नई दिल्ली, 02 जनवरी 2023\ क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर की तुलना भगवान से होती है. लेकिन सचिन हमेशा विनम्र रहते हैं और अपनी इस कामयाबी का श्रेय वह हमेशा से अपने गुरु रमाकांत अचरेकर को देते रहे हैं. आज रमाकांत अचरेकर की चौथी पुण्य तिथि है और मास्टर ब्लास्टर ने उन्हें याद करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है.
तेंदुलकर ने अपनी फेसबुक वॉल पर अपने गुरु के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए एक संदेश में लिखा, ‘मैं अपने गुरु को रोज याद करता हूं. उन्होंने मुझे तकनीक, अनुशासन और सबसे ज्यादा जरूरी इस खेल के प्रति सम्मान सिखाया.’
बता दें साल 2019 में आज ही के दिन सचिन तेंदुलकर के कोच अचरेकर का 87 साल की उम्र में निधन हो गया था. सचिन हमेशा ही अपने गुरु के प्रति सम्मान जताते रहे हैं. वह हर साल गुरु पूर्णिमा के दिन (अगर मुंबई में होते थे) तो अपने कोच का आशीर्वाद लेने जरूर उनके पास जाते थे.
अचरेकर ने ही सचिन को क्रिकेट का ककहरा सिखाया था. सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में आने से पहले उनकी ही देखरेख में क्रिकेट के मैदान पर खुद को साबित करना शुरू किया और वह इंटरनेशनल क्रिकेट में छा जाने के बाद भी अपने खेल में अचरेकर का मार्गदर्शन लेते रहे.
आज जब अचरेकर की पुण्यतिथि है तो सचिन ने अपनी फेसबुक वॉल पर उन्हें याद करते हुए लिखा, ‘उन्होंने मुझे तकनीक, अनुशासन और सबसे ज्यादा जरूरी खेल को सम्मान देना सिखाया. मैं रोजाना उनके बारे में सोचता हूं. आज, उनकी पुण्यतिथि के मौके पर मैं अपने जीवन के द्रोणाचार्य को सलाम करता हूं. उनके बिना मैं ऐसा क्रिकेटर नहीं बन पाता.’
बता दें सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 263 टेस्ट मैच और 463 वनडे मैच और टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. सचिन टेस्ट और वनडे में दुनिया में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं. वनडे क्रिकेट में उन्होंने 18426 रन बनाए, जिसमें 51 शतक उनके नाम हैं. इसके अलावा टेस्ट में उन्होंने 15921 रन बनाए, जिसमें 49 शतक उनके नाम हैं. दुनिया में 100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले वह इकलौते बल्लेबाज हैं.