रायपुर। ठंड के बाद अब गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. प्रदेश के मैदानी और वनांचलों पेंड्रारोड, जगदलपुर-अंबिकापुर में तापमान 40 के पार जा चुका है. देश सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज कहर ढाने लगा है। राजधानी रायपुर में दिन का तापमान प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम 41.4 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम न्यनूतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया हैं। वही पेंड्रारोड में 38 डिग्री , जगदलपुर में 37 डिग्री व अंबिकापुर में 40 डिग्री दर्ज किया गया है जो सामान्य से 3 डिग्री तापमान अधिक होने से दोपहर में हीट वेव जैसे हालत बने हुए हैं।
लालपुर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के कई स्थानों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की सम्भावना है। अप्रैल महीने की पहले सप्ताह में ही लू जैसे गर्म हवाएं चलने से नदी व तालाबों में जल स्तर कम होने लगें है. ग्रामीण इलाकों में निस्तारी के लिए बलौदाबाज़ार जिले के नहरों में पानी छोड़ा गया है। वही पलारी ब्लॉक के रोहांसी – अमेठी गांव से लगे महानदी के जल प्रवाह क्षेत्र में जल स्तर घटने लगा है। महानदी में बने एनीकट में पानी होने से आसपास के ग्रामीण रबी- गर्मी सीजन की धान की फसलों में सिचांई के लिए पानी का उपयोग कर रहें है. आगामी सप्ताह में तापमान में 3 से 5 डिग्री तक गिरावट आने से गर्मी का पारा 35 से 37 डिग्री तक यानि सामान्य रहने से लोगों को गर्मी से थोड़ा राहत मिलने की उम्मीद है।
वही आंध्र प्रदेश में तो यह 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में हीट वेव जैसे हालात हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 6 अप्रैल तक इन राज्यों में मौसम का मिजाज तल्ख रहने का पूर्वानुमान जताया है. वहीं, पूर्वोत्तर भारत में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है. मालूम हो कि मौसम विभाग पहले ही इस सीजन भीषण गर्मी का प्रकोप रहने की आशंका जता चुका है. आईएमडी का पूर्वानुमान सही होता दिख रहा है. अप्रैल के पहले सप्ताह में ही अधिकांश राज्यों में तपिश बढ़ चुकी है.
देश के मैदानी क्षेत्र में गर्मी ने प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है. अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में ही अधिकांश प्रदेशों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है. बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड जैसे प्रदेशों में लू के थपेड़े चलने लगे हैं. गंगा नदी के लगते क्षेत्रों में तपिश और बढ़ गई है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि शनिवार तक हालात ऐसे ही रहने वाले हैं. आने वाले समय में तापमान में और वृद्धि देखी जा सकती है. बिहार के कई जिलों में तापमान अभी से ही बेकाबू होने लगा है. वहीं, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गर्म हवा के थपेड़े चलने लगे हैं. ऐसे में आमलोगों को सावधानी के साथ बाहर निकलने की सलाह दी गई है.
दक्षिण-पश्चिम भारत में तपिश
उत्तर और पूरबी भारत के साथ ही दक्षिण और पश्चिम भारत में भी तपिश बढ़ने लगी है. आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में शुक्रवार को तापमान 44 (43.7) डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया. वहीं, भुवनेश्वर का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. कर्नाटक के गुलबर्गा में भी गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया. महाराष्ट्र के सोलापुर में तापमान 43 के पार पहुंच गया. बता दें कि गर्मी की आहट के साथ ही दक्षिण भारत के कई राज्यों में पेयजल का संकट बढ़ गया. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में तो हालात बदतर हो चुके हैं. वहीं, केरल में भी इसका असर देखा जाने लगा है.
पूर्वोत्तर भारत में बारिश के आसार
मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर के लिए राहत भरा पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि देश के इस हिस्से में 9 अप्रैल तक आंधी के साथ बारिश हो सकती है. ऐसे में पूर्वोत्तर भारत के लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिलेगी. बता दें कि गंगा से लगते मैदानी हिस्सों में कुछ सप्ताह पहले तक आंधी तूफान के साथ बारिश रिकॉर्ड की गई थी. कई हिस्सों में ओलावृष्टि भी हुई थी.