Tag: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने माधवी देवी से आशीर्वाद ग्रहण किया

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ई-आफिस प्रणाली, स्वागतम पोर्टल और मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाईन पोर्टल का किया शुभारंभ

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ई-आफिस प्रणाली, स्वागतम पोर्टल और मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाईन पोर्टल का किया शुभारंभ

    रायपुर।

    छत्तीसगढ़ में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने और शासकीय काम-काज में पारदर्शिता लाने के लिए सभी क्षेत्रों में आईटी का व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल शुरू हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज तीन पोर्टलों ई-ऑफिस प्रणाली, मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाइन पोर्टल और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ किया। इस पहल से सुशासन के साथ शासकीय कामकाज में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।

    मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार सरकारी काम-काज में अधिक से अधिक पारदर्शिता लाने के लिए अधिकाधिक क्षेत्रों में आईटी का उपयोग किया जा रहा है, ताकि भष्ट्राचार की गुंजाइश न रहे। मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर ये तीनों ऑनलाईन पोर्टल तैयार किए गए हैं, जिसका शुभारंभ आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में बटन दबाकर मुख्यमंत्री ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने मुख्य सचिव को सभी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के निर्देश देने संबंधी फाइल का डिजिटल अनुमोदन कर ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारंभ किया।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सुशासन के संकल्प को पूरा करने की दिशा में ई-आफिस प्रणाली और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस और सरकारी काम में पारदर्शिता के उद्देश्य से सभी विभागों में आईटी के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर ले जाने के लिए हम काम कर रहे है।

    मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आज हम लोगों ने सरकारी कामकाज में अधिक पारदर्शिता और आमजन की सुविधा के लिए एक साथ तीन-तीन ऑनलाइन प्रणाली का शुभारंभ किया है। तीनों पोर्टल का शुभारंभ प्रदेश में सुशासन स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा। ई-ऑफिस प्रणाली से फाइलों के निराकरण में अनावश्यक देरी नहीं होगी। गलती की गुंजाइश कम होगी। फाइल किस स्तर पर है, इसकी ट्रेकिंग हो सकेगी।

    इसी तरह मंत्रालय में मुख्यमंत्री, मंत्रीगणों और अधिकारियों से मिलने जो आंगतुक आते है, उनकी सुविधा के लिए स्वागतम पोर्टल भी शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री साय ने सीएमओ पोर्टल के शुभारंभ की जानकारी देते हुए बताया कि इसके माध्यम से सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों, जनहितैषी फैसलों और काम-काज की जानकारी आम लोगों को मिलेगी।

    गौरतलब है कि ई-ऑफिस प्रणाली शुरुआती चरण में सामान्य प्रशासन विभाग में लागू किया गया है, जिसे क्रमशः सभी विभागों में लागू किया जाएगा। ई-आफिस प्रणाली में आफिस के दस्तावेज डिजिटल किये जाएंगे। दस्तावेज को एक आफिस से दूसरे आफिस भेजे जाने पर काफी समय लगता था, यह समय अब बच जाएगा। इसके साथ ही दस्तावेज में हेरफेर किये जाने की गुंजाईश समाप्त हो जाएगी। दस्तावेजों के खोने या गायब होने की दिक्कत नहीं रहेगी। डिजिटल माध्यम में दस्तावेज अधिक सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब तय समय-सीमा पर फाइलों का निराकरण हो सकेगा। इससे अधिकारियों के कामकाज की मॉनिटरिंग भी आसान हो सकेगी। ई-आफिस सिस्टम आने से आम जनता के लिए भी अपने आवेदनों के निराकरण की स्थिति जानने में आसानी होगी।

