रायपुर 29 सितंबर, 2023 , छत्तीसगढ़ राज्य में 39.1 प्रतिशत आबादी तंबाकू पदार्थों का उपयोग करती है। राज्य में तंबाकू उत्पादों विशेषकर चबाने वाले तंबाकू के उपयोगकर्ताओं की संख्या सर्वाधिक है। इनमें युवा भी शामिल हैं। नवीनतम जीवाईटीएस 2019 सर्वे के मुताबिक तंबाकू उपयोग की प्रारंभिक आयु 07 वर्ष दर्शायी गई है जो अपने आप में चिंतनीय है। इसे देखते हुए “विश्व हृदय दिवस” के अवसर पर “वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (VHAI) तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना गुरुकुल महिला महाविद्यालय द्वारा महाविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया।
समय रहते हुए युवा पीढ़ी को तंबाकू या तंबाकू उत्पादों की चपेट में आने से बचाने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम में गुरूकुल महाविद्यालय की छात्राओं को चिकित्सा विशेषज्ञों ने एक ओर जहां तंबाकू उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। वहीं छात्राओं को इससे दूर रहने और स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने के प्रति जागरूक भी किया गया।
“तंबाकू से दूरी स्वास्थ्य हृदय के लिए जरूरी”कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 250 छात्राओं ने तंबाकू मुक्त संस्थान और छत्तीसगढ़ बनाने का संकल्प लिया। साथ ही तंबाकू नियंत्रण कानून को सख्त बनाने और लोगों से तंबाकू का सेवन नहीं करने की अपील भी की । कार्यक्रम में गुरूकुल महिला महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) ईकाई का सक्रिय योगदान रहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईएमए रायपुर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा “आज का युवा ही कल का भविष्य है। इसलिए तंबाकू नियंत्रण में युवाओं की भूमिका बहुत अहम है । तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में करने वाले व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा सर्वाधिक रहता है। इसमें कैंसर के साथ ही दिल से संबंधित बीमारियां भी हैं । एक्टिव एवं पैसिव दोनों स्मोकिंग को रोकना चाहिए। पैसिव स्मोकिंग किसी और के स्मोकिंग करने से होती है और यह 30% हमारे शरीर को नुकसान पहुंचती है। इसलिए उन्होंने युवाओं से तंबाकू उत्पादों के सेवन से खुद को, अपने परिवार और समाज को बचाने की अपील की ताकि समाज को नई दिशा मिल सके। इस दौरान उन्होंने कॉलेज छात्रों को तंबाकू का सेवन नहीं करने और तंबाकू मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने में योगदान देने की अपील की।“
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राज्य तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की राज्य सलाहकार डॉ. नेहा साहू ने “तंबाकू और तंबाकू उत्पादों की चपेट में आने से होने वाली समस्याओं की जानकारी दी। साथ ही तंबाकू नियंत्रण की दिशा में छत्तीसगढ़ में किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी देते दुए उन्होंने छात्राओं को समझाया कि तंबाकू के सेवन से हमारा शरीर दिमाग संबंध कार्य विकास सब कुछ प्रभावित होता है और यह हमारे समाज और देश की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डालती है। छात्राओं से उन्होंने तंबाकू का उपयोग ना स्वयं करने और अपने परिवार वालों से भी इसका सेवन नहीं करने का आह्वान कियाI”
हृदय रोग विशेषज्ञ एमएमआई हॉस्पिटल डॉ. सुमंता पाढ़ी ने कहा कि “तंबाकू कंपनी हमको गिफ्ट के रूप में कैंसर एवं हार्ट जैसी बीमारी देती है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार तंबाकू हमारे हार्ट को डैमेज करता है।“
कार्डियोवैस्कुलर सर्जन ,संकल्प हॉस्पिटल, डॉ. निशांत चंदेल ने युवा पीढ़ी को कैंसर से बचने के लिए जागरुक करते हुए बताया की निकोटिन एक स्टिम्युलेंट है जो शरीर को कार्य करने के लिए उत्तेजित करता है यह कुछ सेकंड में हमारे शरीर को असर पहुंचना है। सडन डेथ हो सकती है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एवं कॉलेज एसोसिएशन के सचिव मोती जैन तंबाकू उत्पादों का सेवन करने की वजह से अपने कई परिचितों की स्थिति के बारे में प्रकाश डाला। साथ ही तंबाकू निषेध कानून का सख्ती से पालन करने और युवाओं को तंबाकू मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने में योगदान देने की अपील की।
वहीं वोलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन की आकांक्षा ने कोटपा अधिनियम और उसमें संशोधन की आवश्यकता क्यों है, क्या संशोधन जरूरी है, संस्थान इसके लिए क्या प्रयास कर रहा है। इसपर मुख्य रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 100 मीटर के दायरे में तंबाकू की अगर दुकान दिखती है तो उसकी रिपोर्ट की जा सकती है। महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ राजेश अग्रवाल ने वोलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन ( वीएचएआई) एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की टीम का धन्यवाद ज्ञापन कर आश्वासन दिया कि हमारी छात्राएं तंबाकू सेवन नहीं करेंगी और इसके प्रति जागरूक होकर नशा मुक्ति के लिए प्रयास करेंगी। साथ ही भविष्य में तंबाकू निषेध के लिए प्रयास में सहयोग प्रदान करेगी। इस दौरान कॉलेज की शिक्षिकाओं ने सक्रिय योगदान दिया।