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  • गोबर खरीदी मामले में भाजपा संगठित होकर झूठ बोल रही

    गोबर खरीदी मामले में भाजपा संगठित होकर झूठ बोल रही

    रायपुर/25 जुलाई 2023। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक सौरभ सिंह के द्वारा गोबर खरीदी में लगाए गए आरोप झूठे बेबुनियाद है तर्कहीन है। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर मुंह की खाने के बाद भाजपा झूठ की राजनीति कर रही है भाजपा हमेशा से गोधन न्याय योजना के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है भाजपा विधायक सौरभ सिंह के द्वारा 229 करोड़ का गोबर में गड़बड़ी के आरोप बेबुनियाद हैं इससे 3 माह पहले भाजपा ने प्रेस वार्ता कर 600 करोड़ का गोबर खरीदी का आरोप लगाया था। उसके 15 दिन पहले बृजमोहन अग्रवाल ने 1500 करोड़ रुपए के गोबर खरीदी का आरोप लगाया था, भाजपा संगठित होकर गोबर खरीदी मामले में झूठ बोल रही है। प्रदेश में गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोपालक एवं महिला स्व सहायता समूह की 2 लाख 9 हजार सदस्यों को योजना का लाभ मिल रहा है। 257 करोड़ रुपया गौठान समिति एवं महिला स्व सहायता समिति सदस्यों को भुगतान हुआ है। अक्टूबर 2022 से प्रदेश में 5959 गौठान  स्वावलंबी है स्वालम्बी गोठनों ने 66 करोड़ 96 लाख रु की गोबर खरीदी की है।जिसमे राज्य सरकार का एक रुपया भी नही है।


    प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक के द्वारा लगाए गए आरोप मनगढ़ंत और झूठा है। भाजपा गोधन न्याय योजना पर झूठे आरोप लगाकर रमन सरकार के दौरान हुए 1677 करोड़ रुपए के गौशाला घोटाला, 1 हजार एकड़ सरकारी जमीन घोटाला, एवं रमन सरकार में हुए हजारों गायों की निर्मम हत्या के महापाप से बच नहीं सकती है। पूरा प्रदेश ने देखा है कि भाजपा नेता गौशाला खोलकर अनुदान खाते थे और गौ माता की निर्मम हत्या करते थे उसके हाड़, मांस को बेचा करते थे।


    प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भूपेश सरकार में चल रहे गोधन न्याय योजना की तारीफ नीति आयोग ने किया है। भाजपा शासित राज्यों ने इस योजना को अपने राज्य में लागू करने प्लान कर रही हैं। पूरे देश में गोधन न्याय योजना की तारीफ हो रही है तो भाजपा नेताओं के पेट में अपचक हो गया है। भाजपा जो गौ माता के नाम से वोट लेती है लेकिन गौ सेवा कभी नहीं की बल्कि गौमाता के अनुदान को खाने का काम 15 साल तक किया था आज उन्हें गोपालक, गोबर बीनने वाले और पशुधन के हित में किए गए काम से पीड़ा हो रही है।