रायपुर, 27 सितम्बर 2023 /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर से प्रदेशवासियों को 16 विभागों के 4 हजार 471 करोड़ रूपए की लागत के 2715 विकास कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल लोकार्पण-भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी विकास कार्य अधोसंरचनाओं के विकास से जुड़े हैं जो जनसुविधाओं को और बेहतर बनाएंगे। इन कार्यों का सीधा संबंध हमारे आर्थिक विकास से भी है।
इन विकास कार्यों में 2 हजार 368 करोड़ रूपए की लागत के 1121 कार्यों का भूमिपूजन तथा 1705 करोड़ की लागत के 1530 कार्यों का लोकार्पण तथा 398 करोड़ रूपए लागत के 64 कार्यों का शिलान्यास शामिल है। उन्होंने इस मौके पर राजधानी नई दिल्ली के द्वारका में 60 करोड़ 40 लाख के लागत से बने सर्व सुविधा युक्त नवनिर्मित छत्तीसगढ़ निवास का वर्चुअल शुभारंभ भी किया और उन्होंने प्रदेशवासियों को इन सभी विकास कार्यों के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 05 सालों में सामाजिक, आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ अधोसंरचना निर्माण को प्राथमिकता के साथ पूरा कर रही है। हमारी जनहितैषी योजनाओं का लाभ प्रदेश के सभी वर्गो को समान रूप से मिल रहा है। लोगों की जरूरतों के अनुरूप हमारी योजनाएं बनी और उसके प्रभावी क्रियान्वयन ने छत्तीसगढ़ के विकास को गति दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों को नई दिल्ली में ठहरने के लिए छत्तीसगढ निवास के रूप में नया भवन मिल गया है। इससे प्रदेश के जरूरतमंदों को सहित सभी के रूकने-ठहरने की दिक्कत दूर हो जाएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पिछले दो दिनों के भीतर ही राज्य तथा जिला स्तर पर विभिन्न विभागों तथा जनसुविधाओं से जुड़े 10 हजार 551 करोड़ रूपए की लागत के निर्माण कार्यों की सौगात प्रदेशवासियों को दी है।उप मुख्यमंत्री श्री टीएस सिहदेव कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े। श्री सिंहदेव ने अपने वर्चुअल सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने का काम इसी तरह होता रहेगा। इन विकास कार्यों से आमजनों की सुवधिाएं बढ़ेगी। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, श्री अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव गृह श्री मनोज पिंगुआ, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अंकित आनंद, श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, श्री एस. भारतीदासन सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चंद्राकर वर्चुअली शामिल हुए।
सर्वसुविधा युक्त है छत्तीसगढ़ निवास
देश की राजधानी नई दिल्ली के द्वारका में 60 करोड़ 42 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित छत्तीसगढ़ निवास में कुल 61 कमरे और 13 सूट हैं। यह भवन आधुनिकतम सुविधाओं से सुसज्जित है। शासकीय अथवा निजी कार्य से दिल्ली जाने वाले छत्तीसगढ़वासियों की सुविधा के लिए यह भवन तैयार किया गया है। साथ ही चिकित्सा कारणों से दिल्ली जाने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भी इस भवन में रूकने-ठहरने की सुविधा होगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के दो भवन पहले से ही दिल्ली में हैं, लेकिन बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए तीसरे भवन की भी जरूरत महसूस की जा रही थी। यह नया भवन चार मंजिला है। जिसमें सभी डाईनिंग, वेटिंग, कॉन्फेंस हॉल, गेस्ट रूम, डोर मेट्री, आवासीय लिफ्ट के साथ पार्किंग सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
इन कार्याें का भी हुआ लोकर्पण-भूमिपूजन और शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा भूमिपूजन, लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग के अंतर्गत 1284.42 करोड़ रूपए की लागत के 19 कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में 404.02 करोड़ रूपए की लागत के 1192 कार्य, उच्च शिक्षा विभाग में 126.22 करोड़ रूपए लागत के 31 कार्य, गृह विभाग में 101.81 करोड़ रूपए लागत के 30 कार्य, क्रेडा विभाग में 49.88 करोड़ रूपए की लागत के 03 कार्य, आवास एवं पर्यावरण विभाग में 533.32 करोड़ रूपए की लागत के 17 कार्य, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में 362.81 करोड़ रूपए की लागत के 09 कार्य, चिकित्सा शिक्षा विभाग में 99.91 करोड़ रूपए की लागत के 04 कार्य, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में 816.62 करोड़ रूपए की लागत के 146 कार्य, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड में 13.85 करोड़ रूपए की लागत के 06 कार्य, परिवहन विभाग में 72.34 करोड़ रूपए की लागत के 03 कार्य, अनुसूचित जनजाति विभाग में 133.76 करोड़ रूपए की लागत के 10 कार्य, छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रीयल डेव्लपमेंट कार्पोरेशन में 146.53 करोड़ रूपए की लागत के 11 कार्य, डिपार्टमेंट ऑफ एग्रिकल्चर एंड टेक्नालजी में 172.06 करोड़ रूपए की लागत के 331 कार्य, लोकनिर्माण विभाग में 144.5 करोड़ रूपए की लागत के 02 कार्य तथा अपेक्स बैंक में 9.8 करोड़ रूपए की लागत का 01 निर्माण कार्य शामिल हैं।