    इसी प्रकार मंत्रालय में प्रवेश हेतु स्वागतम पोर्टल के माध्यम से आगंतुकों के प्रवेश की व्यवस्था आसान हो जाएगी। आगंतुकों से संबंधित विवरणों के संधारित हो जाने से मंत्रालय परिसर की सुरक्षा सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही सीएमओ पोर्टल का भी आज शुभारंभ किया गया। सीएमओ पोर्टल के माध्यम से शासकीय योजनाओं की जानकारी एक क्लिक पर लोगों को मिल सकेगी। इस पोर्टल के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति इतिहास और अन्य विशेषताओं के बारे में लोग जान पाएंगे। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां इस पोर्टल पर उपलब्ध होगी।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, विधायक मोतीलाल साहू, गजेंद्र यादव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, बसवराजू एस, सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव राहुल भगत, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मुकेश बंसल, अन्बलगन पी. सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

     

     

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को दी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को दी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं

    रायपुर।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी प्रदेशवासियों को भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के पावन पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर अपनी शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री साय ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर्व की बधाई देते हुए समस्त छत्तीसगढ़ वासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा सभी पर बनी रहे। उल्लेखनीय है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर छत्तीसगढ़ में इस महापर्व को उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लिये पांच अहम फैसले

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लिये पांच अहम फैसले

    रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अधिकारी-कर्मचारियों तथा मीडियाबंधुओं के हित में पांच अहम फैसले लिये। इनमें अधिकारी-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान पर चार प्रतिशत का महंगाई भत्ता देना भी शामिल है। इसका लाभ पेंशनरों को भी मिलेगा। महंगाई भत्ते की यह राशि एक मार्च 2024 की तिथि से मिलेगी। राज्य के अधिकारी-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त की राशि का भुगतान भी होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास निहारिका बारिक की अध्यक्षता में एक समिति भी बनाई है जो कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में समीक्षा करेगी और इनके निराकरण से संबंधी सुझाव शासन को प्रस्तुत करेगी। ग्राम पंचायत सचिवों को भी राहत देते हुए उनके 55 दिनों की हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। अर्जित अवकाश में यह हड़ताल अवधि समायोजित होगी। इन निर्णयों से होली के त्यौहार में कर्मचारियों के परिवारों में खुशियों के और भी रंग भर जाएंगे।

    अब महंगाई भत्ता हुआ 46 प्रतिशत
    महंगाई भत्ते में वृद्धि की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान में 04 प्रतिशत महंगाई भत्ते में एवं पेंशनरों के महंगाई राहत में 04 प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। यह महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत 1 मार्च 2024 से दिया जाएगा। इसके फलस्वरूप महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की दर सातवें वेतनमान में 42 प्रतिशत से बढ़कर 46 प्रतिशत तथा छठवें वेतनमान में यह 230 प्रतिशत हो जाएगी। इस निर्णय से राज्य के 3 लाख 90 हजार कर्मचारी तथा 1 लाख 20 हजार पेंशनर लाभान्वित होंगे। इस निर्णय से राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को प्रतिमाह 68 करोड़ रुपए तथा साल में 816 करोड़ रुपए का लाभ प्राप्त होगा।
    सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त भी मिलेगी
    मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों-कर्मचारियों की सातवें वेतनमान के एरियर्स की अंतिम किश्त प्रदान करने की घोषणा भी की।
    हड़ताल अवधि का वेतन पंचायत सचिवों को मिलेगा
    मुख्यमंत्री ने आज संवेदनशील निर्णय लेते हुए ग्राम पंचायत सचिवों को भी राहत दी। ग्राम पंचायत सचिव पिछले साल 16 मार्च 2023 से 9 मई 2023 तक कुल 55 दिन हड़ताल पर थे।
    मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवों की हड़ताल अवधि को उनके अर्जित अवकाश में समायोजित करते हुए उन्हें 55 दिनों का वेतन भुगतान किया जाएगा। इस निर्णय से राज्य शासन पर 70 करोड़ रुपए का व्यय-भार आएगा।

    कर्मचारियों की समस्याओं पर बनी समिति
    मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी भाईयों ने बहुत सी मांगों और समस्याओं के संबंध में अपनी बातें हमसे साझा की हैं। हम उनकी समस्याओं का पूरी संवेदनशीलता से समाधान करेंगे। उन्होंने बताया कि इन समस्याओं के हल के लिए प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास   निहारिका बारीक की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति बनाई है। समिति विभिन्न कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर शासन को कर्मचारी हित में उचित सुझाव देगी। इस समिति में अध्यक्ष के अलावा प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, सचिव वित्त सदस्य होंगे और सचिव सामान्य प्रशासन विभाग (शासकीय कर्मचारी कल्याण शाखा) सदस्य सचिव होंगे।

