथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बीडीपी, पंजाब; एस. मनिवासगम, कोर कमेटी सदस्य बीडीपी; वी.जी.आर. नारागोनी, अध्यक्ष राज्याधिकार पार्टी, तेलंगाना; सरदार कोरकई पलनीसामी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बीडीपी, तमिलनाडु; नत्थूलाल प्रजापति, कोर कमेटी सदस्य, बीडीपी मध्यप्रदेश; डॉ. बैजनाथ चौधरी; मोतीलाल साकेत; सरदार सेल्वा सिंह सहित यात्रा में शामिल सभी बीडीपी कार्यकर्ताओ का भव्य स्वागत किया गया।

    स्वागत कार्यक्रम के उपरांत पार्टी प्रवक्ता मा. अशोक साकेत ने सर्वप्रथम कार्यक्रम आयोजकों का आभार व्यक्त किया। तत्पश्चात उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “प्रिय बहुजन द्रविड भाइयों और बहनों, आज हमारी इस ‘बेगमपुरा भारत – भाईचारा यात्रा’ का सत्रहवां दिन है। पिछले सोलह दिनों में हम लोग सात राज्यों में जनसंपर्क करते हुए आज आपके यहाँ (हैदराबाद) पहुंचे हैं। भाइयों, वैसे तो हम रस्मी तौर पर प्रत्येक वर्ष सद्गुरु रविदास महाराज की जयंती मनाते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि हमें अपने महापुरुषों की सिर्फ जयंती मनाने अथवा उनकी पूजा-पाठ करने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उनके उद्देश्य और मिशन को पूरा करने की दिशा में भी गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।

    क्योंकि हमारे बहुजन द्रविड समाज की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मुक्ति महापुरुषों की पूजा-पाठ करने से नहीं, बल्कि उनके विचारों पर अमल करने से ही संभव होगी।

    उन्होंने उपस्थित जनसमूह से पूछा कि यहां कितने लोगों को पता है कि बेगमपुरा संकल्पना सद्गुरु रविदास महाराज की संकल्पना है, जोकि श्री गुरुग्रंथ साहिब में संकलित है?

    बहुत कम लोगों द्वारा जवाब में हाथ उठाने पर उन्होंने कहा कि आप लोग अनजाने में ही ब्राह्मणवादी परंपरा को पालने-पोषने का काम कर रहे हैं, जबकि सद्गुरु रविदास महाराज का पूरा जीवन ब्राह्मणवाद के खिलाफ लड़ते हुए गुजरा था।

    उन्होंने ‘बेगमपुरा भारत – भाईचारा यात्रा’ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, पिछले 75 वर्षों से स्थापित ब्राह्मणवादी ‘रामराज’ के कारण आज देश का गैर-ब्राह्मण समुदाय अनेक दुख यानी ग़म से ग्रसित है, इसलिए इस ‘गमपुरा’ का जड़मूल से नाश कर ‘बेगमपुरा भारत’ निर्माण के लिए हम लोग पार्टी अध्यक्ष मान्यवर जीवन कुमार मल्ला जी के नेतृत्व में 55 दिवसीय राष्ट्र स्तरीय ‘बेगमपुरा भारत – भाईचारा यात्रा’ कर रहे हैं। हमें पूरा यकीन है कि यह यात्रा आपकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करने वाली यात्रा साबित होगी। इसलिए आप सबसे अपील है कि आप लोग तन-मन-धन से इस यात्रा का समर्थन करें।

    अंत में एक बार फिर से कार्यक्रम आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि, भाइयों आज हमें अनंतपुर, आंध्र प्रदेश के लिए रवाना होना है। इसलिए आपके बीच ज्यादा समय व्यतीत न करते हुए हम आपसे विदा लेते हैं।