Tag: विजय मौर्य ने ‘मस्त में रहने का’ के साथ किया लोगों को मुंबई से प्यार करने पर मजबूर शहर को लेकर अपनी मोहब्बत पर कही ये बात

  • विजय मौर्य ने ‘मस्त में रहने का’ के साथ किया लोगों को मुंबई से प्यार करने पर मजबूर  शहर को लेकर अपनी मोहब्बत पर कही ये बात

    विजय मौर्य ने ‘मस्त में रहने का’ के साथ किया लोगों को मुंबई से प्यार करने पर मजबूर शहर को लेकर अपनी मोहब्बत पर कही ये बात

    मुम्बई/05 दिसंबर 2023/ विजय मौर्य एक अभिनेता, लेखक और निर्देशक के रूप में अपने विभिन्न कौशलों के लिए जाने जाने वाले हैं। अब विजय अपने अपकमिंग ओरिजनल ड्रामा मस्त में रहने का के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसका प्रीमियर 08 दिसंबर को प्राइम वीडियो पर होगा। वैसे शायद ही ऐसा कोई निर्देशक विजय मौर्य की तरह होगा जो सपनों की नगरी मुंबई को ऐसा प्यार दें, जैसा विजय करते और देते हैं। चाहे वह तुम्हारी सुल्लू हो, गली बॉय हो या उनकी अपकमिंग मस्त में रहने का हो, इन्होंने अपने लेखन और सिनेमाई दृष्टिकोण के माध्यम से मुंबई के रंगीन पहलुओं को निखारा है।प्राइम वीडियो के साथ उनका लेटेस्ट वेंचर, मस्त में रहने का, इस फिल्म में मुंबई शहर को एक मुख्य किरदार के रूप में एक्सप्लोर किया गया है, जो शहर से उनकी मोहब्बत के एक और अध्याय को दिखाने का वादा करता है। प्राइम वीडियो का मस्त में रहने का विजय मौर्य के इस विश्वास से जन्मा है कि मुंबई एक शहर से कहीं अधिक है, यह एक जीवंत इंस्पिरेशन है जो उन लोगों की कहानियों को प्रभावित करता है जो इसे घर कहते हैं। फिल्म की उत्पत्ति मौर्य द्वारा शहर के विविध किरदारों और हर सड़क और गली में फुसफुसाती अनोखी कहानियों के गहन ऑब्जर्वेशन से हुई है। उनका सिनेमाई गीत व्यक्तिगत यात्राओं को मुंबई की धड़कती ऊर्जा के साथ जोड़ता है, दूसरे मौके, मांफी और मोक्ष के विषयों की खोज करता है। शहर की नब्ज की गहरी समझ के साथ, विजय मौर्य एक ऐसी कहानी गढ़ते हैं जो मुंबई की भावना को इस तरह से पेश करती है जो जानी पहचानी और फ्रेश दोनों लगती है।मुंबई शहर के लिए अपने प्यार और अपनी फिल्मों और शो में शहर को दिखाने के बारे में बोलते हुए, विजय ने कहा, “मैं इस शहर में सांस लेता हूं, यह मेरी रगों में दौड़ता है। मेरे लिए यह शहर एक बड़ा घर है और मेरे सभी किरदार एक परिवार के सदस्यों की तरह हैं। यह शहर हर दिन आपके सामने चुनौतियां पेश करता है, यह एक पहेली की तरह है और आपको इसे हर दिन हल करना होता है! कई बार जब हम यात्रा करते हैं तो कहीं और जाकर बसने के बारे में सोचते हैं, लेकिन यह शहर आपको तुंरत वापस खींच लाता है। वे कहते हैं कि शहर कभी सोता नहीं है, यह हमेशा चलता रहता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें वह धड़कन है, यह अवसरों की धरती है! और जैसे एक परिवार आपका पालन-पोषण करता है, वैसे ही शहर भी करता है। मेरी जड़ें इस शहर में हैं, जब तक इस शहर की धड़कन जीवित है, तब तक एक व्यक्ति जीवित है और मेरे किरदार भी जीवित हैं।”विजय मौर्य द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म का निर्माण पायल अरोड़ा और मौर्य ने अपने बैनर मेड इन मौर्य के तहत किया है। फिल्म में प्रतिभाशाली कलाकारों की टोली है, जिसमें वेटेरन बॉलीवुड एक्टर्स जैकी श्रॉफ और नीना गुप्ता के साथ-साथ अभिषेक चौहान, मोनिका पंवार, राखी सावंत और फैसल मलिक भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। ‘मस्त में रहने का’ का प्रीमियर 8 दिसंबर को भारत और 240 देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर विशेष रूप से किया जाएगा।