     पत्रकारों को न्याय दिलाने गृह सचिव की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
    मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों एवं मीडियाजगत से जुड़े बंधुओं के खिलाफ उत्पीड़न की अनेक शिकायतें सामने आईं थीं। इस संबंध में हम गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाने की घोषणा करते हैं। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि इस कमेटी में पत्रकारों समेत अन्य सदस्यों को भी नियुक्त किया जाएगा।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के पूरे हुए तीन माह

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के पूरे हुए तीन माह

    रायपुर।  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार को आज तीन महीने पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ ही मंत्रिगणों और आम नागरिकों ने मुख्यमंत्री साय को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री साय भी लोगों से आत्मीयता से मिले, उनका अभिवादन स्वीकारा और आगे भी प्रदेश के विकास के लिए शासन-प्रशासन के सहयोग का आग्रह किया। इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय भी मौजूद रहीं।
    राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में आज शिक्षा मंत्री  बृजमोहन अग्रवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी, वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक सर्वश्री पुन्नूलाल मोहिले, संपत अग्रवाल, अनूज शर्मा, भावना बोहरा,  अमर अग्रवाल राजेश मूणत सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय को जनहितैषी फैसलों और मोदी की अधिकांश गारंटियों  को पूरा करने के लिए आभार जताया। प्रदेश के विभिन्न इलाकों से आये लोगों ने तीन माह के कार्यकाल में प्रदेशवासियों के हित के लिए समर्पित होकर कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं दी।

    गौरतलब है कि तीन महीने की अल्पवधि में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्य की जनता को दी गई अधिकांश गारंटियां पूरी हो चुकी हैं तथा अन्य गारंटियों को पूरा करने राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के 18 लाख गरीब परिवारों को आवास स्वीकृत किए गए हैं। महतारी वंदन योजना के माध्यम से माताओं एवं बहनों को प्रति माह एक हजार रूपए की सहायता की पहली किश्त के रूप में 655 करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है। खेती-किसानी को मजबूत बनाने के लिए कृषक उन्नति योजना में 24 लाख 72 हजार किसानों को 13 हजार 320 करोड़ रूपए की आदान सहायता के साथ ही किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस के रूप में 3716 करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है।
    वहीं इस वर्ष छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड धान खरीदी की गई है। किसानों से समर्थन मूल्य पर 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी के एवज में 24.72 लाख किसानों को 31 हजार 914 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी के साथ ही किसानों को धान की 3100 रूपए प्रति क्विंटल कीमत मिल रही है, जो देश में सर्वाधिक है। तेन्दूपत्ता संग्राहकों का पारिश्रमिक प्रति मानक बोरा 4000 से बढ़ाकर 5500 रूपए करने सहित अनेकों महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट भी छत्तीसगढ़ के विकास का बजट है, समृद्धि और खुशहाली का बजट है। प्रदेश सरकार के इन फैसलों से छत्तीसगढ़ तेजी से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बटन दबाकर किया कृषक उन्नति योजना का शुभारंभ

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बटन दबाकर किया कृषक उन्नति योजना का शुभारंभ

    रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को कृषक उन्नति योजना  का  शुभारंभ एवं आदान सहायता राशि का अंतरण बालोद जिले में आयोजित कार्यक्रम में किया। कृषक उन्नति योजना के तहत जिले के 1 लाख 56 हजार 713 किसानों के बैंक खाते में लगभग 799 करोड 66 लाख रुपये डीबीटी के माध्यम से आदान सहायता राशि का अंतरण किया गया। बलौदाबाजार स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। मुख्य कार्यक्रम से जिला मुख्यालय एवं जनपद मुख्याल वर्चुअली जुड़े थे।
    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री वर्मा ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण है जिसमे किसानों को आदान सहायता के रूप में बड़ी राशि का अंतरण किया गया  है। किसानों में उत्साह और खुशी का माहौल है। किसानों की चिंता करते हुए हमारी सरकार ने मोदी की गारण्टी के तहत एक और गारण्टी पूरी की है। इस गारण्टी के पूरे होने से अब किसानों को आदान सहायता राशि देने में हमारी सरकार सबसे आगे है। पूरे प्रदेश में खुशहाली और समृद्धि दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले10 मार्च को ही प्रदेश की लगभग 70 लाख महिलाओं के खाते में एक- एक हजार रुपये महतारी वंदन योजना की पहली किश्त का अंतरण किया गया है। मंत्री  वर्मा ने कहा कि खिलाड़ियों को सम्मानित व पुरस्कृत करने के लिए फिर से खेल अलंकरण समारोह की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि भूमिहीन मजदूरों को आर्थिक सहायता देने के लिए दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना की भी शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुसार  भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को पूरा करने तथा विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए सबकी  सहभगिता जरूरी है।

     

    कलेक्टर के. एल. चौहान ने  स्वागत उद्बोधन में बताया कि राज्य  शासन द्वारा धान के अंतर राशि का किसानों के बैंक खाते में अंतरण हुआ। जिले के 1लाख 56 हज़ार 713 किसानों के खाते में लगभग 799 करोड़ 66 रुपए अन्तरित हुआ है। इस राशि के मिलने से किसानों में उत्साह है। इससे किसान प्रोत्साहित होंगे और खेती में रुचि लेंगे।

    इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन, विजय केशरवानी, नरेश केशरवानी, टेसू लाल धुरंधर,  नीलम सोनी  सुनीता वर्मा, एसडीएम अमित  कुमार गुप्ता  सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी  एवं बडी संख्या में किसान बंधु उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया जगार-2024 ’हस्तशिल्प एवं हाथकरघा’ प्रदर्शनी का शुभारंभ

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया जगार-2024 ’हस्तशिल्प एवं हाथकरघा’ प्रदर्शनी का शुभारंभ

    रायपुर / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर में आज जगार-2024 ’हस्तशिल्प एवं हाथकरघा’ प्रदर्शनी का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर में आयोजित किए जा रहे है इस प्रदर्शनी में देश भर के 13 राज्यों के 130 हुनरमंद हस्तशिल्पियों ने स्टॉल लगाए है। 10 दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में विभिन्न कलात्मक वस्तुओं, हथकरघा वस्त्र सहित घरेलू उपयोग की वस्तुओं की स्टॉल लगाए गए है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। अतिथियों ने स्टॉलों का अवलोकन कर शिल्पियों को प्रोत्साहित भी किया।

    मुख्यमंत्री साय ने जगार-2024 के शुभारंभ समारोह में राज्य के पांच सिद्धहस्त शिल्पियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार वर्ष 2021-22 से सम्मानित किया। इनमें बेलमेटल शिल्पी सुंदरलाल झारा ग्राम एकताल पोस्ट नेतनगर, विकासखण्ड पुसौर जिला रायगढ़, समीप विश्वकर्मा लौह शिल्पी ग्राम किड़ईछेपड़ा (ड़ोगरीगुड़ा) पोस्ट पलारी जिला कोण्डागांव-बस्तर, मन्धर कश्यप काष्ठ शिल्पी ग्राम भोण्ड (पाण्डूपारा) पोस्ट लामकेर जिला बस्तर, बृहस्पति जायसवाल गोदना शिल्पी ग्राम मुनगाडीह पोस्ट पाली जिला कोरबा और बाबी सोनवानी भित्तीचित्र शिल्पी ग्राम सिरकोतंगा पोस्ट लहपटरा विकासखण्ड लखनपुर जिला सरगुजा को साल, श्रीफल, प्रमाण-पत्र, स्मृति चिन्ह और 25-25 हजार रूपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सिद्धहस्त शिल्पियों को प्रदान किए गए राज्य स्तरीय पुरस्कार की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जगार-2024 शुभारंभ समारोह में शामिल होने वाले सभी शिल्पकारों और राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त शिल्पियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जगार मेले का शिल्पकारों को इंतजार रहता है। शिल्पियों के उत्पादों को यहां बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वें रायगढ़ के ग्राम एकताल कई बार गए है, इस ग्राम के शिल्पकारों की जीविका का साधन बेलमेटल शिल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बेलमेटल, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, गोदना शिल्प, भित्ति चित्र के हुनरमंद शिल्पकार हैं और यही इनकी आजीविका का साधन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हस्तशिल्पों का विकास हो और इनके उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध हो इसके लिए हमारी सरकार प्रयास करेगी। शिल्पकारों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश में स्थान चिन्हित कर बाजार की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस हस्तशिल्प एवं हाथकरघा प्रदर्शनी में शिल्पकारों को अपने उत्पादों को दिखाने का और बिक्री करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री आमजनों से आग्रह किया है कि मेलें में आकर शिल्पकारों की कला को देखे और इनके उत्पादों की खरीदी भी करें।

    उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि प्राचीन समय से ही छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति गौरवशाली और समृद्धशाली रही है। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति विश्व स्तर पर पहुंचे इसके लिए हमारी सरकार काम करेगी। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वे वर्ष 2002 से जगार मेले में आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के सुदूर क्षेत्रों में हस्तशिल्प वहां के शिल्पकारों की आजीविका का साधन है। इन शिल्पकारों के उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराना है। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य और राज्य के बाहर के शो-रूम और एंजेसियों से यह तय किया जाए कि उत्पाद के साथ शिल्पी का नाम और कोड नंबर का भी उल्लेख हो। अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में वनवासियों की आजीविका का साधन बांस शिल्प भी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश का बेलमेटल शिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, गोदना शिल्प की पहचान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है इसे हमें और आगे बढ़ाना है।

    इस अवसर पर महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड यशवंत कुमार, कलेक्टर रायपुर गौरव कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी और विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकार भी उपस्थित थे।

    प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी-

    यह प्रदर्शनी 19 मार्च तक छत्तीसगढ़ हाट परिसर पंडरी, रायपुर में प्रतिदिन संध्या 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक आम लोगों के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प बेलमेटल शिल्प (ढोकरा), लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, कालीन शिल्प, शिशल शिल्प, गोदना शिल्प, तुमा शिल्प, टेराकोटा शिल्प, छींद-कांसा शिल्प एवं हाथकरघा वस्त्रों में कोसा साड़ियां, दुपट्टा, सलवार सूट, ड्रेस मटेरियल एवं कॉटन बेडशीट, चादरें, ड्रेस मटेरियल, सर्टिंग एवं विभिन्न प्रकार की खादी रेडीमेड वस्त्रों आदि प्रमुख है, इसके अतिरिक्त अन्य राज्यों से उत्तरप्रदेश लखनऊ की चिकनकारी, बनारसी साड़ी, ड्रेस मटेरियल, मध्यप्रदेश की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियां एवं बाघ प्रिंट की ड्रेस मटेरियल एवं टीकमगढ़ की पीतल की मूर्तियाँ, पश्चिम बंगाल का जूटवर्क, कांथा वर्क तथा बंगाली साड़ियां सहित, पंजाब की फुलकारी एवं पंजाबी जूतियां, राजस्थान की चर्मशिल्प की मोजरी एवं एम्ब्राईडरी के सलवार सूट, दिल्ली की ज्वेलरी, हरियाणा पानीपत के बेडशीट, महाराष्ट्र के कोल्हापुरी चप्पल, बिहार के भागलपुरी ड्रेस मटेरियल, जम्मू कश्मीर के शॉल एवं साड़ियाँ इस प्रकार कुल 13 राज्यों के विभिन्न शिल्पकलाओं एवं हाथकरघा सामग्री का विशाल संग्रह उपलब्ध रहेगा,जिसमें स्वयं शिल्पकार अपनी उन्नत शिल्पकला के हुनर का प्रदर्शन-सह-विक्रय करेंगे।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल: बेलतरा क्षेत्र के 12 गांवों को अब मिलेगा सिंचाई का पानी

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल: बेलतरा क्षेत्र के 12 गांवों को अब मिलेगा सिंचाई का पानी

    रायपुर, 28 फरवरी 2024 /बिलासपुर जिले के बेलतरा क्षेत्र के 12 गांवों की खेती-किसानी अब बिलकुल बदल जाएगी, यह पूरा क्षेत्र लहलहा उठेगा। यहां खेतों में सिंचाई लिफ्ट इरीग्रेशन सिस्टम से की जाएगी। इस सिस्टम से खारंग जलाशय से 2500 एकड़ में सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा।मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार के पहले बजट में बेलतरा क्षेत्र के खारंग जलाशय के नजदीक के 12 गांवों को लिफ्ट एरिगेशन योजना के जरिए सिंचाई का पानी देने के लिए किए गए बजट प्रावधान से इन ग्रामीणों में वर्षों पुरानी अपनी मांग के पूरा होने का विश्वास जगा है। इन उत्साहित ग्रामीणों ने राजधानी रायपुर में विधानसभा पहुंचकर आज बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला के नेतृत्व में मुख्यमंत्री साय से मुलाकात की और बजट प्रावधान करने के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया।गौरतलब है कि बेलतरा क्षेत्र के नेवसा, गिधौरी, कर्रा, जाली, टेकर, गढ़वट, अकलतरी, बाम्हू, बेलतरा, कड़री, सलखा, लिम्हा (लिम्हा जलाशय) खारंग जलाशय के नजदीक हैं, वर्षों से यहां के किसान खेतों में पानी पहुंचाने की मांग करते रहे, लेकिन इन्हें सिंचाई की सुविधा नहीं मिली। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय द्वारा बजट में प्रावधान करने के बाद इन गांवों में पानी पहुंचाने के लिए नेवसा उद्वहन सिंचाई योजना का निर्माण किया जाएगा इससे इन गांवों की 2500 एकड़ जमीन की सिंचाई हो सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि उद्वहन सिंचाई योजना में लगभग 45 करोड़ रूपए की लागत आयेगी। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप, विधायक अजय चन्द्रकार, भैइयालाल राजवाड़े,  गोमती साय, अनुज शर्मा गजेन्द्र यादव भी इस अवसर पर उपस्थित थे।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इन ग्रामीणों का स्वागत करते हुए कहा कि आपके आशीर्वाद से नई सरकार बनी है। यह किसानों की हितैषी सरकार है। हमारा देश कृषि प्रधान है। अधिकांश लोग खेती से जुड़े हैं। सिंचाई सुविधा मिलने से आप लोग और बेहतर तरीके से खेती कर सकेंगे। राज्य सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी कर रही है, 3100 रूपए प्रति क्विंटल दाम भी देंगे। अभी किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान किया गया है। अंतर की राशि भी एकमुश्त जल्द ही दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की सरकार में किसान क्रेडिट कार्ड योजना प्रारंभ हुई। किसानों को बिना किसी ब्याज पर ऋण की सुविधा मिली। पहले महाजनों से कर्ज लेना पड़ता था और मूलधन का डेढ़ गुना चुकाना पड़ता था। किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को सुविधा हुई। फसल बीमा योजना का सरलीकरण भी उन्हीं के कार्यकाल में हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों की आय दोगुना करने के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई है। कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर कृषक कल्याण मंत्रालय कर दिया गया है। आधुनिक खेती की जानकारी देने के लिए किसान चैनल प्रारंभ किया गया है। पीएम सिंचाई योजना शुरू की गई। पशुपालन एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है।जल संसाधन मंत्री  केदार कश्यप ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी। 12 गांवों को सिंचाई सुविधा मिलने से दो फसल ले सकेंगे। किसानों की आय बढ़ेगी।

     

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीर सावरकर की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीर सावरकर की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

