रायपुर 16 दिसंबर 2022/ बेमेतरा जिले में ज़मीन घोटाले के नए नए प्रकरण सामने आ रहे है जिसमें दूसरे प्रदेश से छत्तीसगढ़ में आकर ज़मीन ख़रीदने वाले लोग आपराधिक प्रकरण को अंजाम दे रहे है साथ ही स्थानीय किसानो को मानसिक प्रताड़ना देने में कोई कसर नही छोड़ रहे है प्रसासन समय रहते ऐसे प्रकरण में त्वरित करवाई नही की तो स्थानीय किसानो को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है । शासकीय दस्तावेज में छेड़खानी कर बेमेतरा शहर के मध्य एरिया गुनरबोड के मूल जमीन से आधा एकड़ ज्यादा जमीन का रजिस्ट्री कराया गया है। फर्जी रजिस्ट्री का मामला कई मीडिया समूह ने 30 जून 2021 के अंक में प्रमुखता से उठाया था।
बेमेतरा तहसील व एस डी एम कोर्ट में गुनरबोड खसरा 440 का 1.28 हे. बढ़े हुए रकबा के रजिस्ट्री पेपर अनुसार नामातंरण करने अपील किया गया था जो कोर्ट ने अपील खारिज कर दिया। क्योंकि बंदोबस्त राजस्व रिकार्ड 1981-82 व आज पर्यंत राजस्व रिकार्ड में खसरा 440 का रकबा 1.08 हे. हैं।
जुलाई 2002 में शासकीय रिकार्ड में छेड़छाड़ होकर 1.08 हे. रकबा का 0.20 हे. ( आधा एकड़) बढ़ा कर याने 1.28 हे. रकबा का रजिस्ट्री कराया गया था। पटवारी नक़्शे में 0 को ओवर राइटिंग कर 2 बनाया गया व उसी आधार पर रजिस्ट्री कराया गया। अब रजिस्ट्री के आधार पर ज़मीन के सौदा करने का प्रयास हो रहा है। कोई भी झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हो सकता है।
शासन स्वयं संज्ञान में ले व समय रहते बेमेतरा गुनरबोड खसरा 440 का रजिस्ट्री को बंदोबस्त राजस्व रिकार्ड 1981-82 रिकार्ड अनुसार सुधार कराए व शासकीय रिकॉर्ड से छेडख़ानी करने वाले पर अपराध दर्ज कराए। पूर्व में इसकी लिखित शिकायत माननीय कलेक्टर बेमेतरा व पुलिस महानिदेशक बेमेतरा को किया गया हैं ।बेमेतरा में शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा –
गुनरबोड के शासकीय जमीन खसरा 457 व 456/1 के आधा एकड़ से ज्यादा जमीन में भी अवैध कब्जा पाया गया है , लिखित शिकायत किया गया है जिसका प्रकरण तहसील कोर्ट में चल रहा है।