Tag: कुरूद नगर में बुनकर सोसायटियों के द्वारा 3 दिवसीय प्रदर्शनी कार्यक्रम का कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने शुभारंभ किया गया

  • कुरूद नगर में बुनकर सोसायटियों के द्वारा 3 दिवसीय प्रदर्शनी कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक अजय चन्द्राकर ने किया।

    कुरूद नगर में बुनकर सोसायटियों के द्वारा 3 दिवसीय प्रदर्शनी कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक अजय चन्द्राकर ने किया।

    कुरूद । बुनकर समितियों के द्वारा कई गाँवों के भवन माँगो को विधायक महोदय ने त्वरित निर्णय लेकर स्वीकृति देने के लिए संघ को प्रोत्साहन भी किये। और उन्होंने कहा कि आज बुनकर सहकारी समिति में इस कारीगरी को सीखकर देवांगन समाज के साथ साथ अन्य समाज के लोग भी जुड़कर स्वरोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने हथकरघा बुनकर कारीगरी की इतिहास पर उल्लेखित कहावत की ऐसी मलमल की साड़ी है जो छल्ले से पार निकल जाएगी को कहते हुए समस्त बुनकर समितियों के महिला पुरुष सदस्यों से इस कला बढ़ाने पर जोर दिया।

    इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर, व्यापारी संघ अध्यक्ष, व्यापारी संघ अध्यक्ष, हाथकरघा बुनकर सहकारी समिति अध्यक्ष आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम के अतिथि व्यापारी संघ अध्यक्ष योगेंद्र सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर,एसआर गोखले, एमएम जोशी, रोहित देवांगन, ओंकार देवांगन, लोकेश साहू, पुरुषोत्तम साहू, पार्वती देवांगन थे। इस अवसर पर अधिकारियों ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बुनकरों के हित में चलाईं जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को इसका लाभ उठाने का बात कही।   सहकारी बुनकर समिति के बायर और सेलर मीट प्रोग्राम में मुख्य अतिथि अजय चंद्राकर ने कहा कि भारत की ज्ञान सभ्यता अद्भुत है, लगन और साधना से इस ज्ञान की परम्परा को विकसित करने का काम बुनकर कारीगर कर रहे हैं। चन्द्राकर ने इस अवसर पर उन्होंने पांच गांवों में बुनकर भवन बनवाने का वायदा किया। कुरुद में तीन दिवसीय विकासखण्ड स्तरीय हाथकरघा क्लस्टर, विकास हाथकरघा बुनकर सहकारी समिति मर्यादित के बैनर तले आयोजित बायर सेलर मीट के आयोजन में  चन्दाकर ने बताया कि कुरुद क्षेत्र में बुनकर व्यवसाय को बढ़ावा देने हर तरह का साधन संसाधन उपलब्ध कराया गया है। परिणाम स्वरूप, चर्रा,कोकड़ी, अटंग, भोथली, संकरी, बकली, नारी, परखंदा,चारभांठा, सुपेला, गाडाडीह आदि गांवों में जाति समुदाय से परे बुनकर व्यवसाय स्वरोजगार का माध्यम बना है। चन्दाकर ने अंगुठी से पार हो जाने वाली मलमल की साड़ी और कश्मीर में एक विशेष किस्म की भेंड़ के बाल से तैयार होने वाली बेशकीमती शाल का उल्लेख करते हुए कहा कि बुनकर साथी भी लगन और साधना से इस ज्ञान परम्परा को विकसित कर अपनी अलग पहचान बना सकते हैं। आयोजको की मांग पर विधायक ने 5 गांवों में बुनकर भवन बनवाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।