    रायपुर, 26 फरवरी 2024 /मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में क्रांतिकारी  विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया ।मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वीर सावरकर भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, इतिहासकार, लेखक-कवि, राजनेता और विचारक थे। देश को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय है। मातृभूमि की सेवा में समर्पित उनका जीवन देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्त्रोत बना रहेगा।

     

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 26 फरवरी को सिरपुर महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 26 फरवरी को सिरपुर महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे

    रायपुर, 25 फरवरी 2024 /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 26 फरवरी को सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक नगरी सिरपुर में शाम 6 बजे तीन दिवसीय सिरपुर महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेंगे तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयालदाल बघेल, लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।समापन समारोह में विधायक  योगेश्वर राजू सिन्हा, सम्पत अग्रवाल, द्वारिकाधीश यादव, चातुरी नंद, जिला पंचायत अध्यक्ष महासमुंद  उषा पटेल, पूर्व विधायक  रूपकुमारी चौधरी, पूर्व राज्य मंत्री  पूनम चंद्राकर, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष महासमुंद लक्ष्मण पटेल,  जिला पंचायत सदस्य  अमर अरूण चंद्राकर और यतेन्द्र साहू, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत महासमुंद त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव, जनपद पंचायत सदस्य महासमुंद  अजय मंगल ध्रुव और संरपच ग्राम पंचायत सिरपुर ललित ध्रुव विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।सिरपुर महोत्सव के समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में बसना की कर्मा पार्टी द्वारा कर्मा नृत्य, सुरेन्द्र मानिकपुरी एवं साथियों द्वारा भजन एवं लोकगीत, सोला सिंगार लोक कला मंच खल्लारी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। महोत्सव में अश्र भिलाई द्वारा लाईट एवं साउण्ड के प्रस्तुति दी जाएगी। रात्रि 8 बजे से वालीवुड कलाकार अभिजीत सावंत प्रस्तुति देंगे।सिरपुर महोत्सव की शुरुवात 2006 से हुई है। सिरपुर महोत्सव का इस वर्ष भव्य आयोजन किया जा रहा है। सिरपुर महोत्सव में पहली बार  गंधेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट समिति एवं जिला प्रशासन के तत्वाधान में गंगा आरती से महोत्सव की शुरुवात हुई है। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पहली बार पुण्य स्नान के लिए कुण्ड भी बनाया गया है। माघ पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिवसीय सिरपुर महोत्सव के तीनों दिन ख्याति प्राप्त एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दे रहे है। सांस्कृतिक संध्या प्रतिदिन दोपहर 4 बजे से शुरू होकर रात्रि 10 बजे तक आयोजित की जा रही है।यहां मुख्य मंच को लक्ष्मण मंदिर के प्रतिकृति के रूप में सजाया गया है। आकर्षक लाइट और सज्जा के साथ मंच की भव्यता देखते ही बनती है। इसके अलावा स्वागत गेट, मंदिरों में लाइटिंग, साफ-सफाई और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। आगुंतकों के लिए पुलिस सहायता केंद्र व स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टॉल लगाया गया है।महोत्सव में शासकीय विभागों द्वारा विभागीय स्टाल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। साथ ही हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया जा रहा है। यहां पर्यटन मंडल, स्वास्थ्य, उद्यानिकी, स्कूल शिक्षा विभाग, क्रेडा, समाज कल्याण, कृषि, महिला एवं बाल विकास विभाग, वन विभाग, जनसंपर्क विभाग का स्टाल लगाया गया है।

     

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीवाई साईरिसा कैंसर केयर सेंटर का किया उद्घाटन कहा स्वास्थ्य मेरी रुचि और प्राथमिकता का क्षेत्र

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीवाई साईरिसा कैंसर केयर सेंटर का किया उद्घाटन कहा स्वास्थ्य मेरी रुचि और प्राथमिकता का क्षेत्र

    रायपुर. 25 फरवरी 2024 /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर में वीवाय साईरिसा कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन किया। वीवाय अस्पताल और साईरिसा हेल्थ केयर संस्था द्वारा संयुक्त रूप से रायपुर के कमल विहार स्थित वीवाय अस्पताल में यह सेंटर स्थापित किया गया है। यहां कैंसर के इलाज के लिए रेडिएशन थेरेपी, कैंसर सर्जरी, कीमोथेरेपी, इम्युनोथेरेपी, टारगेट थेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, पैलिएटिव केयर और न्युट्रिशनल थेरेपी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। महाराष्ट्र के राज्यपाल  रमेश बैस, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और स्वास्थ्य मंत्री  श्याम बिहारी जायसवाल भी शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए।मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने वीवाय साईरिसा कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि रायपुर में इस नए संस्थान की स्थापना से प्रदेश में कैंसर के रोगियों के उपचार की सुविधा बढ़ेगी। इस सेंटर में उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं से कैंसर के मरीजों को अच्छा इलाज मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा कई सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों की जीवन शैली में बदलाव विभिन्न रोगों का कारण है। कई तरह के कैंसर के इलाज की सुविधा वाले इस अस्पताल में गरीब परिवारों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं के तहत लाभ दिया जाएगा। अस्पताल में जेनेरिक दवाएं उपलब्ध होने से मरीजों को सस्ते दर पर दवाई भी मिलेगी।मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य और चिकित्सा उनकी रुचि और प्राथमिकता का क्षेत्र है। लोगों को कम खर्च में अच्छा उपचार उपलब्ध हो, इस दिशा में उन्होंने एक जनप्रतिनिधि के तौर पर लगातार कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अपने सार्वजनिक जीवन के दौरान एम्स सहित कई चिकित्सालयों में 12 करोड़ रुपए की चिकित्सा सेवाएं उन्होंने लोगों को उपलब्ध कराई है।  महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने कार्यक्रम में कहा कि देश में मरीजो की संख्या में कमी होने पर ही देश तरक्की करेगा। छत्तीसगढ़ में कैंसर मरीजों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। ऐसे समय में वीवाय हॉस्पिटल में कैंसर सेंटर के स्थापित होने से यहाँ के लोगो को लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि वीवाय हॉस्पिटल में मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के रुकने की निःशुल्क व्यवस्था काबिले तारीफ है। यह अस्पताल एक मिशन के रूप में संचालित है। इससे न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों के भी उपचार में मदद मिलेगी।कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए आज आधुनिक कैंसर सेन्टर का शुभारंभ हुआ। इसके खुलने से राज्य के लोगों को स्थानीय स्तर पर ही इलाज की सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अत्याधुनिक कैंसर सेंटर की स्थापना के लिए वीवाय अस्पताल के निदेशक मंडल और विशेषज्ञों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर चिकित्सा के क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। अब कैंसर के इलाज की आधुनिक सुविधाएं भी यहां मिलेंगी।वीवाय हॉस्पिटल के निदेशक मंडल के डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने कहा कि वीवाय हॉस्पिटल में कैंसर केयर सेंटर स्थापित होने से कैंसर पीड़ितों को राहत मिलेगी। यह अस्पताल 2015 से संचालित है। आधुनिक सुविधाओं के साथ साथ नए-नए चिकित्सा उपकरणों के जुड़ने से विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों को लाभ मिल रहा है। कैंसर सेन्टर के शुरू होने से राज्य के मरीजों को अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। सभी प्रकार के कैंसर का इलाज अब इस अस्पताल में होगा। मरीजों के साथ रुकने वाले परिजनों के लिए अस्पताल परिसर में निःशुल्क व्यवस्था की गई है।सांसद संतोष पाण्डेय, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, वीवाय अस्पताल और वीवाय साईरिसा कैंसर सेंटर के निदेशक मंडल के सदस्य डॉ. शशिकांत पारख, डॉ. पी.यू. प्रकाश सक्सेना, डॉ. आनंद जोशी, डॉ. अनिल कर्णावत, डॉ. राजेश अग्रवाल, डॉ. विष्णु गुप्ता, डॉ. श्रीधर राव, डॉ. सुबीर श्रीवास्तव और सुजाता राजिमवाले भी वीवाय साईरिसा कैंसर केयर सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित थे।