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  • सात तालाब की मिट्टी को इक्ट्ठा कर बनाते हैं रावण और कुंभकर्ण की प्रतिमा,सदियों से चली आ रही परंपरा

    सात तालाब की मिट्टी को इक्ट्ठा कर बनाते हैं रावण और कुंभकर्ण की प्रतिमा,सदियों से चली आ रही परंपरा

    धमतरी।

    धमतरी जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र रिसगांव में एक आनोखी परंपरा देखने और सुनने को मिली। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्वार नवरात्रि के पश्चात एकादशी को ग्राम रिसगांव के बाजार चौक रंगमंच पर मिट्टी से लंका पति राजा रावण व उनके अनुज कुंभकर्ण का प्रतिमा बनाते ग्राम रिसगांव के ग्रामीण दिखे। उन्होंने बताया कि यहां पुतला दहन नहीं किया जाता,यहां सिर्फ रामलीला के माध्यम से रामलीला कलाकारों द्वारा रामलीला कर रावण वध किया जाता है। इस मंच में लंकापति राजा रावण व उनके भाई कुंभकर्ण की प्रतिमा (मूर्ति) तैयार बन रही है। यह हर वर्ष नया बनाया जाता है। वह भी गांव के सात तालाब से मिट्टी लाकर विधीवत देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर गांव के मूर्तिकार द्वारा बनाया जाता है। यह परंपरा गांव के पूर्वजों द्वारा किया गया था, जो आज भी उन्हीं परम्पराओं को मानते हुए रिसगांव के ग्रामीण एकादशी को बड़े धूमधाम से देवी देवताओं की विधी विधान से पूजा अर्चना कर दशहरा पर्व धूमधाम से मनाते हैं।