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  • सिर्फ अपने लिए जिए तो क्या जिए? जीना है तो देश के लिए, मरना है तो देश के लिए

    सिर्फ अपने लिए जिए तो क्या जिए? जीना है तो देश के लिए, मरना है तो देश के लिए

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएनएन न्यूज18 द्वारा आयोजित राइजिंग भारत समिट को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समिट में कहा कि ‘सिर्फ अपने लिए जिए तो क्या जिए, जीना है तो देश के लिए, मर्ना है तो देश के लिए।’ पीएम मोदी ने कहा कि नया भारत आतंकी हमलों के जख्म देने वालों को सबक सिखाता है। जो आतंकी हमलों के जख्‍म देते थे, उनकी क्‍या हालत है, देश भी देख रहा है दुन‍िया भी देख रही है।

    नेशन फस्‍ट की नीयत से आगे चलना है
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव प्रचार जोर पकड़ा रहा है। सरकार अपना र‍िपोर्ट कार्ड रख रही है। 25 साल का रोडमैप तैयार कर रहे हैं। तीसरे टर्म के 100 द‍िनों का प्‍लान बना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहाँ बड़े-बड़े पत्रकार मौजूद हैं, पॉल‍िट‍िकल फील्‍ड के भी लोग हैं। सरकारों में ब्‍यूरोक्रेसी में काम कैसे होता है। एक फैक्‍टर क्‍या था? जो बदलाव आया। एक फैक्‍टर है- नीयत सही तो काम सही। हम ज्ञान में व‍िज्ञान में सबसे आगे हैं। हमें नेशन फस्‍ट की नीयत से आगे चलना है। ये फर्क बहुत बारीक है। ये बारीक फर्क ही देश को आगे ले जाता है। आप अपने काम को देश से जोड़ लेंगे देश के लक्ष्‍य से जोड़ लेंगे।

    पीएम ने आगे कहा कि बीते 10 सालों में काफी बदलाव हुआ है। आज भारत का कॉन्फिडेंस लेवल हर भारतीय की बात में झलक रहा है। आज हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं। आज हम आत्म निर्भर भारत की बात कर रहे हैं। हम सभी लोग ये उपलब्धियां देख रहे हैं। सिर्फ 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले, भारत की अर्थव्यवस्था 10वें नंबर से ऊपर उठकर पाँचवें नंबर में आ गई। ऐसे कई चीजें बदली हैं।

    इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की साख ग‍िर रही हो तो स्‍वाभ‍िमान भी नहीं रहेगा। साल 2014 से पहले क्‍या हाल था भ्रष्‍टाचार था? सरकार अपने भ्रष्‍टाचार को ड‍िफेंड करने में लगी रहती थी। आज सरकार भ्रष्‍टाचार पर एक्‍शन ले रही है। भ्रष्‍टाचारी झूठ बोल-बोल कर बचाव कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अब सरकारी दफ्तर सेवा केन्‍द्र बन गए हैं, जबकि पहले दफ्तर पॉवर सेंटर बन गए थे।

    पीएम मोदी ने कहा कि सरकारी कर्मचारी, कॉन्ग्रेस सांसद के घर से नोटों के ढेर न‍िकल रहे हैं। चारों तरफ बौखलाहट नजर आती है। पहले एक पीएम ने कहा था कि द‍िल्‍ली से एक रुपये तक भेजता हूँ तो 15 पैसा लोगों तक पहुँचता है। पैसा तो न‍िकलता था पर लोगों तक पहुँचता नहीं था। अगर पहले वाली समस्या होती तो 27 से 28 लाख करोड़ गरीबों तक पहुँचते ही नहीं।

    देश ने मन बना ल‍िया है फ‍िर एक बार मोदी सरकार

    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड को हमने हटाया। कल्‍पना कीज‍िए क‍ितना बड़ा घोटाला था। आज हर क‍िसी को गरीब का चेहरा याद कीज‍िए, ज‍िसे राशन म‍िलना चाहिए उसे म‍िल नहीं रहा था। आज हमारी सरकार में उस गरीब को राशन म‍िला। आज जब वह गरीब मुझे आर्शी‍व‍ाद देता है और व‍िपक्ष मुझे गाल‍ियाँ देता है। देश ने मन बना ल‍िया है फ‍िर एक बार मोदी सरकार। पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को इलाज में काफी दिक्कत होती थी। आप सोच‍िए अपमान के क‍ितने घूँट पीने पड़ते थे। गरीब के सामान्‍य जन के दुख दर्द का अपमान जानने के लिए मुझे किसी किताब की जरूरत नहीं है। ज‍िसको क‍िसी ने नहीं पूछा, उसे मोदी ने पूजा है। एक बैंक खाता खोलने के ल‍िए गरीब से गारंटी नहीं लेता था। ज‍िसकी गारंटी कोई नहीं लेता था, उसकी गारंटी मोदी ने ली है।

    मिडिल क्लास को राहत देने की कोशिश

    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश का हर गरीब मोदी की गारंटी पर व‍िश्‍वास करता है। ये तो अभी कुछ नहीं अभी तो और आगे जाना है। पीएम मोदी ने कहा कि म‍िड‍िल क्‍लास जो कठिनाइयों से लड़कर आगे आ गया। म‍िड‍िल क्‍लास के सामने टैक्‍स का जंजाल, छोटे काम के ल‍िए सरकारी दफ्तर के चक्‍कर, ज‍ीवन के हर दायरे में समस्‍या ही समस्‍या थी। मिडिस क्लास तीन जरूरतों-घर बनाना, बच्चों की शादी करना और उनकी नौकरी लग जाए- इसके आगे सोच ही नहीं पाता था। सरकार ने इसकी दिशा में काम किया है।