मंत्री श्री लखमा ने बैठक के दौरान डीएमएफटी मद अंतर्गत वर्ष 2016 से 2022-23 तक के विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अपूर्ण कार्यों की विस्तृत जानकारी लेकर सभी कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। अधिकारियों ने गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के संबंध में जानकारी दी। मंत्री श्री लखमा ने राज्य शासन द्वारा संचालित सभी फ्लैगशिप योजनाओं की विस्तार से जानकारी ली और उनके क्रियान्वयन पर जोर देने की बात कही। उन्होंने शहरी क्षेत्र में वन अधिकार मान्यता पत्र के वितरण की भी समीक्षा कर पात्र हितग्राहियों सीमावर्ती को इसका लाभ देने के निर्देश दिए और वन अधिकार के मान्यता के लिए शिविर लगाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में धान खरीदी, पैसा का हस्तांतरण, धान का उठाव के संबंध में चर्चा कर सीमावर्ती राज्य से आने वाले धान की आवाजाही पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने ने निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों, सड़क संधारण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने पीएमजीएसवाई, लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने कांगेर घाटी के सड़क चैडीकरण कार्य को आवश्यक गति देने के निर्देश दिए। मंत्री श्री लखमा ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के क्रियान्वयन और उनसे संबंधित सभी विभागों के कार्यों की भी समीक्षा की।
मंत्री श्री लखमा ने हाट-बाजार क्लीनिक, बस्तर विकासखण्ड में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दिए। आदिवासी विकास विभाग से संबंधित भवन निर्माण, के स्वीकृत कार्यों की और जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के लिए जोर दिया।इस अवसर पर बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंजाम, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, इन्द्रावती विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, कलेक्टर श्री चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र मीणा, सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे।