Tag: एनआईटी रायपुर ने टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक सप्ताह के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन

  • एनआईटी रायपुर ने टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक सप्ताह के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन

    एनआईटी रायपुर ने टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक सप्ताह के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन

    रायपुर, दि. 29, जुलाई 2023.

    राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने 28 जुलाई 2023 को “टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक हैंड्स ऑन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ।

    समापन समारोह के मुख्य अतिथि डीन(योजना व विकास), एन. आई. टी. रायपुर, डॉ. आर. के. त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय ,डॉ. शैलेन्द्र कुमार और सम्मानिय अतिथि प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, एन. आई. टी. रायपुर, डॉ. जी. डी. रामटेक्कर रहे। समापन समारोह की शुरुआत में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. शिरीष वी. देव ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का सारांश प्रस्तुत किया। अपने भाषण में, उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्राथमिक उद्देश्य के बारे में बात की जो कंक्रीट बनाने में प्रतिभागियों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाना था। उन्होंने कहा कि कंक्रीट निर्माण में पर्याप्त अभ्यास की कमी देखी जाती है। इसलिए, कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को उच्च गुणवत्ता वाले कंक्रीट के उत्पादन के महत्व और निर्माण परियोजनाओं पर इसके प्रभाव के बारे में शिक्षित करना है |

    इसके बाद प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों में से एक, इशिता सरकार ने उच्च गुणवत्ता वाले कंक्रीट और घटिया कंक्रीट के बीच अंतर करने की अपनी क्षमता को निखारने में प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह नया ज्ञान उनकी भविष्य की परियोजनाओं में बेहतर कंक्रीट सामग्री का उत्पादन करने की उनकी क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देगा। एक अन्य प्रतिभागी शशांक तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने उन्हें निर्माण कार्यों में कंक्रीट के वास्तविक मूल्य की गहन समझ प्रदान की। उन्होंने विभिन्न निर्माण परियोजनाओं की समग्र सफलता और स्थायित्व सुनिश्चित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया।

    डॉ. रामटेक्कर ने प्रतिभागियों से अपने ज्ञान को फील्ड में लागू करने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि असली विकास शिक्षा के प्रभावी ढंग से उपयोग करने से आती है। उन्होंने उन्हें अपने प्रशिक्षण का सर्वोत्तम उपयोग करने, कंक्रीट उत्पादन और निर्माण प्रथाओं में सुधार के लिए लगन से काम करने के लिए सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।

    डॉ. शैलेन्द्र कुमार ने 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आयोजकों एवं सहयोगियों के प्रति आभार जताया। उन्होंने कंक्रीट के महत्व पर जोर दिया और बताया कि निर्माण कार्यों के दौरान कैसे छोटे सुधार भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।

    डॉ आर के त्रिपाठी ने प्रतिभागियों को बधाई दी और शिक्षकों की प्रशंसा की। उन्होंने विभिन्न सामग्रियों के बावजूद कंक्रीट की विशिष्टता पर प्रकाश डाला और क्षेत्र में एकता और सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए इसे एक सच्चे सिविल इंजीनियर के गुणों से जोड़ा।

    कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण करने और सहायक प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, डॉ. मीरा मुर्मू के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ |

     

  • एनआईटी रायपुर ने टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक सप्ताह के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन

    एनआईटी रायपुर ने टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक सप्ताह के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन

    रायपुर, दि. 25 जुलाई   2023:- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने 24 जुलाई 2023 को “टेस्टिंग ऑफ़ सीमेंट एंड कंक्रीट फॉर बिल्डिंग एंड रोड ऍप्लिकेशन्स” पर एक हैंड्स ऑन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव हैं ,डीन (रिसर्च एंड कंसल्टेंसी) डॉ. प्रभात दीवान संयोजक, और सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर,डॉ. जी.डी. रामटेक्कर कार्यक्रम के सह संयोजक हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक सिविल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष डॉ. एस.वी.देव, और सिविल इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. मीना मुर्मू हैं ,सह-समन्वयक सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सनी देयोल जी. हैं । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिड़ला ग्रुप द्वारा सह-प्रायोजित होगा ।इसका उद्देश्य सिविल इंजीनियरिंग, कंक्रीट प्रौद्योगिकी और राजमार्ग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली प्रयोगशाला और क्षेत्र परीक्षणों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। प्रतिभागियों को कंक्रीट प्रौद्योगिकी और राजमार्ग इंजीनियरिंग में अत्याधुनिक उपकरणों का अनुभव प्राप्त होगा।

    उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. प्रभात दीवान और विशिष्ट अतिथि डॉ. जी. डी. रामटेक्कर रहे । समारोह की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। डॉ. एस. वी. देव ने उद्घाटन समारोह में गणमान्य व्यक्तियों और उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कार्यक्रम के महत्व के बारे में जानकारी दी और इसमें शामिल किए जाने वाले विषयों का विवरण दिया। डॉ. जी. डी. रामटेक्कर ने उपस्थित लोगों को उत्तम परीक्षण के अभाव में होने वाली लापरवाही के चलते कंक्रीट की बर्बादी के बारे में बताया। उन्होंने कंक्रीट बनाने की प्रक्रिया की सरलता के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैसे इसे अक्सर हल्के में ले लिया जाता है, जिससे पदार्थ की गुणवत्ता से समझौता हो जाता है। डॉ. दीवान ने एक प्रासंगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सिविल इंजीनियरिंग विभाग को बधाई दी। उन्होंने विषय की व्यवहार्यता के बारे में बताया और कहा कि यह भूविज्ञान के क्षेत्र में भी कैसे प्रासंगिक है और उपस्थित लोगों को कुछ महत्वपूर्ण परीक्षणों से परिचित कराया। उन्होंने इंजीनियरिंग सामग्रियों के कुशल परीक्षण में आधुनिक प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में भी बताया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सनी देयोल जी. ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।