रायपुर।
छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण पुरस्कारों की घोषणा आज राजधानी रायपुर के ऐतिहासिक महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय से डिप्टी सीएम अरुण साव ने की। सभी 36 अलंकरण पुरस्कार 6 नवंबर को देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हाथों प्रदान किए जाएंगे। 16 अलग-अलग विभागों से संबंधित इन अलंकरणों की घोषणा के पूर्व निर्णायक मंडल की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने विचार किया। प्रेसवार्ता में संस्कृति विभाग के सचिव पी. अंबलगन और संचालक विवेक आचार्य मौजूद थे।
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि पिछले 24 सालों से इस विषय की पत्रकारवार्ता इसी हॉल में होती रही है। इसी हॉल से अलंकरणों की घोषणा होती रही है और आज फिर से इस परंपरा का निर्वहन करते हुए राज्य अलंकरण पुरस्कार की घोषणा यहां से की गई है। सामान्यतः संस्कृति मंत्री ही राज्य अलंकरणों की घोषणा करते रहे हैं। संस्कृति विभाग मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास है और उन्होंने मुझे अधिकृत किया है कि मैं आपके बीच आज यह घोषणा करूं,इसके लिए मैं आपके बीच में उपस्थित हूं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि स्मरण दिलाना चाहूंगा 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई, जैसा आप सब जानते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के दृढ़ संकल्प और छत्तीसगढ़वासियों के प्रति उनके स्नेह के कारण अलग छत्तीसगढ़ राज्य बन सका। इस 24 वर्षों के सफर में छत्तीसगढ़ ने हर क्षेत्र में तरक्की और प्रगति की है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां पर राज्य ने प्रगति और तरक्की नहीं की हो। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद हमने संकल्प को फिर से दोहराया ” हमने ही बनाया है हम ही सवारेंगे” छत्तीसगढ़ को संवारने का काम सरकार लगातार कर रही है।