Tag: मारपीट- जलील करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

  • गो – हत्या कर मांस बेचने के झूठे आरोप गढ़कर, मारपीट- जलील करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

    गो – हत्या कर मांस बेचने के झूठे आरोप गढ़कर, मारपीट- जलील करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

    रायपुर 5 नवंबर 2022/

    बिलासपुर।
    आज दिनांक 4-11-2022 को गुरुघासीदास सेवादार संघ [GSS] प्रमुख श्री लखन सुबोध उपरोक्त विषयांतर्गत वर्णित मामले में निरपराध जेल में बंद पीड़ितो के परिजनों से टेलिफोनिक संपर्क कर, बिलासपुर में बुलाया और उनके परिजनों को साथ लेकर जेल में जुल्म के शिकार श्री रामनिवास मेहर एवं श्री नरसिंग रोहिदास से मुलाकात किया।


    ज्ञातव्य हो कि इस मामले में कथित गो रक्षकों जो गायों- मवेशियों की सेवा *न कर सिर्फ राजनैतिक एजेंडा* चलाने के लिए ऐसे- ऐसे षड्यंत्र करते हैं कि, हिंदू जन मानस को झूठे तथ्यों से प्रभावित कर, राजनैतिक हथकंडा अपना सकें।
    GSS को पीड़ितों के परिजनों ने बताया कि, चकरभाठा रेल्वे स्टेशन [प्लेटफार्म के आसपास] एक गाय रेल्वे ट्रेक में कटा पड़ा था। इसे हटाने के लिए रेल्वे कर्मचारी ने पीड़ितों को [जिनसे रेल्वे सैकड़ों बार इस तरह की ट्रेक सफाई का काम करवा चुका है] फोन कर बुलाया और उन दोनों ने ट्रेक से कटे जानवर को बोरे में भरकर उसे फेंकने के लिए ले जा रहे थे।
    इस मौके को फासिस्ट गुंडों ने अपने एजेंडा के लिए उपयोग किया और उन दोनों को रोककर अपने गुर्गो4 tgt को बुलाकर भीड़ इकट्ठा कर हल्ला किया कि, *”देखो – लोगों ये लोग गौ हत्या कर मांस बेच रहे हैं।”* देखते ही देखते 60-70 लोगों की भीड़ ने उन दोनों व्यक्तियों को लात-घूंसों-डंडों -बेल्ट से मारकर बुरी तरह से जलील किया।
    उसी समय इन दोनों व्यक्तियों के रिश्तेदार ने पुलिस को फोन किया ।पुलिस आई -लेकिन उनकी मौददूगी में भीड़ ने मारा -पीटा-नंगा जुलूस निकाला और चकरभाठा पुलिस ने मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करने के बजाय उन दोनों मारपीट- जलालत के शिकार व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया।
    इन घटनाओं पर GSS ने निर्णय लिया है कि, मारपीट-जुल्म ए सितम ढाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने S.C/S.T एट्रोसिटी एक्ट लगाने एवं दोषी पुलिस स्टॉफ पर कार्यवाही करने के मुद्दे पर आंदोलन संगठित करने और सभी जातीय जुल्म विरोधी जनवादी शक्तियों से अपील किया है कि,इस मामले पर साझा संघर्ष चलाने आगे आऎं।