Tag: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव एवं आदिवासी नृत्व महोत्सव की तैयारियों का लिया जायजा

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरी-सिहावा के मुकुंदपुर में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरी-सिहावा के मुकुंदपुर में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण

    रायपुर, 11, सितम्बर 2023 /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नगरी-सिहावा के मुकुंदपुर में आयोजित समारोह में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के तहत भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति और विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। नगरी के मुकुंदपुर में 8 करोड़ 29 लाख रूपए की लागत से भगवान श्रीराम जी की प्रतिमा, श्री राम वाटिका, दीप स्तंभ, एलइडी ब्राडिंग, सप्तऋषि की मूर्तियां, प्रवेश द्वार, 01 कॉटेज, पार्किंग, एप्रोच रोड, पर्यटक सूचना केन्द्र, कलवर्ट निर्माण, कॉटेज निर्माण, लॉन डव्हलपमेंट, सीसीटीवी, यज्ञशाला, जनसुविधा केन्द्र, ड्रेन, विद्युतीकरण, ओव्हरहेड वॉटर टैंक, स्टेयर्स, सीढ़ी निर्माण, मॉडयूलर शॉपं, सप्तऋषि स्थल का विकास, साइनेजेस, गजीबो, बाउण्ड्रीवॉल, साइट डव्हलपमेंट, गार्ड रूम का निर्माण किया गया है। वही श्रृंगी ऋषि आश्रम सिहावा में करटेन वॉल (म्यूरल के साथ), प्रवेश द्वार, रेलिंग एवं शेड निर्माण, गजिबो, सौदर्यीकरण, विद्युतीकरण, यज्ञशाला (पहाड़ी पर), इंटरनल प्लम्बिंग, श्रृंगी ऋषि आश्रम में स्थित हनुमान मंदिर का सौंदर्यीकरण, पाथवे का विकास, जनसुविधा केन्द्र  सहित विभिन्न अधोसंरचना विकास कार्यों का लोकार्पण किया।इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, सिहावा विधायक और मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी ध्रुव, उपाध्यक्ष राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री राजकुमारी दीवान,   श्री जितेंद्र शुक्ला, प्रबंध संचालक, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड, कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी, पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत ठाकुर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

     

     

     

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मेडिकल कॉलेज के 700 बिस्तर क्षमता वाले नए चिकित्सालय भवन का किया भूमिपूजन

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मेडिकल कॉलेज के 700 बिस्तर क्षमता वाले नए चिकित्सालय भवन का किया भूमिपूजन

    रायपुर. 9 सितम्बर 2023 /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में 700 बिस्तर क्षमता वाले नए एकीकृत चिकित्सालय भवन का भूमिपूजन किया। चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध अस्पताल के लिए 322 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक सर्वसुविधायुक्त चिकित्सालय भवन का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में महाविद्यालय के हीरक जयंती समारोह का शुभारंभ भी किया। आज से ठीक 60 साल पहले 9 सितम्बर 1963 को रायपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई थी। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. प्रीतम राम, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, महापौर श्री एजाज ढेबर, रायपुर नगर निगम के सभापति श्री प्रमोद शर्मा और रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा दोनों कार्यक्रमों में शामिल हुईं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भूमिपूजन कार्यक्रम और हीरक जंयती के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज एवं इससे संबद्ध चिकित्सालय को आज की जरूरत के हिसाब से विकसित करना है। उन्होंने सभी प्राध्यापकों, स्टॉफ, छात्र-छात्राओं और भूतपूर्व विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज के 60 वर्ष पूरे करने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में इस मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय की प्रतिष्ठा बढ़े, इसके लिए हम सबको मिल कर काम करना है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा और गुणवत्ता दोनों बढ़ी है। सरकारी अस्पतालों पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। दूरस्थ अंचलों के लोगों तक भी निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंची हैं। शासकीय अस्पतालों के माध्यम से लोगों को निःशुल्क उपचार, जांच और दवाई मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य मशीनरी हर संकट से निपटने के लिए तैयार है। वैश्विक महामारी कोरोना के समय हमारे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टॉफ ने बेहतर काम कर इसे साबित भी किया है। उन्होंने कहा कि बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में  मलेरिया और डायरिया फैलना अब बीते दिनों की बात हो गई है। हमारे मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान से मलेरिया के मामलों में काफी कमी आई है।उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज का 60 साल का सफर शानदार रहा है। इससे संबद्ध अस्पताल प्रदेशवासियों के लिए बड़ी उम्मीद है। एशिया की सबसे एडवांस्ड मशीनरी भी यहां उपलब्ध है। आज नए चिकित्सालय भवन का भूमिपूजन हुआ है, जल्दी ही इसके लोकार्पण का समय आएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अस्वस्थता के बावजूद वे कार्यक्रम में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री से स्वास्थ्य विभाग के लिए जितना मांगा है, उन्होंने उससे ज्यादा ही दिया है। श्री सिंहदेव ने बताया कि रायपुर मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेसिंग लैब के लिए मंजूरी मिल गई है।चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै ने कार्यक्रम में कहा कि रायपुर मेडिकल कॉलेज प्रदेश का सबसे बड़ा टर्शरी केयर हॉस्पिटल है। यहां लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए सर्वसुविधायुक्त एकीकृत चिकित्सालय भवन की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। आज भूमिपूजन होने के बाद जल्दी ही इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा। डीन डॉ. तृप्ति नागरिया ने अपने स्वागत भाषण में रायपुर मेडिकल कॉलेज के 60 वर्ष के सफर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1963 में आज ही के दिन 60 विद्यार्थियों के साथ इसकी यात्रा शुरू हुई थी। अब यहां एमबीबीएस की 230 और पीजी की 150 सीटें हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल की क्षमता 700 बिस्तरों से बढ़कर 1248 हो गई है। नए एकीकृत चिकित्सालय भवन में 700 बिस्तर बढ़ने से यहां बिस्तरों की संख्या करीब दो हजार हो जाएगी। दो हजार बिस्तर क्षमता वाला यह मध्य भारत का एकमात्र अस्पताल होगा। चिकित्सालय में सुविधा बढ़ने से लोगों को बेहतर इलाज मिलेगा।डीन डॉ. नागरिया ने महाविद्यालय के हीरक जयंती के मौके पर नए चिकित्सालय भवन के भूमिपूजन के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं राज्य शासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जन्मदिन पर उपहार मिलने जैसा है। उन्होंने बताया कि हीरक जयंती का मुख्य समारोह इस वर्ष 23 दिसम्बर और 24 दिसम्बर को मनाया जाएगा। इसमें देश-विदेश में सेवा दे रहे महाविद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में भाग लेंगे। हीरक जयंती आयोजन समिति के सह-अध्यक्ष डॉ. ललित शाह, सचिव डॉ. राकेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष डॉ. अनिल जैन और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम सहित रायपुर मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक, आयोजन समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

    *ऐसा होगा नया एकीकृत चिकित्सालय भवन*

    एकीकृत नवीन चिकित्सालय भवन में प्रदेशवासियों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सभी बुनियादी सुविधाएं इस परिसर में उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेशवासियों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करने की दिशा में राज्य सरकार का यह एक बड़ा कदम है। इसके बनने से राजधानी के नागरिकों को अत्याधुनिक सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की सुविधा मिल सकेगी।
    डॉ. भीमराव स्मृति चिकित्सालय रायपुर में बनने वाले 700 बिस्तर के इस अस्पताल में बेसमेंट फ्लोर, लोवर ग्राउंड फ्लोर तथा भूतल के अलावा सात तल होंगे। इस अस्पताल में सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की सभी सुविधाएं मरीजों को मिलेंगी। इस एकीकृत नवीन चिकित्सालय भवन का निर्माण 70 हजार 896 वर्ग मीटर में होगा। भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम, एचवीएसी सिस्टम, आईबीएमएस सिस्टम आदि का प्रावधान किया गया है। भवन में बेसमेंट फ्लोर 8828 वर्ग मीटर का, भूतल 7500 वर्ग मीटर का, प्रथम तल से पंचम तल तक 7274 वर्ग मीटर, षष्ठम तल मय आट्रियम रूफ स्ट्रक्चर 8728 वर्ग मीटर, सातवां तल 640.57 वर्ग मीटर का होगा। नींव को इस रूप में तैयार किया गया है कि भविष्य में सातवें फ्लोर और आठवें फ्लोर को जरूरत के हिसाब से विकसित किया जा सकता है।

  • हिमाचल के आपदा पीड़ितों के लिए छत्तीसगढ़ वासियों की ओर से 11 करोड़ रुपये की सहायता, मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने की घोषणा

    हिमाचल के आपदा पीड़ितों के लिए छत्तीसगढ़ वासियों की ओर से 11 करोड़ रुपये की सहायता, मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने की घोषणा

    रायपुर, 18 अगस्त, 2023/ देव भूमि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से आई विपदा की स्थिति में पीड़ित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों की ओर से 11 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।

    मुख्यमंत्री भूपेश  बघेल ने कहा कि हिमाचल में भीषण प्राकृतिक विपदा आई है। ऐसे में हम सभी छत्तीसगढ़वासी हिमाचल के लोगों के साथ खड़े है।

    उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कल ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर चर्चा की थी तथा हिमाचल प्रदेश के हालात की जानकारी ली थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उनसे कहा कि पूरा देश हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ खड़ा है। हम सब सामूहिक एकजुटता के साथ आपदा का सामना करेंगे और सामान्य स्थिति की बहाली के लिए कार्य करेंगे।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने ग्राम सेम्हरादैहान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम सेम्हरादैहान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण

    रायपुर11 अगस्त 2023

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सेम्हरादैहान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान ठाकुर प्यारे लाल सिंह उद्यान में पौधरोपण किया। उन्होंने ठाकुर प्यारे लाल सिंह के परिवारजनों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक मोहला-मानपुर श्री इन्द्रशाह मंडावी, राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं विधायक डोंगरगांव श्री दलेश्वर साहू, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं विधायक डोंगरगढ़ श्री भुनेश्वर बघेल, समाज सेवी श्री पदम कोठारी, समाज सेवी श्री रतन यादव, सरपंच श्री दिनेश सिंह ठाकुर अन्य जनप्रतिनिधि, संभागायुक्त श्री महादेव कावरे, आईजी श्री राहुल भगत, कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री अभिषेक मीणा, जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा सहित ठाकुर, प्यारे लाल सिंह के परिजन श्री नीलकांत सिंह, श्री आशीष सिंह, श्री श्रीकांत सिंह, श्री विश्वजीत सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री नरेन्द्र सिंह सहित अन्य सदस्य, पंचगण, अधिकारी-कर्मचारी व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। इसके अलावा ठाकुर प्यारे लाल सिंह के अन्य परिजन इंदौर, श्रीनगर, भोपाल, बीना, दुर्ग, रायपुर से भी इस अवसर पर उपस्थित हुए।
    उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह का जन्म 21 दिसम्बर 1891 को राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सेम्हरादैहान में हुआ था। इनके पिता ठाकुर दीनदयाल सिंह एवं माता श्रीमती नर्मदा देवी सिंह थी। इन्होंने वर्ष 1914 में नांदगांव रियासत के दीवान हटाओ आंदोलन तथा वर्ष 1919, 1924 एवं 1933 में बीएनसी मिल मजदूरों की हड़ताल का नेतृत्व करते हुए मजदूरों के अधिकार के लिए संघर्ष किया। वर्ष 1920 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उनके द्वारा चलाए जा रहे असहयोग आंदोलन के दौरान वकालत का त्याग कर दिया। वे वर्ष 1924 में राजनांदगांव नगर पालिका तथा वर्ष 1936, 1940 एवं 1944 में रायपुर नगर के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वर्ष 1930 में किसान आंदोलन का नेतृत्व करने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन इस आंदोलन में सतत रूप से शामिल होने के कारण उन्हें वर्ष 1932 में पुन: रायपुर में गिरफ्तार कर लिया गया।
    ठाकुर प्यारे लाल सिंह वर्ष 1933 में रायपुर से विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। उन्होंने वर्ष 1936 में रायपुर में छत्तीसगढ़ कॉलेज की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ एजुकेशन सोसायटी का गठन किया। जिसमें इनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसके अतिरिक्त उन्होंने छत्तीसगढ़ में अनेक सहकारी संघों की स्थापना के लिए विशेष भूमिका निभाई। उन्होंने वर्ष 1946 में छत्तीसगढ़ के देशी रियासतों के भारत संघ में विलय के लिए चलाये गये अभियान का नेतृत्व किया। वर्ष 1952 में पुन: रायपुर से विधायक निर्वाचित होकर नागपुर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे। ठाकुर प्यारे लाल सिंह का 20 अक्टूबर 1954 को देहावसान हो गया और भू-दान आंदोलन के प्रथम शहीद घोषित किए गए।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने प्रदेश में पहली बार प्रदान किए पर्यावास अधिकार मान्यता पत्र

