Tag: प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदे राज्य सरकार- चंदेल

  • प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी से किसान होंगे अब अधिक खुशहाल

    प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी से किसान होंगे अब अधिक खुशहाल

    रायपुर 25 मार्च 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के किसानों को उनकी धान की उपज का उचित मूल्य दिलाने की दिशा में और कदम बढ़ाते हुए अब प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की है।इस घोषणा से जिले की किसानों में खुशी की लहर है।तिल्दा विकासखंड के ग्राम कुर्रा निवासी श्री चंद्रहास नायक  ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि किसान मुख्यमंत्री ही किसानो के दुख दर्द को समझ सकता है।किसानों को अब  बढ़ी हुई मात्रा में धान बेचने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।समर्थन मूल्य में धान खरीदी और राजीव गांधी किसान न्याय योजना ने राज्य के किसानों का हौसला बढ़ा है।इसी तरह श्री गजेंद्र,श्री रवि वर्मा,श्री दिनेश आदि किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा विगत 4 वर्षों में किसान हितैषी फैसलों लेकर खेती-किसानी में परिवर्तन लाया है।किसान आधुनिक तकनीकी से खेती की ओर बढ़ रहे है।खेती-किसानी में किसानों की रूचि बढ़ी है।खेती को नुकसान का व्यवसाय समझने वाले किसान अब फिर से खेती-किसानी की ओर लौटने लगे हैं।
    धरसींवा विकासखंड के ग्राम पथरी के श्री नीलकंठ वर्मा,श्रीमती सुखिया वर्मा,श्रीमती टिकेश्वरी निषाद,श्रीमती गनेशिया निषाद,वीणा वर्मा,मनहरण वर्मा,श्रीमती राही यादव और श्रीमती दशोदा निषाद ने कहा कि सरकार ने किसान,मजदूर और महिलाओं का विशेष ध्यान रखा है।वर्तमान में ऐसा कोई वर्ग नही है जिसको शासन की योजनाओं से लाभ न मिला हो।भूपेश सरकार द्वारा किसानों से अब 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदी करने से दैनिक जीवन की आवश्यकता पूरी होने के साथ-साथ भविष्य के लिए राशि भी बचत होगी।इसी तरह तिल्दा विकासखंड के ग्राम अड़सेना के श्री नेहरूलाल,श्री राजेश वर्मा,श्री दीनदायल,श्री अशोक साहू,श्री जयलाल सेन आदि किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत खेती-किसानी को सुधारने, जैविक खेती को बढ़ावा देने और भू-जल स्तर में वृद्धि के लिए योजना लागू की गई है।मुख्यमंत्री द्वारा समर्थन मूल्य में अगले खरीफ सीजन से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी के फैसले से किसानों में काफी उत्साह और खुशी का महौल है।पिछले वर्ष प्रति एकड़ 15 क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की गई थी। 5 क्विंटल धान की और खरीदी होने से इसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा।
  • प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदे राज्य सरकार- चंदेल

    प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदे राज्य सरकार- चंदेल

    रायपुर,31 अक्टूबर 2022। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने एक नवम्बर से घोषित धान खरीदी की व्यवस्थाओं को अपर्याप्त बताते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने भाजपा की लगातार मांग के दबाव में समय पर धान खरीदी की मुनादी तो पीट दी लेकिन सुव्यवस्थित तरीके से धान खरीदी का इंतजाम नहीं किया है। एक रोज बाद धान खरीदी शुरू होना है और सरकार इससे ज्यादा नृत्य उत्सव की तैयारी में व्यस्त है। जैसी गंभीरता नृत्य की तैयारी देखने में दिखाई जा रही है, वैसी गंभीरता धान खरीदी की व्यवस्था में नजर नहीं आ रही। सरकार प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी सुनिश्चित करें।

    नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि सरकार ने इस वर्ष 1लाख 10 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। गत वर्ष की स्थिति हम सभी ने देखी है। पिछले साल राज्य सरकार की लापरवाही के कारण बारदाने को लेकर किसानों को परेशान किया गया, उसे किसान भूले नहीं हैं। इस साल भी धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। जिसकी वजह से इस बार भी किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सरकार गीले धान का बहाना बनाकर किसानों को निराश करती है। इस साल इस तरह की कोई बहानेबाजी भाजपा चलने नहीं देगी। किसान जो भी धान लेकर आयें, सरकार उसे खरीदें।

    नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जैसे तैसे धान खरीदी हो जाती है तो उसका परिवहन सलीके से नहीं होता। समय पर परिवहन नहीं होने के कारण धान सड़ जाता है। इसलिए खरीदी के फौरन बाद धान के परिवहन की व्यवस्था सुचारू रूप से की जाए। सरकार स्पष्ट करे कि धान खरीदी के लिए कितने शेड का निर्माण हुआ है और धान के रखरखाव की क्या व्यवस्था है? किसानों को टोकन के नाम पर परेशान किया जाता है। इस तरह की परेशानी बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते दिनों हुई बारिश से कई किसानों का धान भीग गया है। सरकार इस बारे में क्या सोच रही है, यह भी स्पष्ट किया जाए। किसी भी हाल में किसान को नुकसान नहीं होना चाहिए। सरकार किसानों के लिए समुचित मुआवजे की व्यवस्था करे।

    चंदेल ने कहा कि पिछले वर्ष गिरदावरी के माध्यम से किसानों का रकबा कम कर दिया गया था छोटे व मझले किसानों की जमीनों को विलुप्त कर दिया गया था यह किसानों के साथ अन्याय है यह नहीं होना चाहिए ।साथ ही उन्होंने सरकार से प्रश्न किया कि ऐसा कैसे होता है कि जितना उत्पादन होता है उतनी ही खरीदी सरकार करने का दावा करती है जबकि वह रकबा भी कम करती है एवं प्रति एकड़ केवल 15 क्विंटल ही धान खरीदती है सरकार के पास ऐसा कौन सा कैलकुलेटर है जो यह कैलकुलेट करता है जरा उसे जनता को बताएंगे।