रायपुर, 18 दिसंबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बाबा गुरु घासीदास की जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने बाबा गुरू घासीदास जी से सभी के जीवन में सुख-समृद्धि तथा खुशहाली के लिए प्रार्थना की है।डॉ. महंत ने कहा है कि, बाबा गुरू घासीदास जी ने संपूर्ण मानव जाति को ‘मनखे-मनखे एक समान’ के प्रेरक वाक्य के साथ यह संदेश दिया कि सभी मनुष्य एक समान है।डॉ. महंत ने कहा कि, ये हम सबका सौभाग्य है कि, वे छत्तीसगढ़ की धरा से है और हमारे छत्तीसगढ़ के अनमोल रत्न बाबा गुरू घासीदास जी का जीवन दर्शन और विचार मूल्य पूरी मानव जाति के लिए कल्याणकारी है। मानवीय गुणों के विकास का रास्ता दिखाया और नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की।डॉ. महंत ने कहा कि, बाबा गुरू घासीदास जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। बाबा गुरू घासीदास के उपदेश आज भी प्रासंगिक और समस्त मानव जाति के लिए प्रेरणादायी हैं।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शहीद वीर नारायण सिंह जी के बलिदान दिवस पर उनके वीरता को याद करते हुये दी श्रद्धांजलि
रायपुर,9 दिसंबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदानी दिवस पर उनके वीरता को याद करते हुए दी श्रद्धांजलि।डॉ. महंत ने कहा कि, वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, एक सच्चे देशभक्त थे। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय उन्होंने जेल से भागकर अंग्रेजों से लोहा लिया था जिसमें वे गिरफ्तार कर लिए गए थे। अंग्रेजी हुकूमत ने 10 दिसम्बर 1858 को उन्हें रायपुर के “जयस्तंभ चौक” पर फाँसी दे दी। बाद में उनके शव को तोप से उड़ा दिया गया और इस तरह से भारत के एक सच्चे देशभक्त की जीवनलीला समाप्त हो गई।उल्लेखनीय है कि गोंडवाना के शेर कहे जाने वाले अमर शहीद वीर नारायण सिंह बिंझवार को राज्य का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा प्राप्त है। इनके सम्मान में प्रदेश शासन के आदिम जाति कल्याण विभाग ने उनकी स्मृति में पुरस्कार की स्थापना की है। इसके तहत राज्य के अनुसूचित जनजातियों में सामाजिक चेतना जागृत करने तथा उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों तथा स्वैच्छिक संस्थाओं को नगद राशि व प्रशस्ति पत्र देने का प्रावधान है।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बाबा साहब अम्बेडकर के निर्वाण दिवस पर उन्हें स्मरण करते हुए किया नमन
रायपुर, 05 दिसंबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने विशाल भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के निर्वाण दिवस, पुण्यतिथि अवसर पर उन्हें याद करते हुए नमन किया है।डॉ. महंत ने कहा कि, डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को भारत को एक सूत्र में बांधने एवं आधुनिक भारत के संविधान निर्माता जैसे नामों की संज्ञा दी जाती है। बाबासाहेब अंबेडकर जी एक महान और बेहद प्रभावशाली चरित्र वाले महापुरुष थे, बाबासाहेब अंबेडकर अपने पूरे जीवनभर समाज में दलितों को उनका हक दिलवाने के लिए, महिलाओं को उनके अधिकार दिलवाने के साथ समाज में फैली जातिगत असमानता एवं सती प्रथा, बालविवाह, छूआछूत, मूर्ति पूजा और अंधविश्वास जैसी कुरीति को जड़ से खत्म करने के प्रयास में लगे रहे साथ ही उन्होंने समाज में शिक्षा पर भी विशेष जोर दिया।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस की दी बधाई
रायपुर,28नवम्बर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस 28 नवम्बर के अवसर पर बधाई दी है डॉ. महंत ने अपने बधाई संदेश में कहा कि, छत्तीसगढ़ी भाषा समूचे भारत की सबसे मीठी बोले जाने वाली भाषा है इस भाषा में अपनत्व, प्रेम, प्यार और दुलार है हमारे सभी प्रादेशिक धर्मगुरुओं ने राजभाषा के माध्यम से छत्तीसगढ़िया होने का पताका देश ही नहीं विदेशों में भी फहराया है इसका हमें गर्व है कि ऐसे महान गुरुओं और भाषाओं के हम वंशज हैविधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि राजभाषा व्यक्तित्व की पहचान कराती है और आप सभी से निवेदन करता हूं कि अपने राज्य की भाषा का उच्चारण परिवार में, समाज में, सार्वजनिक जीवन में अधिक से अधिक करें। आप सभी को राजभाषा दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं
रायपुर, 2 2 नवंबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्रीहरि चतुर्मास की निद्रा से जागेंगे। इसीलिए इस एकादशी को देवउठनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन से ही हिन्दू धर्म में शुभ कार्य जैसे, विवाह आदि शुरू हो जाएंगे। देवउठनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु के स्वरूप शालीग्राम का देवी तुलसी से विवाह होने की परंपरा भी है।विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने अपने संदेश में कहा कि ऐसा माना जाता है जो भक्त देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का अनुष्ठान करता है उसे कन्यादान के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। वहीं एकादशी व्रत को लेकर मान्यता है कि साल के सभी 24 एकादशी व्रत करने पर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है।बता दें, तुलसी को माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, इस दिन से लोग सभी शुभ कामों की शुरुआत कर सकते हैं।
मीडिया विभाग
मान. अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ विधानसभा
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने छठ महापर्व की दी बधाई शुभकामनाएं
रायपुर, 1 8 नवम्बर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को छठ महापर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने सभी लोगों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की मंगल कामना की है।विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि छठ पूजा सूर्य और छठी मइया की उपासना का पर्व है। इस पर्व में माताओं और बहनों द्वारा कठिन तपस्या कर परिवार की बेहतरी और सुख-समृद्धि के लिए नदी, तालाब के किनारे सूर्य को अर्ध्य देकर मंगल कामना की जाती है। भारत के विभिन्न प्रदेशों के समान छत्तीसगढ़ में भी बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा करते हैं। डॉ. महंत ने कहा कि लोगों की धार्मिक आस्था और भावना का सम्मान करते हुए बिहार के बाद छत्तीसगढ़ में छठ पूजा के दिन सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। डॉ. महंत ने कहा कि सूर्य जीवन ऊर्जा का स्रोत और आधार है। छठ पूजा सूर्य देव के प्रति कृतज्ञता और आभार प्रकट करने का पर्व हैं। यह पर्व भाईचारा, सामुदायिक सौहार्द लाने के साथ-साथ लोगों को प्रकृति के करीब लाता है।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि एवं लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर किया स्मरण
रायपुर, 31 अक्टूबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।डॉ. महंत ने कहा कि इंदिरा जी लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमंत्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। इंदिरा गाँधी में अपार साहस, निर्णय शक्ति और धैर्य था। उनमें गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी।भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी एक ऐसी महिला जो न केवल भारतीय राजनीति पर छाई रहीं बल्कि विश्व राजनीति के क्षितिज पर भी वह विलक्षण प्रभाव छोड़ गईं। यही वजह है कि उन्हें लौह महिला के नाम से संबोधित किया जाता है। गरीबी मुक्त भारत इंदिरा जी का एक सपना था, आज भी वह सपना साकार नहीं हो पाया है। सभी लोगों को भारत से गरीबी को मिटाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, ताकि उनके सपने को हकीकत में तब्दील किया जा सके।
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विस् अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने विजयादशमी दशहरा की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं
रायपुर, 24 अक्टूबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने असत्य पर सत्य के विजय पर्व विजयादशमी दशहरा के अवसर पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं।विस् अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि यह पर्व हमें समाज में व्याप्त आसुरी प्रवृत्ति को समाप्त कर शांति, सद्भाव और आपसी भाईचारा स्थापित करने का संदेश देता है। यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में वीरता और शौर्य का प्रतीक है। डॉ महंत ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे अपने अंदर की बुराईयों को समाप्त कर प्रदेश के विकास एवं समृद्धि में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। विजयादशमी दशहरा दुर्गा पूजा और नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव के समाप्ति का प्रतीक है। यही वह दिन था जब भगवान श्रीराम ने रावण को परास्त किया था, वहीं मां दुर्गा ने महिषासुर का अंत कर देवताओं और मनुष्यों को उनके अत्याचार से मुक्ति दी थी, विजयदशमी को हथियार (अस्त्र-शस्त्र) पूजने की परंपरा भी है। यह दिन रोशनी के त्यौहार दिपावली की तैयारी की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो त्यौहार के लगभग 20 दिनों बाद पड़ता है। प्रभु श्रीराम का लंका विजय तथा मां दुर्गा का महिषासुर मर्दिनी अवतार दशमी को हुआ था, इसलिए इसे विजयादशमी कहा जाता है। विजयादशमी दशहरा बुराई पर अच्छाई तथा असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने ममतामयी मिनीमाता की पुण्यतिथि पर स्मरण करते हुए उल्लेखनीय कार्यो को किया याद
रायपुर 11 अगस्त 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मिनीमाता जिन्हें गुरु माता के नाम से जाना जाता है उनकी पुण्यतिथि पर स्मरण करते हुए हृदय के अंतर्मन से श्रद्धांजलि अर्पित की है।
विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, मिनीमाता छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद थी, बाल विवाह, दहेज प्रथा दूर करने के लिए आवाज उठाई तो गरीबी, अशिक्षा दूर करने के लिए भी काम करती रहीं। अनाथ व पीड़ितों की सेवा करना जीवन का प्रमुख लक्ष्य रहा। उन्होंने समाज का पिछड़ापन दूर करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। छुआछूत मिटाने के लिए दिन रात एक किया जिससे मिनी माता को लोग मसीहा के रुप में देखा करते थे।
डॉ. महंत ने उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते हुए कहा की, उन्हें छत्तीसगढ़ की राजमाता कहा जाता है जबकि, वह किसी राजघराने से नहीं आती थीं पर छतीसगढ़ की जनता उन्हें राजमाता जैसा सम्मान दिया। छत्तीसगढ़ सरकार उनके सम्मान में हर वर्ष महिलाओं के विकास के क्षेत्र में काम करने वालों को मिनीमाता सम्मान प्रदत्त करती है। मिनीमाता हमेशा गरीबों और दलितों की मदद के लिए तैयार रहती थीं। संसद से लेकर सड़क तक उन्होंने इसके लिए आवाज उठाई। वे छत्तीसगढ़ मजदूर कल्याण संगठन, भिलाई की संस्थापक थीं। जब वे सांसद के रुप में दिल्ली में रहती थीं तो उनका वास स्थान एक धर्मशाला जैसा था। मिनीमाता को हिंदी, छत्तीसगढ़ी और अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान था।
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विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को पारंपरिक हरेली पर्व की दी बधाई शुभकामनाएं
रायपुर 18 जुलाई 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को पारंपरिक पर्व हरेली पर बधाई शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा कि, हरेली पर्व पर छत्तीसगढ़ में कुटकी दाई की आराधना की जाती है, जो फसलों की देवी है।विस् अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, हरेली राज्य में ग्रामीण कृषक समुदायों द्वारा मनाया जाने वाला एक कृषि त्यौहार है । इस लोकप्रिय और प्रसिद्ध त्यौहार का नाम हिंदी शब्द “हरियाली” से आया है, जिसका अर्थ है हरियाली। राज्य के प्रमुख जातीय समूहों में से एक गोंड़ी लोगों के बीच हरेली उत्सव का विशेष महत्व है, छत्तीसगढ़ के किसान अपने खेती बाड़ी में काम आने वाली सभी औजार हल, फावड़ा, कुदाली की पूजा करते हैं। किसान अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं और इस त्यौहार का मूल विषय प्रकृति केंद्रित है।डॉ. महंत ने कहा कि, हरेली उत्सव के दौरान किसान अपनी फसल की बीमारी, कीट पतंगों से रक्षा हेतु दशमूल पौधे की टहनी एवं बेलवा की टहनी लाकर अपने खड़ी फसल की पूजा करते हैं । अपने घरों के प्रवेश द्वार पर नीम के पेड़ की शाखाएँ भी लगायी जाती है। नीम में औषधीय गुण होते हैं जो रोगों के साथ-साथ कीड़ों को भी रोकते हैं। छत्तीसगढ़ के हरेली उत्सव को ‘गेड़ी’ खेल से भी चिह्नित किया जाता है, एक ऐसा खेल जहाँ छोटे बच्चे बांस के डंडे का इस्तेमाल करते हैं ।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, मैं हरेली माता कुटकी दाई से प्रार्थना करता हूं कि प्रदेश में किसानों को अच्छी फसल प्राप्त हो, आर्थिक उन्नति हो और प्रदेश समृद्ध हो।