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने प्रदेश में पहली बार प्रदान किए पर्यावास अधिकार मान्यता पत्र

    रायपुर, 10 अगस्त 2023/मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज विश्व आदिवासी दिवस 09 अगस्त के अवसर पर छत्तीसगढ़ के विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह ‘‘कमार’’ को एक विशेष तोहफा देते हुए उन्हें पर्यावास अधिकार (Habitat Rights) मान्यता पत्र वितरित किए। प्रदेश में पहली बार विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह को पर्यावास अधिकार प्रदान किया गया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ देश का दूसरा राज्य बन गया है, जहां विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह को पर्यावास अधिकार दिया गया है। इसी तरह कमार जनजाति समूह प्रदेश का पहला जनजाति समूह है, जिसे राज्य शासन द्वारा पर्यावास अधिकार मिला है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में धमतरी जिले के मगरलोड विकासखण्ड अंतर्गत स्थित मगरलोड पाली/उपक्षेत्र (परंपरागत क्षेत्र) के 22 कमार पारा/टोला के मुखिया को पर्यावास अधिकार मान्यता पत्र प्रदान किए।

    कार्यक्रम में आदिम जाति विकास मंत्री श्री मोहन मरकाम, आदिम जाति विकास विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी सहित कमार जनजाति के मुखिया उपस्थित थे।

    पर्यावास अधिकार –

    वन अधिकार अधिनियम 2006 की धारा 2 (ज) में पर्यावास अधिकारों को परिभाषित किया गया है। इसके अनुसार सामान्यतः पर्यावास अधिकार पीव्हीटीजी के पर्यावास क्षेत्र के अंतर्गत उनके पारंपरिक एवं रूढ़िगत सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और आजीविका से संबंधित पारिस्थितिकी तंत्र पर पारंपरिक रूप से निर्भरता एवं जैव विविधता अथवा पारंपरिक ज्ञान का अधिकार मान्य करने के साथ उनके संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु मान्यता प्रदान करता है। पर्यावास अधिकार प्रदान करने की यह पहल अन्य विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों तथा कमार जनजाति समुदाय की अन्य पालियों, उपक्षेत्रों के लिए भी एक मार्गदर्शिका सिद्ध होगा एवं शीघ्र ही अन्य विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों के लिए भी इस दिशा में प्रयास किया जाएगा।

    सामुदायिक और सामुदायिक वन संसाधन अधिकारों के उपयोग के लिए चलाया जाए जनजागरूकता अभियान – मुख्यमंत्री श्री बघेल

    मुख्यमंत्री ने किया ग्राम सभाओं में जागरूकता अभियान के द्वितीय चरण का शुभारंभ

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों को अधिकार सम्पन्न बनाने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। समर्थन मूल्य पर धान, लघु वनोपजों, मिलेट्स की खरीदी के साथ व्यक्तिगत, सामुदायिक वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन संसाधन के अधिकार प्रदान किए गए हैं। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां वन अधिकार मान्यता पत्र के माध्यम से आदिवासियों और वनवासियों को दी गई जमीन की ऋण पुस्तिका बनाई गई है। ऋण पुस्तिका बनने से पट्टेधारियों के लिए समर्थन मूल्य पर कृषि और लघु वनोपजों तथा मिलेट्स उपज बेचना संभव हो रहा है। इसके साथ ही साथ उन्हें कृषि कार्यों के शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण भी उपलब्ध हो रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सामुदायिक तथा वन संसाधन वन अधिकार मान्यता पत्र के माध्यम से लाखों हेक्टेयर जमीन वनवासियों को दी गई है। सामुदायिक तथा वन संसाधन मान्यता पत्र के माध्यम से मिले अधिकारों का उपयोग पट्टाधारी किस तरह कर सकें इसके लिए जनजागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। इसके लिए आज वनाधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के संबंध में जागरूकता हेतु ग्राम सभाओं में जागरूकता अभियान के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान का प्रथम चरण वन अधिकार मान्यता पत्र की प्रक्रिया की जानकारी पर केन्द्रित था।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अधिकारों के उपयोग के संबंध में जागरूकता लाने के लिए राज्य सरकार और समाजसेवी संगठनों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनजाति समुदायों के समाज प्रमुखों से भी आग्रह किया कि वे इस काम को प्राथमिकता के साथ हाथ में लें, ताकि आदिवासियों को प्राप्त अधिकारों का वे अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। यह प्रयास छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

    पर्यावास अधिकार मान्यता प्रक्रिया पुस्तिका सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन

    मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह को पर्यावास अधिकार की मान्यता देने की प्रक्रिया के संबंध में प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग की योजनाओं की प्रगति से संबंधित पुस्तिका ‘समावेशी विकास के बढ़ते सोपान’ शीर्षक से प्रकाशित कॉफी टेबल बुक, आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तकों ‘छत्तीसगढ़ की जनजातीय वाचिक परम्पराएं’, ‘बस्तर दशहरा’ ‘आदिनाद जनजाति वाद्ययंत्र’ ‘स्मारिका’ का भी विमोचन किया।

    आदिवासी जननायकों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के गौरवपूर्ण स्मरण के रूप में डाक टिकट एवं विशेष आवरण जारी

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के आदिवासी जननायकों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में किये गये योगदान के गौरवपूर्ण स्मरण के रूप में डाक टिकट एवं विशेष आवरण का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जनजातियों के वाद्य यंत्रों पर आदिम जाति विकास विभाग द्वारा तैयार किए गए वृत चित्र का प्रदर्शन किया गया।

    आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री श्री मोहन मरकाम ने इस अवसर पर कहा कि आज मगरलोड पाली के विशेष रूप से कमजोर जनजाति कमार समूह को राज्य में प्रथम पर्यावास अधिकार मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि चाहे लघुवनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की बात हो या धान की समर्थन मूल्य में खरीदी हो, मिलेट् का न्यूनतम समर्थन मूल्य हो, हमारी सरकार द्वारा जनजाति हितों को ध्यान में रखा गया है। विशेष पिछड़ी जनजाति समूह के युवाओं को नौकरी देने के बात हो, चाहे जनजाति क्षेत्रों में सुपोषण अभियान हो, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना हो, आदिवासी परब सम्मान के माध्यम से अनुसूचित क्षेत्र के पंचायतों को सशक्त करना हो, हमारी सरकार और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जनजाति हितों को प्राथमिकता दी है।

    प्रदेश में कमार जनजाति मुख्यतः चार जिलों गरियाबंद, महासमुंद, धमतरी एवं कांकेर में निवासरत है। इन सभी जिलों के कमार आवासीय क्षेत्रों को समेकित किए जाने पर उनका पर्यावास क्षेत्र निर्धारित होगा।

    इस अवसर पर कलेक्टर धमतरी श्री ऋतुराज रघुवंशी, निदेशक, डाक सेवाएं छत्तीसगढ़ परिमंडल श्री दिनेश मिस्त्री, समाज सेवी सुश्री मंजीत कौर बल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

    मगरलोड-पाली के परिवारों को मिला पर्यावास अधिकार

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश में पहली बार धमतरी जिला के विकास खंड मगरलोड अंतर्गत 22 पीव्हीटीजी पाली के परिवारों के व्यक्तियों को पर्यावास अधिकार प्रदान किए गए हैं। इन अधिकारों के माध्यम से पीव्हीटीजी समुदाय के प्रथागत व्यवस्थाओं, संस्कृति के साथ पारम्परिक अधिकारों को शासकीय दस्तावेज में अभिलिखित करने तथा सुरक्षा, संरक्षण एवं संवर्धन में सहयोग मिलेगा। पीढ़ियों से चली आ रही पारम्परिक आजीविका और पारिस्थितिकी ज्ञान की सुरक्षा और संवर्धन हो सकेगा। विभिन्न विभागों की योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से शासन द्वारा इन क्षेत्रों का सशक्तिकरण और विकास किया जा सकेगा। पीव्हीटीजी विकास अभिकरण के माध्यम से समुदाय अनुकूल अधोसंरचना विकास में सहायता मिलेगी।

     

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी महाविद्यालय का किया शुभारंभ

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी महाविद्यालय का किया शुभारंभ

    रायपुर, 29 जुलाई 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा जिले में छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए कोरबा में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का शुभारंभ किया। इस सत्र से अंग्रेजी महाविद्यालय  कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं कम्प्यूटर विज्ञान विषय के साथ प्रारम्भ हो रहा है। यह महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर से संबंद्ध है। सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ है, जिसमें सभी संकायों में विद्यार्थी प्रवेश ले रहें है।
    यह महाविद्यालय  परम्परागत अध्यापन की सुविधा के साथ-साथ आधुनिकतम उपकरणों से भी सुसज्जित है। जिसका लाभ यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्राप्त होगा।  सुरक्षात्मक दृष्टि से सम्पूर्ण परिसर को सी.सी.टी.व्ही. कैमरा के निगरानी में रखा गया है । क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक गतिविधि हेतु आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की गयी है।  जिससे विद्यार्थियों का बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक एवं बहुआयामी विकास हो सके।
    शासन द्वारा इस महाविद्यालय के संचालन हेतु प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, कीड़ाधिकारी तथा तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कुल 34 पद स्वीकृत किए गए हैं एवं नवीन भवन निर्माण हेतु 2 करोड़ 40 लाख रूपये का भी प्रावधान किया गया है।

    जिले में अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के प्रारम्भ होने से जिले में संचालित आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल एवं निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अन्य जगहों में जाकर अध्ययन नहीं करना पड़ेगा। उन्हें उनके शहर में ही गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्राप्त होगी।

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर के समापन में पहुंचे

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर के समापन में पहुंचे

    रायपुर 1 जुलाई 2023/मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज बिलासपुर के गुजराती भवन में आयोजित भारतीय जैन संगठना के निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर के समापन अवसर पर पहुंचे। उन्होंने शिविर में दिव्यांगों को व्हीलचेयर, ट्राइसिकल, श्रवण संबंधी उपकरण, बैशाखी, कृत्रिम अंग प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे संगठन एवं शिविर में सेवा दे रहे सभी चिकित्सकों को साधुवाद दिया। मुख्यमंत्री ने शिविर में मौजूद दिव्यांगों से उनका कुशलक्षेम पूछते हुए सभी को स्वस्थ जीवन के शुभकामनाएं दी।

    कार्यक्रम में बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पाण्डेय, महापौर श्री रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, अरपा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री अभय नारायण, नगर निगम के सभापति श्री शेख नजरूद्दीन, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सहित श्री विजय पाण्डेय तथा अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे।

    गौरतलब है कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर एवं रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग से भारतीय जैन संगठना एवं गुजराती समाज के सहयोग से यह 6 दिवसीय दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया। 25 जून से प्रारंभ हुए इस शिविर का आज समापन हुआ। शिविर में अब तक दिव्यांगों को आवश्यकतानुसार 145 कृत्रिम अंग, 105 कैलिपर्स, 135 कृत्रिम हाथ, 110 बैशाखी, 53 ट्राईसिकल, 75 व्हीलचेयर और 215 श्रवण यंत्र का वितरण किया गया।

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय राज्य का सबसे पुराना तथा सबसे बड़ा विश्वविद्यालय

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय राज्य का सबसे पुराना तथा सबसे बड़ा विश्वविद्यालय

    रायपुर, 24 मई 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय राज्य का सबसे पुराना तथा सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। छह दशकों से विश्वविद्यालय ने गौरवपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।

    शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है।

    बस्तर, सरगुजा के वनांचलों में जहां जरूरी हुआ वहां महाविद्यालय खोले गए।

    मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह के मुख्य वक्ता प्रो. वाई.एस. राजन का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए कहा कि प्रॉफेसर राजन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) को अपने नवाचारों द्वारा नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया

    हमारा सौभाग्य है कि भारतरत्न ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी के निकटतम सहयोगी रह चुके प्रसिद्ध अन्तरिक्ष वैज्ञानिक पद्म श्री प्रो. राजन आज के दीक्षांत समारोह में हमारे बीच हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र माध्यम है, जिसके जरिये हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दीक्षांत समारोह में 76 प्रतिशत बेटियां उपस्थित हैं। यह नारी के सशक्त होने का प्रतीक है।

    महिलाएं अब अबला नहीं सबला बन रही हैं

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हेलीपेड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हेलीपेड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि

    रायपुर, 12 मई 2023/

     

    अभी तक हमारी ओर से ई.डी. के भाजपा एजेन्ट के रूप में कार्य करने का जो आरोप लगाया जा रहा था, अब वह प्रमाणित हो चुका है। ई.डी. अधिकारी मेरी छवि खराब करने के लिए किस कदर आमादा है, वह इससे पता लगता है कि “कथित आबकारी घोटाले“ मे मेरा नाम झूठा फंसाने के लिए किसी व्यक्ति को इतना प्रताड़ित किया गया है कि उसे न्यायालय के समक्ष यह कहना पड़ा कि वह आत्महत्या कर लेगा । ई.डी. द्वारा प्रकरण के झूटी एवं षडयंत्र पूर्व विवेचना पूरी तरह प्रमाणित हो गई है तथा भाजपा नेता एवं ई.डी. अधिकारी पूरी तरह से बेनकाब हो चुके है ।
    ई.डी. द्वारा उनके “मीडिया ट्रायल“ के षडयंत्र अंतर्गत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह तथ्य सार्वजनिक किया गया है कि राज्य के डिस्टलरो द्वारा स्वीकार किया गया है कि बड़ी मात्रा में बिना एक्साइज ड्यूटी पटाये शराब का विक्रय किया गया है। यदि यह मान भी लिया जाय कि ई.डी. का आरोप सही है तो सर्वप्रथम डिस्टलरों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं करने से प्रथम दृष्टया ही यह समझ में आता है कि दाल में कुछ काला जरूर है और यह भी लगता है कि ई.डी. अधिकारियों की डिस्टलरों से सेटिंग हो गई है। ई.डी. के प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर ए.सी.बी. से जांच अवश्य करायी जायेगी ।
    विधि विशेषज्ञों द्वारा दी गयी जानकारी अनुसार एक्सटोर्शन एवं भ्रष्टाचार जैसे शेड्यूल आफेन्स की जांच ई.डी. के क्षेत्राधिकार में नहीं है। पी.एम.एल.ए. अंतर्गत ई.डी. का कार्य किसी अपराध की कमाई से जप्त सम्पत्ति की जांच करना उसे राजसात करना, दोषियों को सजा दिलाना है। हमारे राज्य में तो ई.डी. अधिकारियों द्वारा पुलिस की तरह मूल अपराध की विवेचना की जा रही है। ई.डी. का यह कार्य संघीय ढांचे के मूल भावना के विरूद्ध है तथा अवैधानिक है।
    ई.डी. अधिकारियों द्वारा की जा रही समस्त अवैधानिक कार्यवाहियों के विरूद्ध विधि-वेत्ताओं से परामर्श कर शीघ्र समुचित कार्यवाही की जायेगी।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने खुडिया स्थित दस महाविद्या मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के खुशहाली और समृद्धि के लिए की कामना

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुडिया स्थित दस महाविद्या मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के खुशहाली और समृद्धि के लिए की कामना

    रायपुर, 08 मई 2023

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज अपने प्रदेश व्यापी भेंट मुलाकात अभियान के तहत लोरमी विधानसभा के  ग्राम खुडिया स्थित दस महाविद्या मंदिर पहुंचे। उन्होंने माँ दुर्गा और मंदिर परिसर में ही स्थित महादेव की पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख-शांति,समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
    इस अवसर पर तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर भी उपस्थित रहे।