कलेक्टर श्री भुरे ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में अलग-अलग बीमारियों की जांच के लिए नियमित रूप से कैंप लगाया जाए। इसी तरह जिला अस्पताल में स्थित हमर लैब में मरीजों की किए जाने वाली पैथालॉजी टेस्ट का रिपोर्ट मरीजों को व्हाटसअप के माध्यम से भेजा जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुष्मान कार्ड से ईलाज कराने वाले मरीजों का शत-प्रतिशत ब्लॉकिंग किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में बताया गया कि चिकित्सालय में आयुष्मान कार्ड बनाने की संख्या एवं ब्लॉक कार्ड की संख्या बढ़ाने हेतु नया डाटा एंट्री ऑपरेटर द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया। इस संबंध में जनवरी 2023 में कुल आईपीडी संख्या 874 से 788 मरीजों का 91 प्रतिशत आयुष्मान ब्लॉकिंग किया गया एवं पूर्व में 67 प्रतिशत आयुष्मान ब्लॉकिंग के अनुरूप 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के एनआरसी विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, रायपुर की सहायता से आउटबाउंड भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं वर्तमान में बेड ऑक्युपेंसी रेट 86.6 प्रतिशत रेट है।
बैठक में कलेक्टर ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि के लिए आवश्यक मानव संसाधन की व्यवस्था के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी में स्किन लैब, विभिन्न विभागों में मांग अनुसार 5 नग एसी की स्थापना, 800 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट स्थापना कार्य हेतु 500 केवी का नया ट्रांसफार्मर क्रय करने संबंधित अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक में ओ.टी टेक्नीशीयन, लैब टेक्नीशीयन , पैथो लैब असिस्टेंट, पैथो लैब अटेंडेट, वार्ड आया/ब्वाय, पी.जी.एम.ओ, 04 डाटा एन्ट्री आपरेटर, मैकेनाईज्ड लॉण्ड्री मशीन आपरेटर संबंधित अन्य विषयों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन , सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य डॉक्टर एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।