रायपुर / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी माताओं, बहनों और बेटियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने, उनका सशक्तिकरण करने और लैंगिक समानता के उद्देश्य को लेकर पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
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मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की दी बधाई
साय ने कहा है कि विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है, इसके लिए गरीब, युवा, अन्नदाता के साथ महिलाओं के समावेशी विकास का रोड मैप तैयार किया गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में महतारी वंदन योजना शुरू की गई है। योजना के तहत पहली किश्त जल्द ही महिलाओं के खातों में अंतरित की जाएगी। साथ ही प्रदेश के विकास में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाने के लिए महिला समूहों को रेडी-टू-ईट निर्माण का जिम्मा फिर सौंपने का निर्णय लिया गया है। इससे बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ होगा।साय ने कहा है कि महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सुरक्षा के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसके लिए इस वर्ष 2024-25 में महिला एवं बाल विकास के बजट को लगभग दोगुना से अधिक कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा ग्यारह हजार से अधिक पंचायतों में महिला सदन खोलने, नवीन महिला थाना स्थापना के लिए 300 नवीन पदों का प्रावधान और महिलाओं के पोषण पर विशेष ध्यान रखने जैसे कई प्रावधान बजट में किए गए हैं। साय ने कहा है कि महिलाओं के लिए विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर काम करती रहेगी। समाज और प्रत्येक व्यक्ति भी महिलाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं और उन्हें आगे बढ़ने का सुरक्षित और पूरा अवसर प्रदान करें। -
मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के उत्थान और कल्याण हेतु लिये अनेक निर्णय
भोपाल, 09 फरवरी 2023 /
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की सभी माताओं-बहनों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला कर्मचारियों को 7 दिवस का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश देने के साथ बहन-बेटियों के उत्थान के लिए अनेक निर्णय लिये हैं। कक्षा 10वीं के बाद उच्चतर, माध्यमिक एवं कॉलेज में बेटियों को वित्तीय साक्षरता के लिये पाठ पढ़ाया जायेगा, जो महिला उन्मुखी होगा। उन्होंने कहा कि माता, बहन और बेटियों का उत्थान ही मेरे जीवन का प्रमुख ध्येय है। नारी शक्ति के सशक्तिकरण में ही प्रदेश और देश का उत्थान निहित है।”मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाएँ आज हर कार्य-क्षेत्र में कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। उन पर मातृत्व और घर संभालने की ज़िम्मेदारी भी है। इसलिए हमने तय किया है कि सभी महिला कर्मचारियों को 7 दिवस का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश देंगे, जिसे वे अपनी आवश्यकता अनुरूप उपयोग कर सकेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य की तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत छात्राओं को रोजगार दिलवाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा और जॉब फेयर लगाये जाएंगे। साथ ही छात्राओं को डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता, अंग्रेजी, कम्युनिकेशन और वर्क रेडीनेस का 60 से 80 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के लिये स्किल ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जाएगी, जिसमें हैंडलूम, कढ़ाई, पारंपरिक लोक कलाओं की ट्रेनिंग शामिल होगी। प्रदेश की महिला हथकरघा एवं हस्तशिल्प कारीगरों को एनआईडी और निफ्ट संस्थानों से आधुनिक डिजाइन्स और उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा।