नई दिल्ली,25 नवम्बर 2022\ छत्रपति शिवाजी पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की टिप्पणी पर भारी विवाद के बीच, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस उनके समर्थन में उतर आई हैं. इससे राज्य सरकार की दुविधा और बढ़ सकती है. अमृता फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, “मैं राज्यपाल को व्यक्तिगत रूप से जानती हूं. उन्होंने महाराष्ट्र आने के बाद मराठी सीखी. वह वास्तव में मराठी से प्यार करते हैं. मैंने खुद यह अनुभव किया है, लेकिन ऐसा कई बार हुआ है कि उन्होंने कुछ कहा है और यह कुछ और व्याख्या दे गया है, लेकिन वह दिल से एक मराठी मानुष हैं.”
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार कोश्यारी की टिप्पणी को लेकर फंस गई है. अमृता फडणवीस की टिप्पणी ने राज्य सरकार को और भी अजीब स्थिति में फंसा दिया है. विपक्ष कोश्यारी को वापस बुलाने की केंद्र से मांग कर रहा है. आज ही उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता संजय राउत ने राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की.
शिवाजी पर टिप्पणी को लेकर बढ़ते विवाद के बीच उद्धव ठाकरे ने कल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को वापस बुलाने की मांग की. उन्होंने उन्हें “अमेजन के माध्यम से महाराष्ट्र भेजा गया पार्सल” तक बता दिया था. पूर्व मुख्यमंत्री ने कोश्यारी को नहीं हटाए जाने पर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी.
उद्धव ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, “यह राज्यपाल केंद्र सरकार द्वारा अमेजन के माध्यम से महाराष्ट्र भेजा गया एक पार्सल है, अगर वे उसे दो से पांच दिनों के भीतर वापस नहीं भेजते हैं, तो राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन या बंद का आयोजन किया जाएगा.”
मराठा आइकॉन छत्रपति शिवाजी पर राज्यपाल भगक सिंह कोश्यारी की टिप्पणी ने सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट और उनकी सहयोगी भाजपा के राजनीतिक गठबंधन में भी नाराजगी पैदा कर दी है. राज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनसीपी नेता शरद पवार के सम्मान समारोह में शिवाजी पर टिप्पणी की थी. इसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया.
भगत सिंह कोश्यारी ने पिछले शनिवार को कहा था,”पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपका आइकॉन कौन है, तो जवाब जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी होता था. अब महाराष्ट्र में आपको कहीं और देखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां बहुत सारे आइकॉन हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज तो पुराने दिनों के आइकॉन हैं. अब बीआर आंबेडकर और नितिन गडकरी हैं.”